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छत्तीसगढ़ से सटे राज्यों में मिले डेल्टा प्लस वेरिएंट के मरीज, CMHO मीरा बघेल ने कहा हम तीसरी लहर के लिए तैयार - कोरोना का डेल्टा प्लस वेरिएंट

कोरोना के नए वेरिएंट (New variants of corona ) ने लोगों की चिंता बढ़ा दी है. अब केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने डेल्टा प्लस वेरिएंट (Delta Plus Variant ) को लेकर चेताया भी है. ETV भारत से बातचीत के दौरान रायपुर सीएमएचओ डॉक्टर मीरा बघेल ने कहा कि फिलहाल वायरस के म्यूटेशन वेरिएंट (mutation variants of virus ) की पहचान के लिए लैब तो छत्तीसगढ़ में उपलब्ध नहीं है, लेकिन तीसरी लहर से निपटने के लिए प्रदेश तैयार है. (third wave of corona ) आईसीयू बेड और वेंटिलेटर की संख्या बढ़ाई जा रही है.

Raipur CMHO Dr Meera Baghel
रायपुर सीएमएचओ डॉक्टर मीरा बघेल
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Published : Jun 23, 2021, 5:48 PM IST

रायपुर: छत्तीसगढ़ की सीमा से लगे 2 राज्यों में डेल्टा प्लस वैरिएंट (Delta Plus Variant ) के मरीजों की पहचान हुई है. महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश में कोरोना के डेल्टा प्लस वेरिएंट के मरीज मिले हैं. जिसे देखते हुए छत्तीसगढ़ स्वास्थ्य विभाग ने तैयारी शुरू कर दी है. ETV Bharat ने रायपुर के सीएमएचओ डॉक्टर मीरा बघेल से बातचीत की. डॉक्टर मीरा बघेल का कहना है कि वेरिएंट को डायग्नोज कर पाने की सुविधा और लैब फिलहाल रायपुर में नहीं है. कोविड के नए वेरिएंट (New variants of corona ) और तीसरी लहर को देखते हुए हॉस्पिटल में आईसीयू बेड और वेंटिलेटर बेड बढ़ाए गए हैंं.

रायपुर सीएमएचओ डॉक्टर मीरा बघेल

दूसरी लहर की भयावहता देखने के बाद अब लोगों को कोरोना की तीसरी लहर का डर सता रहा है. (third wave of corona ) कोरोना के म्यूटेशन वेरिएंट (mutation variants of virus ) भी चिंता बढ़ा रहे हैं. ब्लैक फंगस के बाद अब डेल्टा वेरिएंट और डेल्टा + वेरिएंट काफी सुनने को मिल रहा है. देश में कोरोना वायरस के नए स्वरूप के अब तक 22 मामले देखे जा रहे थे, वहीं अब यह संख्या बढ़कर 40 हो गई है. मरीज महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, केरल और तमिलनाडु में पाए गए हैं. इनमें से 2 राज्य महाराष्ट्र और एमपी छत्तीसगढ़ की सीमा से लगे हैं. ऐसे में चिंता लाजिमी है.

कोविड-19 का सफाया करने के प्रयासों के लिए सबसे बड़ा खतरा है डेल्टा स्वरूप : फाउची

बढ़ाए गए आईसीयू बेड और वेंटिलेटर

रायपुर सीएमएचओ डॉक्टर मीरा बघेल ने बताया कि वेरिएंट को डायग्नोज कर पाने की सुविधा और लैब फिलहाल रायपुर में नहीं है. लेकिन वायरस का इफेक्ट हम दूसरी लहर में बहुत करीब से देख चुके हैं. ऐसे में हमें पता है कि वायरस किस तरह से म्यूटेंट होकर भयानक तरीके से लोगों को हार्म करता है. इसलिए दूसरी लहर को देखते हुए हमने हॉस्पिटल में आईसीयू बेड और वेंटिलेटर बेड बढ़ाए हैं. इसके अलावा स्वास्थ्य विभाग स्वास्थ्यकर्मियों को जरूरी ट्रेनिंग भी दे रहा है. (Increased ICU beds and ventilators). रायपुर सीएमएचओ डॉक्टर मीरा बघेल का कहना है कि अलग-अलग कोरोना के वेरिएंट और तीसरी लहर को लेकर स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह से है तैयार.

क्या है डेल्टा वेरिएंट और डेल्टा प्लस वेरिएंट ?

