रायपुर: भगवान विष्णु अत्यंत कृपालु भगवान माने गए हैं. हिंदू धर्म के जानकारों की मानें तो जो जातक श्रीहरि विष्णु भगवान की पूजा करता है. उसकी हर मनोकामना पूरी होती है. 30 अगस्त के दिन हयग्रीव जयंती है. इस दिन भगवान श्री विष्णु के अश्व रूप की पूजा अर्चना होती है. जो जातक इस दिन भगवान विष्णु की श्रद्धापूर्वक पूजा अर्चना करता है. उसकी हर मनोकामना पूरी होती है.
"पूरे संसार के संचालक हैं श्रीहरि विष्णु" : पंडित विनीत शर्मा के मुताबिक भगवान श्री हरि विष्णु पूरी सृष्टि के संचालक माने जाते हैं. हिंदू शास्त्रों में मिले वर्णन के मुताबिक भगवान श्री हरि विष्णु के 24 प्रमुख अवतार हैं. इन रूपों में एक रूप हयग्रीव रूप भी है. यह भगवान विष्णु का सबसे पावन अवतार है. इस रूप में श्री हरि का मुख और मस्तक घोड़े के जैसा है. जबकि पूरा शरीर मानव शरीर की तरह है. श्री हयग्रीव अवतार को अनेक मान्यताओं के अनुसार भगवान का 16 अवतार माना गया है. इस रूप में श्रावण शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि को भगवान की हयग्रीव रूप में पूजा की जाती है. श्रीहरि विष्णु को याद कर आज के शुभ दिन ब्रह्म मुहूर्त में जागरण करना चाहिए. ध्यान, सूर्य नमस्कार, प्राणायाम कर, ब्रह्म मुहूर्त में ही स्नान करना सबसे शुभ माना गया है.
इस दिन घोड़े का दर्शन करना बेहद शुभ: पंडित विनीत शर्मा के अनुसार हयग्रीव जयंती के दिन घोड़े का दर्शन बेहद शुभ माना गया है. इस दिन भगवान हयग्रीव के चित्र की पूजा की जाती है. आज के शुभ दिन विष्णु सहस्त्रनाम का पाठ करना चाहिए. इसके अलावा विष्णु जी की आरती, राम रक्षा स्त्रोत, आदित्य हृदय स्त्रोत का पाठ करना भी बेहद शुभ माना गया है. भगवान विष्णु की पूजा कर इस दिन व्रत रखना अत्यंत शुभ माना गया है.
"हयग्रीव जयंती पर भगवान विष्णु की पूजा अर्चना करने के बाद आप जरूर व्रत रखें. इससे आपको मानसिक शांति का अनुभव होगा. हयग्रीव देवता, शक्ति, साहस और धनात्मकता के स्रोत माने गए हैं. इस शुभ दिन पर व्रत करने वाले जातक को कोशिश करनी चाहिए कि वह निर्जला उपवास रखें. श्री हरि विष्णु इस समय योग निद्रा में माने जाते हैं. अतः आज के शुभ दिन योगनिद्रा का अभ्यास जरूर करना चाहिए. आज का शुभ दिन मंत्र सिद्धि, तंत्र सिद्धि एवं पूजा-पाठ अनुष्ठान के लिए अत्यंत पवित्र माना गया है."- विनीत शर्मा, पंडित
हयग्रीव जयंती पर जरूर करें दान: पंडितों के मुताबिक हयग्रीव जयंती पर जो भी जातक पूजा अर्चना करते हैं. उनकी हर मनोकामना पूरी होती है. इस शुभ दिन में दान करना पुण्य करना और रक्त दान आदि करना अत्यंत शुभ माना जाता है. आज के शुभ दिन चीटियों और मत्स्य को भोजन कराना पवित्र माना गया है. आज के शुभ दिन जरूरतमंदों गरीबों निराश्रित जनों और दिव्यांग जनों की सेवा करना अत्यंत ही शुभ माना गया है. इस दिन लोगों की मदद करने से भगवान विष्णु बेहद प्रसन्न होते हैं.
(नोट: इस खबर में बताई गई जानकारी पंडित जी के अपने निजी विचार हैं. इन विचारों की पुष्टि ईटीवी भारत नहीं करता)