रायपुर: प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल पर तीन साल के कार्यकाल में कोई काम न करने का आरोप लगाया (Raman Singh taunt on CM Bhupesh Baghel ) है. रायपुर के वीआईपी रोड स्थित अपने निवास में पूर्व सीएम रमन सिंह ने प्रेस वार्ता की. इस दौरान पूर्व सीएम डॉ रमन सिंह ने यूपी चुनाव, राज्यपाल सहित प्रदेश में बढ़ते अपराधिक घटना जैसे तमाम मुद्दों को लेकर सरकार को घेरा है. पूर्व सीएम डॉक्टर रमन सिंह ने कहा कि कांग्रेस यूपी में चाहे जितनी भी कोशिश कर ले, वहां भाजपा की सरकार बननी तय है.
यूपी चुनाव में भाजपा की पूर्ण बहुमत से बनेगी सरकार-रमन सिंह
पूर्व सीएम रमन सिंह ने कहा कि सभी राज्यों के चुनाव महत्वपूर्ण होते हैं. यूपी का चुनाव भी महत्वपूर्ण है. भारतीय जनता पार्टी का परफॉर्मेंस यूपी चुनाव में काफी अच्छा रहेगा. हमारे छत्तीसगढ़ के नेता भी उत्तर प्रदेश गए हुए हैं. उनसे लगातार बातें होती रहती है. उत्तर प्रदेश में पूर्ण बहुमत के साथ भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनेगी. जल्द ही नतीजे सबके सामने होंगे. प्रदेश के कांग्रेस नेता जहां-जहां जाते हैं, वहां का बंटाधार कर देते हैं. असम गए थे, पूरी ताकत झोंक दी थी. 6 महीने मेहनत करते रहे लेकिन वहां हालत क्या हुए, यह सभी ने देखा है. उत्तर प्रदेश में भी यही होने वाला है. पंजाब की हालत तो यह है कि वहां की रही-सही सरकार भी जा रही है.
'राज्यपाल की भूमिका को लेकर खड़े किए गए सवाल अनुचित'
रमन सिंह ने कहा कि जिस प्रकार की हल्की बातें राज्यपाल को लेकर की जाती है, इसको मैं अनुचित मानता हूं. राज्यपाल के पद की गरिमा है. उनकी मर्यादा है. राजभवन के दरवाजे सभी के लिए हमेशा खुले रहते हैं. प्रदेश में चाहे किसी की भी समस्या हो, कोई व्यक्ति अगर ज्ञापन लेकर आता है तो राज्यपाल महोदय उनसे मुलाकात करती हैं. वेस्ट बंगाल के बाद छत्तीसगढ़ी देश का ऐसा राज्य है, जहां गवर्नर की भूमिका को लेकर सवाल खड़े होते हैं. सरगुजा और बस्तर से हजारों आदिवासी पैदल मार्च कर रायपुर आते हैं. जब प्रदेश में उनकी बात कोई नहीं सुनता, उन पर लाठी चलती है, तब राज्यपाल उनकी बात सुनती हैं. राज्यपाल के दरवाजे उनके लिए हमेशा खुले रहते हैं. राज्यपाल ने उनसे मुलाकात भी की थी. एक महत्वपूर्ण भूमिका छत्तीसगढ़ में गवर्नर की रही है. इसमें कहीं किसी को उंगली उठाने की जरूरत नहीं है.
पुलिस विभाग अपराध को रोकने में नाकाम
रमन सिंह ने यह भी कहा कि रायपुर में लगातार आपराधिक घटनाएं बढ़ती जा रही है. सरेआम दौड़ा-दौड़ा कर चाकू मारे जाते हैं. अपराध बढ़ता जा रहा है. इसका कारण शराब, जुआ, सट्टा है. पुलिस के संरक्षण में आपराधिक गतिविधियां बढ़ रही हैं. जिस वजह से अपराध भी बढ़ा है. अपराध को रोकने वाला कोई नहीं है. क्योंकि पुलिस को आपराधिक गतिविधियों से मतलब नहीं है. पुलिस विभाग में सिर्फ नीचे से ऊपर तक वसूली का काम जारी है.
