रायपुर: छत्तीसगढ़ में विधानसभा का मानसून सत्र शुरू हो गया है. सदन ने अविभाजित मध्यप्रदेश के विधानसभा सदस्य संतोष कुमार अग्रवाल, छत्तीसगढ़ विधानसभा के सदस्य भीमा मंडावी, छत्तीसगढ़ विधानसभा के पूर्व सदस्य बलराम सिंह ठाकुर के निधन पर शोक व्यक्त किया और श्रद्धांजलि दी. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की मां बिंदेश्वरी बघेल को भी श्रद्धांजलि दी गई. सदन की कार्यवाही सोमवार तक के लिए स्थगित कर दी गई है.
मानसून सत्र में विपक्ष ने सरकार को घेरने की पूरी तैयारी कर ली है. मुख्य विपक्षी दल बीजेपी और जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) सत्ता पक्ष को किसान कर्ज माफी, बेरोजगारी और कानून व्यवस्था समेत कई मुद्दों पर सदन में घेर सकता है.
सरकार को घेरेगा विपक्ष
इसी सत्र में जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ के विधायक सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव भी लाना चाह रहे हैं, हालांकि उनके विधायकों की संख्या महज पांच ही है और इनके गठबंधन वाले दल बसपा के पास सिर्फ दो विधायक हैं. ऐसे में अविश्वास प्रस्ताव लाने के लिए 3 और विधायकों की इन्हें जरूरत पड़ेगी. इसके वे बीजेपी विधायक दल का समर्थन लेना चाह रहे हैं. अभी दो दिन पहले बिलासपुर पहुंचे नेता विपक्ष धरमलाल कौशिक ने अविश्वास प्रस्ताव पर कहा था कि, उनके पास जनता कांग्रेस का फोन आया था, जिसपर वे अपने विधायकों के बात करेंगे.
विपक्ष के पास ये हैं मुद्दे
मानसूम सत्र में बीजेपी दिवंगत विधायक भीमा मंडावी की हत्या, किसानों की कर्जमाफी, कानून व्यवस्था, योजनाओं में बदलाव और रोजगार के मुद्दों पर सरकार को घेरने की तैयारी कर रही है. वहीं जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) इस सत्र में शराबबंदी के मुद्दे को जोर-शोर से उठाने की कोशिश में है. वहीं सरकार इस सत्र में पत्रकार सुरक्षा कानून समेत सात विधेयक पास कराने की तैयारी में है. इसके अलावा 15 जुलाई को सदन में अनुपूरक बजट पेश किया जा सकता है. इस 6 दिन के मानसून सत्र में विधायकों ने 950 से ज्यादा सवाल लगाये हैं, जिससे अनुमान लगाया जा रहा है कि ये सत्र काफी हंगामेदार हो सकता है.