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महिलाओं के खिलाफ अपराध रोकने स्पेशल मॉनिटरिंग सेल का गठन, DGP ने दिए निर्देश - स्पेशल मॉनिटरिंग सेल का गठन

DGP डीएम अवस्थी ने महिलाओं के खिलाफ अपराध रोकने स्पेशल मॉनिटरिंग सेल फॉर क्राइम अगेंस्ट वुमेन का गठन किया है.

Formation of Special Monitoring Cell For woman in chhattisgarh
स्पेशल मॉनिटरिंग सेल का गठन
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Published : Dec 11, 2019, 9:35 PM IST

Updated : Dec 11, 2019, 11:15 PM IST

रायपुर : मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के महिला अपराधों पर रोकथाम के निर्देश पर DGP डीएम अवस्थी ने वीडियो क्रॉन्फेंसिंग से सभी जिलों के पुलिस अधिकारियों की बैठक ली. उन्होंने बताया कि महिला संबंधी अपराधों की प्रभारी माॉनिटरिंग के लिए पुलिस मुख्यालय स्तर पर स्पेशल मॉनिटरिंग सेल फॉर क्राइम अगेंस्ट वुमेन का गठन किया गया है.

स्पेशल मॉनिटरिंग सेल का गठन

इसके तहत महिलाओं के खिलाफ घटित होने वाले अपराधों जैसे हत्या, रेप, छेड़छाड़, एसिड अटैक और दहेज प्रताड़ना जैसे प्रकरणों की माॉनिटरिंग की जाएगी.

पुलिस मुख्यालय भेजी जाएगी रिपोर्ट

इस सेल का प्रभारी पुलिस मुख्यालय में DIG नेहा चंपावत को बनाया गया है. अवस्थी ने प्रत्येक जिले में भी इस प्रकार के सेल के गठन के निर्देश दिए हैं, जिसमें राजपत्रित स्तर के पुलिस अधिकारी को नोडल अधिकारी नियुक्त किया जाएगा. जिले में गठित सेल की ओर से प्रतिदिन महिलाओं के खिलाफ घटित अपराधों की विवेचना की प्रगति रिपोर्ट पुलिस मुख्यालय को भेजी जाएगी.

जारी किए हेल्प लाइन नंबर

DM अवस्थी ने कहा कि 'पीड़ित महिला जिले में गठित सेल में प्रभावी कार्रवाई न होने पर पुलिस मुख्यालय में गठित सेल के हेल्प लाइन नंबर 9479191667 और ई-मेल आईडी smcphq@gmail.com पर संपर्क कर सकती हैं. मैं स्वयं प्रत्येक 15 दिन में उक्त सेल की कार्रवाई की मॉनिटरिंग करूंगा.

'हेल्प लाइन नंबर का प्रचार-प्रसार करें'

डीजीपी ने निर्देश दिए कि प्रत्येक थाने में एक महिला सेल का गठन करें, जिसमें महिला पुलिस अधिकारी की ड्यूटी लगाए, जिससे पीड़ित महिला आसानी से अपनी बात रख सकें. जिले में संवेदनशील स्थानों को चिन्हित कर महिला हेल्प लाइन नंबर 1091 और डॉयल 112 के होर्डिंग्स/फ्लैक्स लगाकर व्यापक प्रचार-प्रसार करें.

उन्होंने निर्देश दिए कि ग्रामीण क्षेत्रों में भी उक्त नंबरों के संबंध में जागरूकता फैलाई जाए. महिला पेट्रोलिंग टीम संवेदनशील स्थानों में लगातार भ्रमण करें और किसी प्रकार शिकायत मिलने पर तत्काल कार्रवाई करें.

6 जिलों में 'IUCAW' हैं संचालित

राज्य के 6 जिलों रायपुर, दुर्ग, राजनांदगांव, बिलासपुर, जांजगीर-चांपा और रायगढ़ में महिलाओं के खिलाफ अपराध अनुसंधान इकाई (IUCAW) संचालित हैं. इन इकाइयों द्वारा महिला अपराधों की शत-प्रतिशत मॉनिटरिंग कर विवेचना की प्रगति से प्रतिदिन पुलिस मुख्यालय को अवगत कराया जाएगा.

