रायपुर: राजधानी रायपुर पुलिस ने तिल्दा नेवरा इलाके में मिली अधजली लाश वाले मामले का पर्दाफाश किया है. एएसपी क्राइम अभिषेक माहेश्वरी और एएसपी कीर्तन राठौर ने बताया कि मृतक और संस्कार, ईमरान आलम, रितेश प्रजापति और एक नाबालिग ने मोबाइल चोरी की घटना को अंजाम दिया था. चोरी की घटना को सभी छुपाना चाह रहे थे, लेकिन मृतक त्रिदेव ने अनजाने में मोहल्ले में कुछ जगह इसकी चर्चा कर दी. इसकी जानकारी संस्कार और उसके साथियों को हुई. इससे वे नाराज हो गए और त्रिदेव की हत्या की प्लानिंग कर ली. फिर उसकी हत्या कर दी गई.
पहले पिलाई शराब फिर सिर पर पटके पत्थर: रायपुर के एएसपी कीर्तन राठौर ने बताया कि "चोरी की घटना को छुपाने के लिए हत्या हुई है. इसके लिए आरोपियों ने प्लानिंग किया. योजना के तहत घटना वाले दिन त्रिदेव को शराब पीने के नाम से नीलगिरी नर्सरी ले गए. वहां सभी ने शराब पिया. त्रिदेव को नशा ज्यादा हो गया. इसके बाद आरोपियों ने पत्थर पटक कर उसकी हत्या कर दी और फिर उसके शरीर में पेट्रोल छिड़ककर आग लगा दिया. इसके बाद मौके से भाग निकले. पुलिस ने सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया. नाबालिग को किशोर न्यायालय में पेश किया गया."
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चार दिन बाद मिला शव, 12 घंटे में पुलिस ने दबोचा: पुलिस के मुताबिक ग्राम जलसों के नीलगिरी नर्सरी में 14 अक्टूबर को एक युवक की लाश मिली थी. लाश डिकंपोज हो चुकी थी और उसे जलाया गया था. तिल्दा पुलिस ने हत्या का मामला दर्ज कर जांच शुरू की. जांच के दौरान मृतक की पहचान ग्राम तिवरैया निवासी त्रिदेव उर्फ आर्या साहू के रूप में हुई. वह 10 अक्टूबर से घर नहीं पहुंचा था. इसके बाद उसके साथ अंतिम बार देखे गए संस्कार सलूजा को पकड़ा गया. उससे पूछताछ की गई, तो उसने अपने साथियों के साथ मिलकर त्रिदेव की हत्या करना स्वीकार किया. त्रिदेव की लाश 4 दिन बाद मिली. इसके बाद पुलिस ने 12 घंटे के भीतर मामाले का खुलासा कर दिया है.