दुर्ग: मोहन नगर पुलिस ने गांजा तस्करी के मामले में 4 आरोपियों को गिरफ्तार किया है. जिसमें एक रेलवे पुलिस का जवान है. एक आरोपी फरार है, वो भी रेलवे पुलिस का जवान है. पुलिस ने आरोपियों के पास से 11 किलो गांजा बरामद किया है, जिसकी अनुमानित कीमत 1 लाख 10 हजार बताए जा रही है.
गांजा तस्करी में रेलवे पुलिस के जवान: मोहन नगर और साइबर पुलिस ने दुर्ग रेलवे स्टेशन के पीछे सूर्या होटल के पास से आरोपियों को गिरफ्तार किया है. आरोपियों ने एक थैले के भीतर प्लास्टिक की बोरी में 11 किलो गांजा छिपाकर रखा था. पकड़े गए आरोपियो में राजनांदगांव जीआरपी में पदस्थ सिपाही शैलेष कुमार ध्रुव व तीन गांजा तस्कर गा. फरार एक आरोपी भी रेलवे पुलिस का जवान है उसका नाम वसीम अहमद है. जिसकी पतासाजी में पुलिस जुटी हुई है.
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पुलिस के पूछताछ में आरोपी सिपाही शैलेष कुमार ध्रुव ने बताया कि वो दुर्ग जीआरपी में पदस्थ सिपाही वसीम अहमद के साथ मिलकर गांजा तस्करी की चेन चला रहा था. आरोपी सिपाही वसीम अहमद ने उसे पहले चार से पांच बार गांजा मंगवाकर दिया था और उस गांजा को कोचिया तक पहुंचाता था. आरोपी सिपाही ने ये भी बताया कि वे लोग ओडिशा से गांजा लाकर यहां खपा रहे थे. दूसरा सिपाही वसीम अहमद अभी भी फरार है, जिसकी तलाश की जा रही है। बाकी के पकड़े गए आरोपियो के खिलाफ एनडीपीएस एक्ट के तहत कार्रवाई की गई है.
गांजा तस्करी में पहले भी गिरफ्तार हो चुके हैं जवान: जनवरी 2023 में मोहन नगर पुलिस ने जीआरपी दुर्ग के दो जवान विकास सिंह और शैलेंद्र कुमार को गांजा तस्करी के मामले में गिरफ्तार किया था. ये दोनों जवान दुर्ग जीआरपी में पदस्थ थे. ओडिशा के गांजा तस्करों से गांजा मंगवाकर उसकी सप्लाई करते थे. इन सिपाहियों के साथ मध्यप्रदेश के भिंड जिले का रहने वाला आकाश भदौरिया नाम का युवक भी गिरफ्तार हुआ था. आकाश भदौरिया इन दोनों सिपाहियों से गांजा लेकर दुर्ग में खपाया करता था. उस कार्रवाई के बाद गांजा तस्करी के मामले में दूसरा मामला है. जब जीआरपी के ही जवान गांजा तस्करी में संलिप्ता उजागर हुई है.