रायपुर : छत्तीसगढ़ में गणतंत्र दिवस पर राज्यस्तरीय समारोह रायपुर में है. यहां राज्यपाल अनुसुइया उइके मुख्य अतिथि हैं. वहीं बस्तर में मुख्य अतिथि सीएम भूपेश बघेल हैं. इन दोनों जगह के अलावा पूरे प्रदेश में गणतंत्र दिवस पर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं.
छत्तीसगढ़ में ध्वजारोहण करने वाले मुख्य अतिथियों की सूची
- मुख्यमंत्री भूपेश बघेल बस्तर जिला मुख्यालय जगदलपुर
- छत्तीसगढ़ विधानसभा अध्यक्ष डॉ. चरणदास महंत नवगठित जिला सक्ती मुख्यालय
- गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू महासमुंद
- कृषि मंत्री रविन्द्र चौबे दुर्ग
- वन मंत्री मोहम्मद अकबर कबीरधाम
- स्कूल शिक्षा मंत्री डॉ. प्रेमसाय सिंह टेकाम सूरजपुर
- उद्योग एवं वाणिज्य मंत्री कवासी लखमा सुकमा
- खाद्य मंत्री अमरजीत भगत राजनांदगांव
- राजस्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल कोरिया जिला मुख्यालय बैकुण्ठपुर
- नगरीय प्रशासन एवं विकास मंत्री डॉ. शिवकुमार डहरिया गरियाबंद
- महिला एवं बाल विकास मंत्री अनिला भेड़िया बालोद
- उच्च शिक्षा मंत्री उमेश पटेल रायगढ़ और लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी मंत्री गुरू रूद्रकुमार मुंगेली
- विधानसभा के उपाध्यक्ष संतराम नेताम कोण्डागांव
- संसदीय सचिव गुरूदयाल सिंह बंजारे बेमेतरा
- संसदीय सचिव विकास उपाध्याय बिलासपुर
- संसदीय सचिव चंद्रदेव प्रसाद राय जांजगीर
- संसदीय सचिव पारसनाथ राजवाड़े सरगुजा के जिला मुख्यालय अम्बिकापुर
- संसदीय सचिव डॉ. श्रीमती रश्मि आशिष सिंह बलरामपुर
- संसदीय सचिव शिशुपाल सोरी कांकेर
- संसदीय सचिव शकुन्तला साहू बलौदाबाजार और संसदीय सचिव इन्द्रशाह मंडावी मोहला-मानपुर-अंबागढ़ चौकी
- विधायक एवं अध्यक्ष बस्तर क्षेत्र आदिवासी विकास प्राधिकरण लखेश्वर बघेल दंतेवाड़ा
- विधायक एवं अध्यक्ष छत्तीसगढ़ हस्त विकास बोर्ड चंदन कश्यप नारायणपुर
- विधायक अनिता शर्मा धमतरी
- विधायक डॉ. विनय जायसवाल कोरबा
- विधायक डॉ. के.के. ध्रुव गौरेला-पेंड्रा-मरवाही के जिला मुख्यालय गौरेला
- विधायक विनय कुमार भगत जशपुर
- विधायक विक्रम मंडावी बीजापुर
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आइए आपको बताते हैं क्यों मनाया जाता है गणतंत्र दिवस :1947 में मिली आजादी के बाद 15 अगस्त को आधिकारिक रूप से स्वतंत्रता दिवस घोषित कर दिया गया. वहीं 26 जनवरी, 1930 को पूर्ण स्वराज का प्रस्ताव लागू होने के कारण इस तिथि को महत्व देने के लिए ही इस दिन संविधान लागू हुआ . 26 नवंबर, 1949 में भारत का संविधान बनकर पूरी तरह तैयार हो चुका था. लेकिन 26 जनवरी की महत्ता को देखते हुए इसी दिन साल 1950 में संविधान लागू किया गया.देश को पूर्ण गणतंत्र घोषित किया गया. तब से लेकर हमेशा हर साल 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस मनाया जाता है.