रायपुर: हमारा सिस्टम ऐसा है कि पहले लापरवाही या कोई घटना होती है, तो उसकी जिम्मेदारी किसकी है ये तय किया जाता है. इसके बाद किसी न किसी पर कार्रवाई करके प्रशासन कोटा पूरा कर देता है. रविवार एम्स में बड़ी लापरवाही सामने आई थी. मरीज को एक्सपायर डेट का इंजेक्शन लगाया गया था. प्रबंधन ने 2 फार्मासिस्ट को बर्खास्त कर दिया है. जबकि स्टोर में मेडिसिन मैनेज करने का काम स्टोर मैनेजर का होता है.
स्टोर में दवा मैनेज करने का काम स्टोर मैनेजर का होता है. स्टोर मैनेजर पर किसी भी प्रकार की करवाई न करते हुए सीधे दो फार्मासिस्ट को बर्खास्त कर दिया गया. इस मामले में जब ETV भारत की टीम ने एम्स मेडिकल सुप्रीटेंडेंट अजय दानी से बात की तो उन्होंने इसे फार्मेसी का मामला करार दे दिया.
रविवार को सामने आया था मामला
रविवार को एम्स प्रबंधन ने 2 फार्मासिस्ट को बर्खास्त किया गया. मरीज प्रकाश चंद जैन की हालत अभी भी नाजुक बनी हुई है. एम्स प्रबंधन द्वारा एक जांच कमेटी बनाई गई है. यह कमेटी प्रबंधन को 7 दिनों के भीतर रिपोर्ट सौपेंगी. इस जांच कमेटी में 4 सदस्य हैं और 2 बिंदुओं के आधार पर जांच की जा रही है.
मरीजों का भरोसा खो रहे हैं अस्पताल
एम्स जैसे बड़े अस्पताल में इस तरह की गड़बड़ियां जहां एक ओर मरीजों का भरोसा खोती जा रही हैं, वहीं दूसरी तरफ अस्पताल प्रबंधन की इस तरह की करवाई मरीजों का विश्वास और कमजोर कर रही है.