कोरोना वायरस का डेल्टा वेरिएंट (B.1.617.2) सबसे पहले भारत के महाराष्ट्र राज्य में पाया गया था. वैज्ञानिकों का कहना है डेल्टा वैरिएंट (B.1.617.2) डेल्टा प्लस (AY.1) वैरिएंट में म्यूटेट हुआ है. काफी तेजी से लोगों को अपनी चपेट में भी लेता है. B.1.617 वैरिएंट में दो अलग-अलग वायरस वैरिएंट से म्यूट हुआ है. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय (Union Health Ministry) की ओर से जारी एक बयान में कहा गया कि भारतीय सार्स कोव-2 जीनोमिक्स कंसोर्टियम (INSACOG) ने सूचना दी थी कि डेल्टा प्लस वर्तमान में चिंताजनक स्वरूप है. (Delta Plus Variant ) जिसमें तेजी से प्रसार, फेफड़े की कोशिकाओं (lung cells) के रिसेप्टर से मजबूती से चिपकने और ‘मोनोक्लोनल एंटीबॉडी’ प्रतिक्रिया में संभावित कमी जैसी विशेषताएं हैं. (What is Delta Variant)

खतरनाक साबित हुई कोरोना की दूसरी लहर

डॉक्टरों की मानें तो पिछले साल 2020 से लेकर अब तक कोरोना काफी म्यूटेंट हुआ. इस वजह से दूसरी लहर, पहली लहर के मुकाबले और ज्यादा खतरनाक देखने को मिली. वहीं लगातार कोरोना म्यूटेंट होता जा रहा है. इस वजह से तीसरी लहर का भी अंदेशा लगाया जा रहा है. तीसरी लहर आएगी या नहीं आएगी और आएगी तो कब तक आएगी इसे लेकर फिलहाल कुछ कहा नहीं जा सकता. इस पर लोगों के साथ ही अलग-अलग वैज्ञानिकों की राय भी बंटी हुई है.

जगदलपुर मेडिकल कॉलेज में ब्लैक फंगस से निपटने के लिए दवाइयों की कमी

कोरोना की दूसरी लहर से हुई ज्यादा मौतें

लोगों ने कोरोना की पहली लहर के समाप्त होते ही लापरवाही बरतना शुरू कर दिया था. लेकिन जब महामारी की दूसरी लहर आई तो लोगों के बीच अफरा तफरी का माहौल था. कोरोना की दूसरी लहर लोगों के लिए जानलेवा साबित हुई. दो महीनों में कोरोना संक्रमण ने लाखों की संख्या में लोगों को अपनी चपेट में ले लिया. छत्तीसगढ़ में भी आए दिन हजारों की संख्या में नए मरीजों की पहचान हो रही थी. आनन-फानन में लॉकडाउन लागू किए जाने लगे. 2 महीनों तक लोग घरों में ही बंद रहे. लॉकडाउन के कारण बाजार सूने पड़ गए. श्मशान घाट तक में लोगों को अंतिम संस्कार के लिए इंतजार करना पड़ा था. (Situation of second wave of corona)

छत्तीसगढ़ में कोरोना के आंकड़े

छत्तीसगढ़ में पॉजिटिविटी दर लगातार घट रही है. 22 जून मंगलवार को भी प्रदेश में पॉजिटिविटी दर 1.2 प्रतिशत रही. इस दिन प्रदेश में 38 हजार 717 लोगों का कोरोना टेस्ट (corona test) किया गया. जिसमें 482 नए कोरोना संक्रमितों (corona infected) की पहचान हुई. अब तक कुल 9 लाख 91 हजार 653 नए कोरोना मरीजों की पहचान हुई है. वहीं 13,402 लोगों की मौत भी कोरोना संक्रमण के कारण हुई है. (Corona figures in Chhattisgarh)

रायपुर: छत्तीसगढ़ की सीमा से लगे 2 राज्यों में डेल्टा प्लस वैरिएंट (Delta Plus Variant ) के मरीजों की पहचान हुई है. महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश में कोरोना के डेल्टा प्लस वेरिएंट के मरीज मिले हैं. जिसे देखते हुए छत्तीसगढ़ स्वास्थ्य विभाग ने तैयारी शुरू कर दी है. ETV Bharat ने रायपुर के सीएमएचओ डॉक्टर मीरा बघेल से बातचीत की. डॉक्टर मीरा बघेल का कहना है कि वेरिएंट को डायग्नोज कर पाने की सुविधा और लैब फिलहाल रायपुर में नहीं है. कोविड के नए वेरिएंट (New variants of corona ) और तीसरी लहर को देखते हुए हॉस्पिटल में आईसीयू बेड और वेंटिलेटर बेड बढ़ाए गए हैंं.

रायपुर सीएमएचओ डॉक्टर मीरा बघेल

दूसरी लहर की भयावहता देखने के बाद अब लोगों को कोरोना की तीसरी लहर का डर सता रहा है. (third wave of corona ) कोरोना के म्यूटेशन वेरिएंट (mutation variants of virus ) भी चिंता बढ़ा रहे हैं. ब्लैक फंगस के बाद अब डेल्टा वेरिएंट और डेल्टा + वेरिएंट काफी सुनने को मिल रहा है. देश में कोरोना वायरस के नए स्वरूप के अब तक 22 मामले देखे जा रहे थे, वहीं अब यह संख्या बढ़कर 40 हो गई है. मरीज महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, केरल और तमिलनाडु में पाए गए हैं. इनमें से 2 राज्य महाराष्ट्र और एमपी छत्तीसगढ़ की सीमा से लगे हैं. ऐसे में चिंता लाजिमी है.