रायपुर : मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के महिला अपराधों पर रोकथाम के निर्देश पर DGP डीएम अवस्थी ने वीडियो क्रॉन्फेंसिंग से सभी जिलों के पुलिस अधिकारियों की बैठक ली. उन्होंने बताया कि महिला संबंधी अपराधों की प्रभारी माॉनिटरिंग के लिए पुलिस मुख्यालय स्तर पर स्पेशल मॉनिटरिंग सेल फॉर क्राइम अगेंस्ट वुमेन का गठन किया गया है.

स्पेशल मॉनिटरिंग सेल का गठन

इसके तहत महिलाओं के खिलाफ घटित होने वाले अपराधों जैसे हत्या, रेप, छेड़छाड़, एसिड अटैक और दहेज प्रताड़ना जैसे प्रकरणों की माॉनिटरिंग की जाएगी.

पुलिस मुख्यालय भेजी जाएगी रिपोर्ट

इस सेल का प्रभारी पुलिस मुख्यालय में DIG नेहा चंपावत को बनाया गया है. अवस्थी ने प्रत्येक जिले में भी इस प्रकार के सेल के गठन के निर्देश दिए हैं, जिसमें राजपत्रित स्तर के पुलिस अधिकारी को नोडल अधिकारी नियुक्त किया जाएगा. जिले में गठित सेल की ओर से प्रतिदिन महिलाओं के खिलाफ घटित अपराधों की विवेचना की प्रगति रिपोर्ट पुलिस मुख्यालय को भेजी जाएगी.

जारी किए हेल्प लाइन नंबर

DM अवस्थी ने कहा कि 'पीड़ित महिला जिले में गठित सेल में प्रभावी कार्रवाई न होने पर पुलिस मुख्यालय में गठित सेल के हेल्प लाइन नंबर 9479191667 और ई-मेल आईडी smcphq@gmail.com पर संपर्क कर सकती हैं. मैं स्वयं प्रत्येक 15 दिन में उक्त सेल की कार्रवाई की मॉनिटरिंग करूंगा.

'हेल्प लाइन नंबर का प्रचार-प्रसार करें'

डीजीपी ने निर्देश दिए कि प्रत्येक थाने में एक महिला सेल का गठन करें, जिसमें महिला पुलिस अधिकारी की ड्यूटी लगाए, जिससे पीड़ित महिला आसानी से अपनी बात रख सकें. जिले में संवेदनशील स्थानों को चिन्हित कर महिला हेल्प लाइन नंबर 1091 और डॉयल 112 के होर्डिंग्स/फ्लैक्स लगाकर व्यापक प्रचार-प्रसार करें.

उन्होंने निर्देश दिए कि ग्रामीण क्षेत्रों में भी उक्त नंबरों के संबंध में जागरूकता फैलाई जाए. महिला पेट्रोलिंग टीम संवेदनशील स्थानों में लगातार भ्रमण करें और किसी प्रकार शिकायत मिलने पर तत्काल कार्रवाई करें.

6 जिलों में 'IUCAW' हैं संचालित

राज्य के 6 जिलों रायपुर, दुर्ग, राजनांदगांव, बिलासपुर, जांजगीर-चांपा और रायगढ़ में महिलाओं के खिलाफ अपराध अनुसंधान इकाई (IUCAW) संचालित हैं. इन इकाइयों द्वारा महिला अपराधों की शत-प्रतिशत मॉनिटरिंग कर विवेचना की प्रगति से प्रतिदिन पुलिस मुख्यालय को अवगत कराया जाएगा.

