रायपुर: छत्तीसगढ़ में तेजी कोरोना वायरस संक्रमण फैल रहा है. वहीं वैक्सीनेशन की प्रक्रिया भी जारी है. अबतक प्रदेश में 18 लाख 62 हजार 119 लोगों को कोरोना का टीका लगाया जा चुका है. स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने राज्य स्तरीय कोविड-19 कमांड एंड कंट्रोल सेंटर में कोरोना टीकाकरण की प्रगति और कोविड-19 पर नियंत्रण के लिए की जा रही व्यवस्थाओं की समीक्षा की है.
प्रदेश में कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों को देखते हुए रोजाना 40 हजार सैंपलों की जांच के निर्देश दिए गए हैं. कोविड अस्पतालों में ऑक्सीजन सुविधा वाले बिस्तरों की संख्या बढ़ाने को कहा गया है. कोविड केयर सेंटर्स में उपलब्ध सुविधाओं, होम आइसोलेशन व्यवस्था, ऑक्सीजन आपूर्ति, आईसीयू और एचडीयू सुविधा, नए लक्ष्य के अनुरूप टीकाकरण की तैयारियों और संक्रमितों के कॉटैक्ट ट्रेसिंग पर फोकस करने को कहा गया है.
छत्तीसगढ़ में स्थिति खराब हुई तो लग सकता है लॉकडाउन: सिंहदेव
45 साल से अधिक व्यक्तियों का होगा टीकाकरण
स्वास्थ्य मंत्री ने 1 अप्रैल से शुरू हो रहे कोरोना टीकाकरण के तीसरे चरण में 45 वर्ष से अधिक उम्र के नागरिकों को अधिक से अधिक संख्या में टीके लगाने के लिए प्रेरित करने और लक्ष्य के अनुरूप टीकाकरण सत्रों की संख्या बढ़ाते हुए सभी आवश्यक व्यवस्थाएं सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं. प्रदेश में इस आयु वर्ग के 58 लाख 67 हजार लोगों के टीकाकरण का लक्ष्य रखा गया है.
बैठक में शामिल हुए अधिकारी
बैठक में स्वास्थ्य विभाग की अपर मुख्य सचिव रेणु जी पिल्लै, सचिव शहला निगार, आयुक्त डॉ सीआर प्रसन्ना, स्वास्थ्य सेवाओं के संचालक नीरज बंसोड़, राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन की संचालक डॉ. प्रियंका शुक्ला और सीजीएमएससी (Chhattisgarh Medical Service Corporation) के प्रबंध संचालक कार्तिकेय गोयल भी बैठक में मौजूद थे.
रोजाना 2 लाख लोगों के टीकाकरण का लक्ष्य: सिंहदेव
- प्रदेश में ऐसे हैं टीकाकरण के हालात
- कुल 18 लाख 62 हजार 119 डोज लगाए जा चुके हैं.
- 60 साल से अधिक उम्र के नागरिकों और 45 वर्ष से 59 साल के कोमोरबिडिटी वाले 10 लाख 43 हजार 233 लोगों पहला टीका लगाया जा चुका है.
- प्रदेश के 2 लाख 89 हजार 406 स्वास्थ्य कर्मियों को कोविड-19 से बचाव के लिए टीके का पहला डोज और 1 लाख 84 हजार 546 को दूसरा डोज लगाया जा चुका है.
- 2 लाख 26 हजार 587 फ्रंटलाइन वर्कर्स को पहला टीका और 1 लाख 18 हजार 347 को दूसरा टीका भी लगाया जा चुका है.
- कोरोना संक्रमितों की पहचान के लिए राज्य में बीते सप्ताह 24 मार्च से 30 मार्च के बीच प्रतिदिन औसत 30 हजार 588 सैंपलों की जांच की गई है.