कोविड-19 का सफाया करने के प्रयासों के लिए सबसे बड़ा खतरा है डेल्टा स्वरूप : फाउची

बढ़ाए गए आईसीयू बेड और वेंटिलेटर

रायपुर सीएमएचओ डॉक्टर मीरा बघेल ने बताया कि वेरिएंट को डायग्नोज कर पाने की सुविधा और लैब फिलहाल रायपुर में नहीं है. लेकिन वायरस का इफेक्ट हम दूसरी लहर में बहुत करीब से देख चुके हैं. ऐसे में हमें पता है कि वायरस किस तरह से म्यूटेंट होकर भयानक तरीके से लोगों को हार्म करता है. इसलिए दूसरी लहर को देखते हुए हमने हॉस्पिटल में आईसीयू बेड और वेंटिलेटर बेड बढ़ाए हैं. इसके अलावा स्वास्थ्य विभाग स्वास्थ्यकर्मियों को जरूरी ट्रेनिंग भी दे रहा है. (Increased ICU beds and ventilators). रायपुर सीएमएचओ डॉक्टर मीरा बघेल का कहना है कि अलग-अलग कोरोना के वेरिएंट और तीसरी लहर को लेकर स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह से है तैयार.

क्या है डेल्टा वेरिएंट और डेल्टा प्लस वेरिएंट ?

कोरोना वायरस का डेल्टा वेरिएंट (B.1.617.2) सबसे पहले भारत के महाराष्ट्र राज्य में पाया गया था. वैज्ञानिकों का कहना है डेल्टा वैरिएंट (B.1.617.2) डेल्टा प्लस (AY.1) वैरिएंट में म्यूटेट हुआ है. काफी तेजी से लोगों को अपनी चपेट में भी लेता है. B.1.617 वैरिएंट में दो अलग-अलग वायरस वैरिएंट से म्यूट हुआ है. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय (Union Health Ministry) की ओर से जारी एक बयान में कहा गया कि भारतीय सार्स कोव-2 जीनोमिक्स कंसोर्टियम (INSACOG) ने सूचना दी थी कि डेल्टा प्लस वर्तमान में चिंताजनक स्वरूप है. (Delta Plus Variant ) जिसमें तेजी से प्रसार, फेफड़े की कोशिकाओं (lung cells) के रिसेप्टर से मजबूती से चिपकने और ‘मोनोक्लोनल एंटीबॉडी’ प्रतिक्रिया में संभावित कमी जैसी विशेषताएं हैं. (What is Delta Variant)

खतरनाक साबित हुई कोरोना की दूसरी लहर

डॉक्टरों की मानें तो पिछले साल 2020 से लेकर अब तक कोरोना काफी म्यूटेंट हुआ. इस वजह से दूसरी लहर, पहली लहर के मुकाबले और ज्यादा खतरनाक देखने को मिली. वहीं लगातार कोरोना म्यूटेंट होता जा रहा है. इस वजह से तीसरी लहर का भी अंदेशा लगाया जा रहा है. तीसरी लहर आएगी या नहीं आएगी और आएगी तो कब तक आएगी इसे लेकर फिलहाल कुछ कहा नहीं जा सकता. इस पर लोगों के साथ ही अलग-अलग वैज्ञानिकों की राय भी बंटी हुई है.

जगदलपुर मेडिकल कॉलेज में ब्लैक फंगस से निपटने के लिए दवाइयों की कमी

कोरोना की दूसरी लहर से हुई ज्यादा मौतें

लोगों ने कोरोना की पहली लहर के समाप्त होते ही लापरवाही बरतना शुरू कर दिया था. लेकिन जब महामारी की दूसरी लहर आई तो लोगों के बीच अफरा तफरी का माहौल था. कोरोना की दूसरी लहर लोगों के लिए जानलेवा साबित हुई. दो महीनों में कोरोना संक्रमण ने लाखों की संख्या में लोगों को अपनी चपेट में ले लिया. छत्तीसगढ़ में भी आए दिन हजारों की संख्या में नए मरीजों की पहचान हो रही थी. आनन-फानन में लॉकडाउन लागू किए जाने लगे. 2 महीनों तक लोग घरों में ही बंद रहे. लॉकडाउन के कारण बाजार सूने पड़ गए. श्मशान घाट तक में लोगों को अंतिम संस्कार के लिए इंतजार करना पड़ा था. (Situation of second wave of corona)

छत्तीसगढ़ में कोरोना के आंकड़े

छत्तीसगढ़ में पॉजिटिविटी दर लगातार घट रही है. 22 जून मंगलवार को भी प्रदेश में पॉजिटिविटी दर 1.2 प्रतिशत रही. इस दिन प्रदेश में 38 हजार 717 लोगों का कोरोना टेस्ट (corona test) किया गया. जिसमें 482 नए कोरोना संक्रमितों (corona infected) की पहचान हुई. अब तक कुल 9 लाख 91 हजार 653 नए कोरोना मरीजों की पहचान हुई है. वहीं 13,402 लोगों की मौत भी कोरोना संक्रमण के कारण हुई है. (Corona figures in Chhattisgarh)

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