रायपुर: धर्मांतरण पर सुप्रीम कोर्ट की टिप्पणी को लेकर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के बयान पर पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह ने बयान दिया है. रमन सिंह ने कहा कि यह देश की भावनाओं की अभिव्यक्ति है. अगर कोई धर्मांतरण कर देता है तो उसे आरक्षण का लाभ नहीं मिलना चाहिए. मैं सुप्रीम कोर्ट के फैसले का पक्षधर हूं.
रमन का बघेल पर निशाना: पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह ने कहा कि" भानुप्रतापपुर के चुनाव में कांग्रेस के 4 साल के कुशासन का जनता करारा जवाब देगी, जो आक्रोश समाज के सभी वर्गों में पनप रहा है वो इस चुनाव में सामने आएगा. जनता कांग्रेस के प्रत्याशियों को बुरी तरह परास्त करेगी. ब्रह्मानंद नेताम एक सरल सहज लोकप्रिय प्रत्याशी है. विधानसभा विशेष सत्र को लेकर सीएम के बयान पर पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने निशाना साधते हुए कहा कि आरक्षण को लेकर विशेष सत्र बुलाए जाने पर कहा कि इसकी जरूरत नहीं है. विधानसभा में हमने इसे पारित कर दिया है, सरकार को इसको लेकर सुप्रीम कोर्ट में जाकर अपनी बात दमदारी से रखना चाहिए. जनता को भ्रमित नहीं करना चाहिए,ये चुनाव को देखते हुए विशेष सत्र की तारीख तय किए हैं."
गुजरात की तरह छ्त्तीसगढ़ में भी सभी विधायकों की टिकट कटेगी CM के इस बयान पर पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह ने कहा कि "भूपेश बघेल को अपने विधायकों की चिंता करनी चाहिए कि उनमें से कितने जीतकर आएंगे. बीजेपी पूरे धमाके के साथ पूरी ताकत के साथ आने वाले चुनाव में जीत कर आएगी".
धर्मांतरण को लेकर सुप्रीम कोर्ट की टिप्पणी पर सीएम ने यह कहा था: "जाति जन्म से होती है और उसे बदला नहीं जा सकता. आप जिस जाति में जन्म लिए हो जाति को आप नहीं बदल सकते लेकिन धर्म चुनने का अधिकार सभी को है, पहले जब राजतंत्र था राजा का दंड होता था राजा का सिक्का होता था और उसका ही धर्म होता था और सभी उसे मानते थे. अभी स्थिति यह है कि प्रजातंत्र में लोगों को धर्म चुनने का अधिकार है, बहुत सारे लोगों ने अनेक धर्म स्वीकार किए हैं, लेकिन जबरदस्ती किसी को धर्मांतरण कराने वाले लोगों के लिए कठोर कार्रवाई का नियम है और हमारी सरकार ने कठोर कार्रवाई भी की है, जबरदस्ती धर्मांतरण करने वाले लोगों के खिलाफ हम कार्रवाई करेंगे."
मोहन भागवत के दौरे पर मोहन मरकाम के बयान पर पूर्व मुख़्यमंत्री रमन सिंह का पलटवार: पूर्व मुख़्यमंत्री रमन सिंह ने कहा कि "मोहन भागवत गैर राजनीतिक सोच रखते हैं. उन्हें किसी राजनीतिक दल से कोई लेना-देना नहीं है,वह भारत की अखंडता, एकता, स्वाभिमान के लिए काम करते है. हिंदू धर्म को जोड़ने का काम कर रहे हैं, कांग्रेस जो तोड़ती है RSS उसको जोड़ने का काम करती है , उनका आना सरगुजा के लिए एक अच्छा संकेत है".