रायपुरः छत्तीसगढ़ के संस्कृति मंत्री अमरजीत भगत ने अपने निवास कार्यालय में सोमवार को संस्कृति विभाग के कामकाज की समीक्षा बैठक ली. मंत्री भगत ने अधिकारियों को संचालनालय में फिल्म विकास निगम का सेल गठित करने का निर्देश दिया है. इसके अलावा बैठक में मैनपाट महोत्सव की तैयारी के लिए भी अधिकारियों को निर्देश दिया है.
भगत ने बैठक में कहा कि 'प्रदेश के कलाकारों के लिए मानदेय निर्धारण के लिए समिति गठित की जाए. साथ ही समिति में राज्य के कलाकारों को भी शामिल किया जाना चाहिए. छत्तीसगढ़ के विभिन्न जिलों में होने वाले आयोजनों की सूची तैयार करने कहा है.
300 एकड़ में फिल्म सिटी
मंत्री भगत ने कहा कि 'पुरखौती मुक्तांगन के पास करीब 300 एकड़ में फिल्म सिटी का निर्माण किया जाएगा, जिसके लिए नीति लगभग तैयार है और उसका परीक्षण किया जा रहा है. इसके लिए उन्होंने सेल में प्रभारी अधिकारी नियुक्त करने के साथ ही जरूरी उपकरण मुहैया कराने का निर्देश दिया है. वहीं फिल्म सिटी में लिए अन्य राज्यों से आनेवालों को सुविधा देने की भी बात कही है.
कलाकरों को आवश्यक प्रशिक्षण
फिल्म सिटी में होने वाली फिल्मों की शूटिंग के लिए प्रदेश के कलाकारों को कौशल विकास योजनाओं से जोड़कर गायन, वादन, अभिनय, लाइट, साउंड, कैमरा आदि का प्रशिक्षण दिया जा सकता है. इसके लिए खैरागढ़ संगीत विश्वविद्यालय और रायपुर के कमला देवी संगीत महाविद्यालय से भी सहयोग लिया जा सकता है.
प्राइमरी पाठ्य पुस्तकों में राज्यगीत होगा शामिल
मंत्री भगत ने कहा कि 'छत्तीसगढ़ी फिल्म को बाजार मिले इसके लिए राज्य के जिन जिलों में सिनेमा घर नहीं है, वहां भी सिनेमा की व्यवस्था होनी चाहिए. भगत ने प्रदेश में संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए प्रदेश के प्राइमरी स्कूल के पाठ्य पुस्तकों में राष्ट्रगान 'जन गण मन' के समान ही छत्तीसगढ़ की राज्यगीत 'अरपा पैरी के धार' को भी शमिल करने का प्रस्ताव बनाने के निर्देश दिया है.