रायपुर: सीएम भूपेश बघेल ने गणतंत्र दिवस पर राज्य के कर्मचारियों के लिए बड़ी घोषणा की थी. उस एलान में छत्तीसगढ़ के सभी सरकारी दफ्तरों में फाइव डे वर्किंग लागू करने की बात कही गई थी. प्रदेश के सरकारी दफ्तरों में 2 फरवरी से फाइव डे वर्किंग प्रणाली लागू हो गई है. शनिवार पांच फरवरी को फाइव डे वर्किंग का पहला शनिवार था. इस दौरान ईटीवी भारत ने छत्तीसगढ़ के सरकारी दफ्तरों का जायजा लिया. ईटीवी भारत के रियलिटी चेक में कई दफ्तर बंद पाए गए. कई ऐसे दफ्तर खुले थे. जहां कर्मचारी काम करते देखे गए. सीएम बघेल की घोषणा के बाद छत्तीसगढ़ के सरकारी दफ्तरों में अब पांच दिनों के कार्यदिवस की शुरुआत हुई है.
सरकार के फैसले से कर्मचारी खुश
ईटीवी भारत ने सरकारी कर्मचारियों से बात की. उन्होंने सरकार के इस फैसले का स्वागत किया. सप्ताह में दो दिन अवकाश से सभी कर्मचारी खुश हैं. लेकिन बहुत सारे कर्मचारी और अधिकारी ऐसे हैं जिन्हें जिम्मेदारी मिली है. वे जनहित को ध्यान में रखते हुए कलेक्टर कार्यालय में काम कर रहे हैं. ऐसे कई अधिकारी और कर्मचारी हैं जो इस दौरान ऑफिस में काम करते देखे गए हैं. अधिकांश अधिकारियों ने बताया कि वह छुट्टी में इसलिए काम करने आए हैं क्योंकि सामान्य कार्य दिवस में लोगों की आवाजाही होती है. इसलिए छुट्टी के दिन वह शांति से काम करने आए हैं. ताकि अपनी जिम्मेदारी को पूरा कर सकें. कई कर्मचारियों का कहना है कि पांच दिवस कार्य प्रणाली के लागू होने से कर्मचारियों का तनाव कम होगा.
बात दें कि सरकार ने सप्ताह में 2 दिन अवकाश की घोषणा की है. बांकी बचे 5 दिनों में कार्य अवधि को 1 घंटे बढ़ा दिया गया है. सोमवार को जब सरकारी दफ्तर खुलेंगे तब कर्मचारी और अधिकारी एक घंटे अतिरिक्त कार्य करेंगे.