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सरगुजा : Garbage Cafe को मिल रहा अच्छा रिस्पॉन्स, बच्चे भी दिखा रहे रुचि

ETV भारत की टीम गार्बेज कैफे के शुरू होने के दूसरे दिन जब वहां का हाल जानने पहुंची, तो पाया कि दो बच्चियां वहां एक किलो प्लास्टिक कचरा लेकर पहुंची और उसके बदले वहां बैठकर उन्होंने मसाला डोसे का स्वाद चखा.

डोसा खाती हुई दोनों बच्चियां
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Published : Oct 11, 2019, 1:05 PM IST

Updated : Oct 11, 2019, 1:59 PM IST

सरगुजा: अंबिकापुर नगर निगम ने देश के पहले गार्बेज कैफे की शुरुआत कर दी है, जहां एक तरफ यह गार्बेज कैफे अपने आप में अनूठा और लोगों के आकर्षण का केंद्र बना हुआ है, तो वहीं यह योजना भी पूरे देश में चर्चा का विषय बनी हुई है.

दूसरे दिन भी गार्बेज कैफे को मिला अच्छा रिसपॉन्स

ETV भारत की टीम गार्बेज कैफे के शुरू होने के दूसरे दिन जब वहां का हाल जानने पहुंची, तो पाया कि दो बच्चियां वहां एक किलो प्लास्टिक कचरा लेकर पहुंची और उसके बदले वहां बैठकर उन्होंने मसाला डोसे का स्वाद चखा.

गार्बेज कैफे जाती हुई दोनों बच्चियां
गार्बेज कैफे जाती हुई दोनों बच्चियां

दूसरे दिन भी मिला अच्छा रिसपॉन्स
पहले दिन 5 लोगों ने गार्बेज कैफे की योजना का लाभ लिया था. ETV भारत ने जब दूसरे दिन जाकर गार्बेज कैफे का हाल-चाल जाना तो स्व सहायता समूह की महिलाएं अपने काम में लगी हुई थीं और दूसरे दिन शाम 5 बजे तक 8 लोगों ने गार्बेज कैफे में भोजन किया.

प्लास्टिक कचरा तौलाते हुए
प्लास्टिक कचरा तौलाते हुए

पढ़ें- VIDEO: गार्बेज कैफे में 'बाबा' ने महिला की थाली से खाया खाना, कहा-टेस्टी है सब्जी

पैसे की जगह लिया जाता है प्लास्टिक
इस गार्बेज कैफे में खाने और नाश्ते की जगह पैसे नहीं बल्कि पॉलिथीन या प्लास्टिक देना होता है. लोग पॉलिथिन और प्लास्टिक लेकर आते हैं और उन्हें भरपेट भोजन मुफ्त में दिया जाता है. इस कैफे की शुरुआत बुधवार को प्रदेश के स्वास्थ्य एवं पंचायत मंत्री टीएस सिंहदेव ने की है. यहां एक किलो पॉलिथीन और प्लास्टिक पर खाना और आधा किलो पर नाश्ता दिया जाता है.

कचरे के बदले नाश्ते का कूपन लेते हुए
कचरे के बदले नाश्ते का कूपन लेते हुए

पढ़ें- कैफे द बेस्ट: प्लास्टिक के खिलाफ Best पहल

लोग हो रहे हैं जागरूक
नगर निगम की इस योजना से लोगों में साफ-सफाई को लेकर जागरूकता बढ़ रही है. यहां सड़क से कचरा बीनने वाले ही नहीं बल्कि दूसरे क्षेत्र के लोग भी पॉलिथीन लेकर आ रहे हैं और मुफ्त में भोजन कर रहे हैं.

सरगुजा: अंबिकापुर नगर निगम ने देश के पहले गार्बेज कैफे की शुरुआत कर दी है, जहां एक तरफ यह गार्बेज कैफे अपने आप में अनूठा और लोगों के आकर्षण का केंद्र बना हुआ है, तो वहीं यह योजना भी पूरे देश में चर्चा का विषय बनी हुई है.

दूसरे दिन भी गार्बेज कैफे को मिला अच्छा रिसपॉन्स

ETV भारत की टीम गार्बेज कैफे के शुरू होने के दूसरे दिन जब वहां का हाल जानने पहुंची, तो पाया कि दो बच्चियां वहां एक किलो प्लास्टिक कचरा लेकर पहुंची और उसके बदले वहां बैठकर उन्होंने मसाला डोसे का स्वाद चखा.