यह भी पढ़ें: रायगढ़ में वकीलों के समर्थन में बीजेपी ने निकाली रैली
'प्रदेश प्रभारियों का दौरा सामान्य'
रमन सिंह ने बताया कि हमारे संगठन की बड़ी सामान्य प्रक्रिया है. हमारे प्रभारी जो बनते हैं. वह सिर्फ प्रदेश के वरिष्ठ मंत्री से ही नहीं बल्कि जिले के कार्यकर्ताओं से भी सीधे बातचीत करते हैं. यह सामान्य परंपरा है. हमेशा से यह भारतीय जनता पार्टी में होता रहा है. अभी नितिन नवीन आए थे. सरगुजा में 3 दिन तक रहे. पुरंदेश्वरी का दौरा चल रहा है. प्रदेश के सभी जिला कार्यालय में जाकर सीधे कार्यकर्ताओं से बातचीत करना भाजपा के वरिष्ठ नेताओं का काम रहता है. भाजपा के प्रभारी के आने से कांग्रेस को किस बात का डर है. कांग्रेस के प्रभारी तो सिर्फ चुनाव के समय आते हैं.
रमन ने अमित शाह की तारीफ की
रमन सिंह ने कहा कि अमित शाह का अनुभव ना केवल गृह मंत्री के रूप में बल्कि राष्ट्रीय अध्यक्ष के रूप में भी है. देश के चप्पे-चप्पे में उन्होंने संगठन का विस्तार किया है. इलेक्शन गतिविधियों में लगातार उनकी महत्वपूर्ण भूमिका रही है. चाहे इसके पहले जितने भी चुनाव हुए हों. आज भी जिन राज्यों में चुनाव हो रहे हैं वहां उनकी महत्वपूर्ण भूमिका है. अमित शाह हमारे रणनीतिकार हैं. उनकी उपस्थिति मात्र से कार्यकर्ताओं में उत्साह बढ़ जाता है. जब वह कुछ बात को बोलते हैं तो अधिकार से बोलते हैं. अनुभव से बोलते हैं. अभी उन्होंने डोर टू डोर कैंपेनिंग किया है. बड़ी-बड़ी सभाओं में गए हैं, बूथ स्तर के कार्यकर्ताओं से सीधे बातचीत की है. उन्होंने कहा है कि सभी 5 राज्यों में जहां चुनाव हैं, वहां हमारी सरकार बनेगी. जब 10 मार्च को रिजल्ट आएगा तब यह साबित हो जाएगा.
यह भी पढ़ें: Raipur Police Special Team: नारकोटिक्स सेल, नशा तस्करों की खंगाल रहा कुंडली
पिछले 3 साल में छत्तीसगढ़ में नहीं हुआ कोई काम
जब विपक्ष की इतनी चिंता कांग्रेस की सरकार को है तो विधानसभा सत्र को लेकर कम से कम नेता प्रतिपक्ष और वरिष्ठ नेताओं से चर्चा करते. सत्र में 13 बैठकें होनी है. जिसमें बजट पास करना है. अलग-अलग मुद्दों पर चर्चा भी करनी है. ये चर्चा से भाग रहे हैं क्योंकि इनके विभाग में कोई काम ही नहीं किया गया है. सरकार ने पिछले 3 साल में कोई ऐसा काम नहीं किया है. जिस पर वह चर्चा कर सकती है. पीडब्ल्यूडी, इरिगेशन, डेवलपमेंट किसी तरह का कोई काम सरकार ने नहीं किया है. इसलिए वह चर्चा से भागना चाहते हैं. लेकिन सरकार को हम इतनी आसानी से चर्चा से भागने नहीं देंगे. प्रधानमंत्री आवास योजना, 25000 बच्चों की मौत, कुपोषण, स्व-सहायता समूह की महिलाओं के साथ जो अन्याय हुआ, इन सारे मुद्दों पर हम चर्चा करेंगे.