रायपुर: मंगलवार से गणपति विसर्जन की शुरुआत हो गई है. कोरोना संक्रमण के दौरान इस बार सोशल डिस्टेंसिंग और नियमों को ध्यान में रखकर गणपति विसर्जन की व्यवस्था की गई है. रायपुर शहर के महादेव घाट स्थित विसर्जन कुंड में नगर निगम और पुलिस की टीम विसर्जन व्यवस्था को लेकर तैनात की गई है. मूर्ति विसर्जन करने पहुंचे लोगों से जब हमने बातचीत की तो उनका कहना था कि हर साल धूमधाम से गणेश उत्सव के दौरान गणपति स्थापित किया जाता था. बैंड और बाजे-गाजे के साथ उनका विसर्जन होता था, लेकिन कोरोना वायरस संक्रमण के कारण बड़े आयोजन नहीं किए जा रहे हैं.
सुबह 6 से शाम 6 बजे तक विसर्जन
पूर्व में सुबह से लेकर देर रात तक मूर्ति विसर्जन किया जाता था, लेकिन इस साल नगर निगम ने मूर्ति विसर्जन के समय को सुबह 6 बजे से शाम 6 बजे तक कर दिया है. नगर निगम की ओर से विसर्जन कुंड में अलग-अलग पालियों के अनुसार कर्मचारियों और अधिकारियों की ड्यूटी भी लगाई जा रही है.
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अस्थाई कुंड में हो रहा विसर्जन
हर साल शहर के अलग-अलग स्थानों पर मूर्ति विसर्जन के लिए व्यवस्थाएं की जाती हैं. इस साल भी नगर निगम ने 10 जोन में विसर्जन की व्यवस्था की है. तालाबों में प्रदूषण न हो इसके लिए नगर निगम ने 40 अस्थाई कुंड बनाए हैं. विसर्जन को लेकर निगम ने गाड़ियां भी लगाई है. जहां लोग गणपति की मूर्ति छोड़कर जा सकते हैं. नगर निगम उसे महादेव घाट के विसर्जन कुंड में विसर्जित करेगा.
1 से 4 सितंबर तक व्यवस्था
नगर निगम ने गणपति विसर्जन को लेकर 1 सितंबर से 4 सितंबर तक की व्यवस्था की है. जहां पर सोशल डिस्टेंसिंग को ध्यान में रखते हुए गणपति का विसर्जन किया जाएगा. नगर निगम ने आम लोगों से अपील की है कि विसर्जन करने कम संख्या में पहुंचे. ताकि सोशल डिस्टेंस का पालन हो सके.