गार्बेज कैफे जाती हुई दोनों बच्चियां
गार्बेज कैफे जाती हुई दोनों बच्चियां

दूसरे दिन भी मिला अच्छा रिसपॉन्स
पहले दिन 5 लोगों ने गार्बेज कैफे की योजना का लाभ लिया था. ETV भारत ने जब दूसरे दिन जाकर गार्बेज कैफे का हाल-चाल जाना तो स्व सहायता समूह की महिलाएं अपने काम में लगी हुई थीं और दूसरे दिन शाम 5 बजे तक 8 लोगों ने गार्बेज कैफे में भोजन किया.

प्लास्टिक कचरा तौलाते हुए
प्लास्टिक कचरा तौलाते हुए

पढ़ें- VIDEO: गार्बेज कैफे में 'बाबा' ने महिला की थाली से खाया खाना, कहा-टेस्टी है सब्जी

पैसे की जगह लिया जाता है प्लास्टिक
इस गार्बेज कैफे में खाने और नाश्ते की जगह पैसे नहीं बल्कि पॉलिथीन या प्लास्टिक देना होता है. लोग पॉलिथिन और प्लास्टिक लेकर आते हैं और उन्हें भरपेट भोजन मुफ्त में दिया जाता है. इस कैफे की शुरुआत बुधवार को प्रदेश के स्वास्थ्य एवं पंचायत मंत्री टीएस सिंहदेव ने की है. यहां एक किलो पॉलिथीन और प्लास्टिक पर खाना और आधा किलो पर नाश्ता दिया जाता है.

कचरे के बदले नाश्ते का कूपन लेते हुए
कचरे के बदले नाश्ते का कूपन लेते हुए

पढ़ें- कैफे द बेस्ट: प्लास्टिक के खिलाफ Best पहल

लोग हो रहे हैं जागरूक
नगर निगम की इस योजना से लोगों में साफ-सफाई को लेकर जागरूकता बढ़ रही है. यहां सड़क से कचरा बीनने वाले ही नहीं बल्कि दूसरे क्षेत्र के लोग भी पॉलिथीन लेकर आ रहे हैं और मुफ्त में भोजन कर रहे हैं.

Intro:सरगुजा : अंबिकापुर नगर निगम ने देश के पहले गार्बेज कैफे की शुरुआत कर दी है, जहां एक ओर यह गार्बेज कैफे अपने आप में अनूठा और लोगों के आकर्षण का केंद्र बना हुआ है तो वही यहां से संचालित होने वाली योजना भी पूरे देश में चर्चा का विषय बनी हुई है।

दरअसल बात ही कुछ ऐसी है क्योंकि इस गार्बेज कैफे में खाने और नाश्ते की जगह पैसे नहीं बल्कि पॉलिथीन देनी होती है लोग रोडसाइड पॉलीथिन लेकर आते हैं और उन्हें पेट भर भोजन मुफ्त में दिया जाता है, इस योजना की विधिवत शुरुआत बुधवार को प्रदेश के स्वास्थ्य एवं पंचायत मंत्री टी एस सिंह देव ने कर दी है शुभारंभ के साथ ही पहले दिन 5 लोगों ने गार कैफे की योजना का लाभ लिया था लेकिन ईटीवी भारत ने दूसरे दिन जा कर गार वेज कैफे का हालचाल जाना शुभारंभ के अतिथि और निगम के अधिकारियों की अनुपस्थिति के बाद भी गार्बेज कैफे में स्व सहायता समूह की महिलाएं अपने कार्य में लगी हुई थी और शुरुआत के दूसरे दिन शाम 5:00 बजे तक 8 लोगों ने गार्बेज कैसे में भोजन किया था।


Body:इस गार्बेज कैफे को शुरू करने का जो मुख्य मकसद है वो पूरा होता दिख रहा है, लोग जागरूक हो रहें हैं, यहां सड़क से कचरा बीनने वाले ही नही बल्कि अन्य क्षेत्र के लोग भी पॉलीथिन लेकर आ रहे हैं, और मुफ्त में भोजन प्राप्त कर रहे हैं।

इस उत्सुकता में कुछ बच्चे अपने घर से एक किलो पॉलीथिन लेकर पहुंचे और यहां मसाला डोसे का स्वाद चखा, बहरहाल इस कैफे से जहां लोग उत्सुकता वश जुड़ रहे हैं तो वहीं शहर को पॉलिथीन मुक्त करने का नगर निगम का उद्देश्य भी पूरा हो रहा है।

बाईट01अगस्टीना कुजूर (प्रभारी एसएलआरएम)

बाईट02_विनोद पटेल (कैफे संचालक)

बाईट03_दीप शिखा (नास्ता कर रही छात्रा)

देश दीपक सरगुज़ा


Conclusion:
Last Updated : Oct 11, 2019, 1:59 PM IST
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