रायपुर: मंगलवार हनुमान जी का इष्ट दिवस माना जाता है. मंगल अपने आप में शुभ मंगल शब्द है. मंगल अपने आप में मंगल का प्रतीक है. मंगलवार का उपवास करने पर जीवन में मंगल कामनाएं पूर्ण होती है. सभी मनोरथ पूर्ण होते हैं. विधिपूर्वक श्रद्धा विश्वास और भक्ति के साथ हनुमान जी की आराधना करने पर बहुत लाभ मिलता है. श्री हनुमान जी शक्ति के साथ भक्ति प्रदान करने वाले माने जाते हैं.
"ब्रह्मचर्य का करें पालन": पंडित विनीत शर्मा ने बताया कि मंगलवार का उपवास करने के लिए सोमवार के दिन से ही तैयारी करनी होती है. वानर शिरोमणि ब्रह्मचर्य के देवता माने जाते हैं. मंगलवार के 1 दिन पहले और पूरे मंगलवार को ब्रम्हचर्य व्रत का पालन करना चाहिए. श्री हनुमानजी चारों वेदों के जानकार, उपनिषदों के विशेषज्ञ और समस्त तरह के पुराणों ग्रंथों को जानने वाले एकमात्र देवता माने गए हैं. मंगलवार व्रत के एक दिन पहले ही निष्ठापूर्वक ब्रह्मचर्य का पालन करना चाहिए.
"ऐसे करें हनुमान जी का ध्यान": पंडित विनीत शर्मा ने बताया कि "मंगलवार की सुबह सूर्योदय के पूर्व उठकर स्नान ध्यान योग आदि से निवृत्त होकर हनुमान जी का स्मरण करना चाहिए. 1 दिन पूर्व सोमवार की रात्रि को शयन करने के पूर्व ओम हनुमते नमः इस महामंत्र का कम से कम 3 या 11 बार जापकर गायत्री मंत्र पढ़कर शयन करना चाहिए. इसके उपरांत मंगलवार की सुबह तुरंत उठकर भी इस महामंत्र का शुद्ध अंतःकरण से पाठ करना चाहिए."
"ये है पूजा विधि": पंडित विनीत शर्मा ने बताया कि "शुद्धिकरण के बाद लाल वस्त्र पहनकर श्री हनुमान जी की प्रतिमा के सामने या मूर्ति के सामने विधिपूर्वक बैठ जाना चाहिए. सुखासन अथवा पद्मासन में भी बैठकर श्री हनुमान जी को स्मरण करना चाहिए. आज के शुभ दिन हनुमान जी का ध्यान लगाने पर समस्त सिद्धियों की प्राप्ति होती है. आज के दिन श्री हनुमान जी को लाल गुलाब, लाल दशमन, कमल आदि के फूलों की माला श्री हनुमान जी को श्रद्धा पूर्वक अर्पित करना चाहिए. इसके साथ ही हनुमान जी को अति प्रिय केला, सेव विभिन्न ऋतु फल अर्पित करना चाहिए."
"मन को रखें शांत": पंडित विनीत शर्मा ने बताया कि "संपूर्ण दिवस हनुमान चालीसा, बजरंग बाण, हनुमान अष्टक, सुंदरकांड, बालकांड, रामरक्षा स्त्रोत, हनुमान सहस्त्रनाम, आदि का पाठ करने से हनुमान जी प्रसन्न होते हैं. इसी तरह संपूर्ण दिवस कार्य करते हुए गर्व और स्वाभिमान के साथ रामभक्त होकर मर्यादा पूर्वक दिन व्यतीत करना चाहिए. मंगलवार के शुभ दिन शुभ दिन लड़ाई झगड़ा कोर्ट कचहरी आदि से दूर रहने का प्रयास करना चाहिए."
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पंडित विनीत शर्मा ने बताया कि "आज के शुभ दिन जो उपवास ना करता हो उन्हें भी सात्विक भोजन ग्रहण करना चाहिए. विचार कर्म और भावना में सात्विकता की भावना रखनी चाहिए. आज के शुभ दिन बुजुर्ग माता-पिता, वृद्धजनों और वृद्ध आचार्यों की सेवा करनी चाहिए. हनुमान जी स्वयं गुरु माने गए हैं. योग्य आचार्य विद्वान को दान करना, सम्मान देना, भोजन कराना भी कल्याणकारी और शुभ माना गया है."