रायपुर: छत्तीसगढ़ को बने लगभग 19 साल से ज्यादा का समय बीत गया है बावजूद इसके प्रदेश में नक्सलवाद एक बड़ी समस्या बनी हुई है. नवनियुक्त राज्यपाल अनसुईया उइके इसे लेकर चिंतित नजर आ रही है. वे जल्द ही नक्सल समस्या को लेकर महत्वपूर्ण बैठक बुला सकती है. सूत्रों की मानें तो इसके लिए राज्यपाल ने संबंधित अधिकारियों को तैयारी करने के निर्देश भी जारी कर दिए हैं.
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार राज्यपाल अनसुईया उइके नक्सल समस्या को लेकर जल्द ही दो दिवसीय बैठक बुला सकती हैं. इस बैठक में राज्यपाल, मुख्यमंत्री, मंत्री, प्रमुख सचिव, डीजीपी सहित सुरक्षा एजेंसी से जुड़े आला अधिकारी मौजूद रहेंगे. साथ ही बैठक में बस्तर से आदिवासी समाज के प्रतिनिधि भी इस बैठक में शामिल होंगे.
बता दें कि पूर्व की बैठकों में शासन-प्रशासन के लोग तो शामिल होते थे लेकिन बस्तर के आदिवासी समाज के प्रतिनिधिमंडलों के सदस्यों को उन बैठक में उतनी तवज्जो नहीं दी जाती थी लेकिन इस बार शासन-प्रशासन के साथ होने वाली बैठक में इन प्रतिनिधिमंडलों को विशेष तवज्जो दी जाएगी. बैठक के दौरान ये प्रतिनिधिमंडल अपनी बात शासन-प्रशासन के समक्ष रखेंगे.
सूत्रों की मानें तो इस बैठक के बाद नक्सल समस्या से निपटने के लिए सरकार जल्द कोई ठोस कदम सकती है. इसकी रूपरेखा भी इस बैठक में तैयार की जा सकती है.
गौरतलब है कि राजभवन में नवनियुक्त राज्यपाल अनसुईया उइके से बस्तर के आदिवासी समाज के कुछ लोग मिलने पहुंचे थे. उन्होंने राज्यपाल को बताया कि नक्सल समस्या के कारण आदिवासियों की स्थिति ठीक नहीं है. काफी कठिन परिस्थितियों में उन्हें रहना पड़ रहा है. समाज के लोगों ने राज्यपाल को बताया था कि 20 सालों में कभी भी नक्सल समस्या को सुलझाने के लिए उनकी राय नहीं ली गई. इसके बाद राज्यपाल के निर्देश पर राजभवन के अफसरों ने हाई प्रोफाइल मीटिंग की तैयारी शुरू कर दी है.
अब देखने वाली बात है कि राज्यपाल के द्वारा बुलाई जा रही इस बैठक के बाद नक्सल समस्या से निपटने के लिए किस तरह की रणनीति तैयार की जाती है और उसका असर नक्सलियों के खिलाफ कितना देखने को मिलेगा यह तो समय ही बताएगा.