रायपुर: हमेशा शांत और सरल स्वभाव के बाबा 'टीएस सिंहदेव' (ts singhdeo ) इस बार के मानसून सत्र में अपने रौद्र रूप में दिख रहे हैं. सरकार के मंत्री, प्रदेश के कांग्रेस प्रभारी पीएल पुनिया के लाख मनाने के बावजूद टीएस सिंहदेव इस बार मानने के मूड में नहीं दिख रहे हैं. छत्तीसगढ़ विधानसभा के मानसून सत्र के तीसरे दिन सदन में सरकार के सभी मंत्री और विपक्ष के सभी नेता मौजूद रहे. लेकिन टीएस सिंहदेव नहीं पहुंचे. जिसके बाद विपक्ष ने इसे मुद्दा बना लिया और विधानसभा में जमकर हंगामा करने लगे.
विपक्ष का कहना है कि जब सदन में जवाब देने के लिए मंत्री ही नहीं है तो फिर इस सदन का कोई मतलब नहीं है. इस दौरान विपक्ष के हंगामे के बीच मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के चेहरे पर भी हल्की मुस्कान नजर आई. काफी हंगामे के बाद भी जब पूर्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल शांत नहीं हुए तो विधानसभा अध्यक्ष चरणदास महंत ने सदन की कार्यवाही दो बार स्थगित कर दी.
सियासी खींचतान के बीच बृहस्पति विवाद पर बोले टीएस सिंहदेव, अभी भविष्य के गर्भ में छिपा है मामला
रामानुजगंज विधायक बृहस्पति सिंह के काफिले पर हुए हमले की गूंज काफी दूर तक जाने वाली है. क्योंकि मंगलवार को सदन में टीएस सिंहदेव ने कहा था कि 'मैं भी इंसान हूं, मेरी भी सहन शक्ति है. जब तक सरकार इस मामले में बयान नहीं देती तब तक इस सदन का हिस्सा नहीं बनेंगे'.
इधर ढाई साल को लेकर हमेशा छत्तीसगढ़ सरकार को घेरने में जुटे रहने वाले विपक्ष को भी बैठे-बिठाए अच्छा मुद्दा मिल गया. पूर्व सीएम रमन सिंह ने कहा कि ढाई साल आते-आते सरकार पूरी तरह बिखर चुकी है. इसका प्रमाण है कि सरकार के मंत्री अपनी ही सरकार के खिलाफ सदन से वॉकआउट कर रहे हैं.