Intro:महिला अपराधों पर रोकथाम के लिये स्पेशल मानिटरिंग सेल फाॅर क्राईम अगेंस्ट वूमेन का गठन

पीड़ित महिलायें थानों में प्रभावी कार्यवाही ना होने पर सेल के ईमेल और हेल्प लाईन नम्बर पर कर सकेंगी शिकायत

डीजीपी डीएम अवस्थी ने महिला अपराधों पर तत्काल कार्यवाही के वीडियो कांफ्रेंसिंग में दिये निर्देश

रायपुर । मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के महिला अपराधों पर रोकथाम के निर्देश पर डीजीपी डीएम अवस्थी ने वीडियो क्रांफ्रेंसिंग के माध्यम से सभी जिलों के पुलिस अधिकारियों की बैठक ली। उन्होंने बताया कि महिला संबंधी अपराधों की प्रभारी माॅनिटरिंग के लिये पुलिस मुख्यालय स्तर पर स्पेशल माॅनिटरिंग सेल फाॅर क्राईम अगेंस्ट वूमेन का किया गया है। जिसमें महिलाओं के विरूद्ध घटित होने वाले अपराधों जैसे हत्या, बलात्कार, छेड़छाड़, एसिड अटैक और दहेज मृत्यु जैसे प्रकरणों की माॅनिटरिंग की जायेगी।

Body:इस सेल का प्रभारी पुलिस मुख्यालय में डीआईजी नेहा चम्पावत को बनाया गया है। अवस्थी ने प्रत्येक जिले में भी इस प्रकार के सेल के गठन के निर्देश दिये हैं, जिसमें राजपत्रित स्तर के पुलिस अधिकारी को नोडल अधिकारी नियुक्त किया जायेगा। जिले में गठित सेल के द्वारा प्रतिदिन महिलाओं के विरूद्ध घटित अपराधों की विवेचना की प्रगति रिपोर्ट पुलिस मुख्यालय भेजी जायेगी।

अवस्थी ने बताया कि पीड़ित महिला जिले में गठित सेल में प्रभावी कार्यवाही ना होने पर पुलिस मुख्यालय में गठित सेल के हेल्प लाईन नम्बर 9479191667 और ईमेल आईडी smcphq@gmail.com पर संपर्क कर सकती हैं। मैं स्वयं प्रत्येक 15 दिन में उक्त सेल द्वारा की गई कार्यवाही की माॅनिटरिंग करूंगा।

डीजीपी अवस्थी ने निर्देश दिये कि प्रत्येक थाना में एक महिला सेल का गठन करें जिसमें महिला पुलिस अधिकारी की ड्यूटी लगायें। जिससे पीड़ित महिला आसानी से अपनी बात रख सकें। उन्होंने निर्देश दिये कि जिले में संवेदनशील स्थानों को चिन्ह्ति कर महिला हेल्प लाईन नम्बर 1091 और डाॅयल 112 का होर्डिंग्स/फ््लैक्स लगाकर व्यापक प्रचार-प्रसार करें। ग्रामीण क्षेत्रों में भी उक्त नम्बरों के संबंध में जागरूकता फैलाई जाये। महिला पेट्रोलिंग टीम संवेदनशील स्थानों में लगातार भ्रमण करें एवं किसी प्रकार शिकायत मिलने पर तत्काल कार्यवाही करें। उन्होंने कहा कि राज्य के 6 जिलों रायपुर, दुर्ग, राजनांदगांव, बिलासपुर, जांजगीर-चांपा एवं रायगढ़ में महिला विरूद्ध अपराध अनुसंधान इकाई (IUCAW) संचालित है। इन इकाईयों द्वारा महिला अपराधों की शत-प्रतिशत माॅनिटरिंग कर विवेचना की प्रगति से प्रतिदिन पुलिस मुख्यालय को अवगत करायें।

Conclusion:इस अवसर पर एडीजी आर के विज, अशोक जुनेजा, हिमांशु गुप्ता, रायपुर आईजी आनंद छाबड़ा, डीआईजी ओपी पाल, एआईजी मयंक श्रीवास्तव समेत सभी जिलों के पुलिस अधिकारी उपस्थित रहे।
Last Updated : Dec 11, 2019, 11:15 PM IST
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