रायपुर : राज्यपाल अनुसुईया उइके (Governor Anusuiya Uikey) ने मंगलवार को उच्च न्यायालय छत्तीसगढ़ (High Court Chhattisgarh) के नवनियुक्त मुख्य न्यायाधीश अरूप कुमार गोस्वामी (Newly appointed Chief Justice Arup Kumar Goswami) को शपथ दिलाई. राजभवन में आयोजित शपथ ग्रहण समारोह (Oath taking ceremony) में मुख्य न्यायाधीश ने पद एवं गोपनीयता की शपथ ली. कार्यक्रम में राज्यपाल अनुसुईया उइके के साथ मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह, गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू, मंत्री डॉ प्रेमसाय सिंह टेकाम, मंत्री मो अकबर और मंत्री अमरजीत भगत सहित कई अधिकारी-कर्मचारी मौजूद रहे.
शनिवार को केंद्र सरकार ने जारी की थी अधिसूचना
आंध्र प्रदेश हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस अरूप कुमार गोस्वामी छत्तीसगढ़ हाईकोर्ट के नए मुख्य न्यायाधीश बनाए गए हैं. वहीं बिलासपुर हाईकोर्ट के कार्यवाहक चीफ जस्टिस प्रशांत मिश्रा आंध्र प्रदेश हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश नियुक्त किये गए हैं. सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम की अनुशंसा पर शनिवार को केंद्र सरकार ने इस बाबत अधिसूचना जारी की थी.
सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम ने 16 सितंबर को देश के हाईकोर्ट के 8 जजों की पदोन्नति की थी
सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम ने बीते 16 सितंबर को देशभर के हाईकोर्ट के 8 न्यायाधीशों की पदोन्नित के साथ ही 28 जजों के ट्रांसफर करने की अनुशंसा भी की थी. इसके साथ ही पांच हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीशों के स्थानांतरण करने की भी अनुशंसा की गई थी, जिसमें छत्तीसगढ़ हाईकोर्ट का नाम भी शामिल था.
सिक्किम के भी रह चुके हैं मुख्य न्यायाधीश
मुख्य न्यायाधीश अरूप कुमार गोस्वामी का जन्म 11 मार्च 1961 को हुआ था. साल 1981 में कॉटन कॉलेज गौहाटी विश्वविद्यालय से उन्होंने अर्थशास्त्र में स्नातक की उपाधि प्राप्त की. जबकि साल 1985 में गवर्नमेंट लॉ कॉलेज गुवाहाटी से एलएलबी की डिग्री प्राप्त की. जनवरी 2021 में उन्होंने आंध्र प्रदेश उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश के रूप में पदभार संभाला था. इससे पहले सिक्किम उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश के रूप में कार्य किया.
24 जनवरी 2011 को गुवाहाटी हाई कोर्ट के अतिरिक्त न्यायाधीश के रूप में नियुक्त
21 दिसंबर 2004 को गुवाहाटी उच्च न्यायालय द्वारा वरिष्ठ अधिवक्ता के रूप में इनका मनोनयन किया गया. जबकि 24 जनवरी 2011 को गुवाहाटी उच्च न्यायालय के अतिरिक्त न्यायाधीश के रूप में नियुक्त हुए और स्थायी न्यायाधीश बने. उन्हें 31 दिसंबर 2020 को आंध्र प्रदेश उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश के रूप में स्थानांतरित किया गया और 6 जनवरी 2021 को उन्होंने शपथ ली.