रायपुर : छत्तीसगढ़ विधानसभा बजट सत्र के (chhattisgarh assembly budget session 2022) चौथे दिन की कार्यवाही के दौरान पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह ने किसान को लेकर ध्यान आकर्षण लगाया. धान के रकबे में कटौती को लेकर विधानसभा का ध्यान आकर्षित किया. रमन सिंह ने छुरिया के किसान द्वारा आत्महत्या का मुद्दा सदन में उठाया. इस पर मंत्री जयसिंह अग्रवाल ने कहा कि यह कहना सही नहीं है कि सुरेश कुमार नेताम किसान पर कर्ज था. वह धान की रकम से कर्ज चुकाने वाला था. उनकी आत्महत्या के मामले में जांच का आवेदन जनप्रतिनिधि द्वारा मिला था. उसकी जांच जारी है, लेकिन धान के रकबे में गिरदारवी के समय पूरे प्रदेश में कटौती की जा रही है. यह कहना सही नहीं है.
इस पूरे मामले पर रमन सिंह ने कहा कि वह हमेशा ही धान बेचता रहा. कर्ज पटाता रहा. उसके पास 3.82 एकड़ जमीन थी, लेकिन अचानक 2.41 एकड़ कर दी गई. इसके बाद उसकी धान खरीदी को भी मना कर दिया गया. उसके परिजनों से कोई मिलने तक नहीं गया. हम चाहते हैं कि मुख्यमंत्री इस किसान को 50 लाख का मुआवजा दें. दोषियों के खिलाफ जांच कर कार्रवाई करेंगे क्या..? इसके बाद मंत्री जयसिंह अग्रवाल ने इस मामले की जांच कराने की घोषणा की.