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किसानों ने MSP से 600 रुपये कम में मंडी व्यापारियों को बेचा 7 लाख क्विंटल मक्का

पिछले साल सरकार ने मक्का का एमएसपी 1760 रुपए प्रति क्विंटल तय किया था, लेकिन उस समय भी किसान ने सरकारी खरीदी केंद्र में मक्का नहीं बेचा था, जबकि उस समय व्यापारियों को किसानों ने 3 लाख 79 हजार क्विंटल मक्का बेचा था. इस साल मक्के के समर्थन मूल्य में 90 रुपये प्रति क्विंटल की बढ़ोतरी की गई है. इसके बावजूद भी कुछ ही किसान मक्का बेचने के लिए खरीदी केंद्रों तक पहुंचे हैं.

Farmers sold 7 lakh quintals of maize to mandi traders for less than Rs 600
मक्का
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Published : Feb 16, 2021, 4:44 PM IST

Updated : Feb 16, 2021, 6:07 PM IST

जगदलपुर: देशभर में न्यूनतम समर्थन मूल्य पर मचे बवाल के बीच बस्तर के किसानों ने समर्थन मूल्य से 600 रुपये कम में ही करीब 7 लाख क्विंटल मक्का व्यापारियों को बेच दिया है. किसानों का तर्क है कि सरकारी खरीदी केंद्रों में नमी ज्यादा होने का बहाना बनाकर मक्का लेने से इनकार कर दिया जाता है. इस कारण वे कम दाम में ही व्यापारियों को मक्का बेचने के लिए मजबूर हैं. 69 दिन में कांकेर को छोड़ संभाग के 6 जिलों के सरकारी खरीदी केंद्रों में कुछ ही किसान मक्का बेचने पहुंचे हैं. वहीं व्यापारियों के मुताबिक वे हाट बाजारों में तय दर के आधार पर ही खरीदी करते हैं.

पिछले साल सरकार ने मक्का का एमएसपी 1760 रुपए प्रति क्विंटल तय किया था, लेकिन उस समय भी किसान ने सरकारी खरीदी केंद्र में मक्का नहीं बेचा था, जबकि उस समय व्यापारियों को किसानों ने 3 लाख 79 हजार क्विंटल मक्का बेचा था. इस साल मक्के के समर्थन मूल्य में 90 रुपये प्रति क्विंटल की बढ़ोतरी की गई है. इसके बावजूद भी कुछ ही किसान मक्का बेचने के लिए खरीदी केंद्रों में पहुंच पाए हैं. इस साल मक्का बेचने के लिए पूरे संभाग में 27 हजार किसानों ने पंजीयन कराया है, जो पिछले साल की तुलना में 10 हजार ज्यादा है.

छत्तीसगढ़ का दूसरा मक्का खरीदी केंद्र बना राजपुर: चिंतामणि महाराज

24 केंद्रों में मक्का खरीदी की व्यवस्था

व्यापारियों को मक्का बेचने वाले किसानों में सबसे अधिक किसान बस्तर, बकावंड और जगदलपुर के साथ ही लौंहडीगुड़ा ब्लॉक के हैं. धान खरीदी खत्म होने के बाद खरीदी केंद्र के प्रभारी अब मक्का खरीदी के लिए किसानों के आने का इंतजार कर रहे हैं. इस साल जिला प्रशासन ने बस्तर जिले के 24 केंद्रों में मक्का खरीदी की व्यवस्था की है. विपणन अधिकारी ने कहा कि धान की तरह मक्के की खरीदी के लिए केंद्रों में पूरी व्यवस्था की गई है. नियमों के तहत किसानों से मक्के की खरीदी की जा रही है. लेकिन अबतक केवल 15 किसान ही मक्का बेचने केंद्रों तक पहुंच सके हैं.

किसान मंडियों में बेच रहे मक्का
पिछले साल जहां 422 किसानों ने 416 हेक्टयर में लगी मक्के की फसल को बेचने के लिए पंजीयन कराया था. वहीं इस साल किसानों ने 4318 हेक्टेयर में लगे मक्का को बेचने के लिए पंजीयन कराया है. इधर कृषि उपज मंडी में मक्के की भरपूर आवक हो रही है. मंडी के अधिकारियों ने बताया कि समर्थन मूल्य से कम दाम मिलने के बाद भी किसान बड़ी संख्या में मक्का मंडियों में बेच रहे हैं. मंडी में मक्का का भाव 1300 से लेकर 1500 प्रति क्विंटल मिल रहा है. अबतक किसानों ने 7 लाख 4 हजार क्विंटल मक्का मंडी में बेचा है. व्यापारियों का कहना है कि मंडी के व्यापारी एमएसपी देने के लिए बाध्य नहीं हैं.

जगदलपुर: देशभर में न्यूनतम समर्थन मूल्य पर मचे बवाल के बीच बस्तर के किसानों ने समर्थन मूल्य से 600 रुपये कम में ही करीब 7 लाख क्विंटल मक्का व्यापारियों को बेच दिया है. किसानों का तर्क है कि सरकारी खरीदी केंद्रों में नमी ज्यादा होने का बहाना बनाकर मक्का लेने से इनकार कर दिया जाता है. इस कारण वे कम दाम में ही व्यापारियों को मक्का बेचने के लिए मजबूर हैं. 69 दिन में कांकेर को छोड़ संभाग के 6 जिलों के सरकारी खरीदी केंद्रों में कुछ ही किसान मक्का बेचने पहुंचे हैं. वहीं व्यापारियों के मुताबिक वे हाट बाजारों में तय दर के आधार पर ही खरीदी करते हैं.

पिछले साल सरकार ने मक्का का एमएसपी 1760 रुपए प्रति क्विंटल तय किया था, लेकिन उस समय भी किसान ने सरकारी खरीदी केंद्र में मक्का नहीं बेचा था, जबकि उस समय व्यापारियों को किसानों ने 3 लाख 79 हजार क्विंटल मक्का बेचा था. इस साल मक्के के समर्थन मूल्य में 90 रुपये प्रति क्विंटल की बढ़ोतरी की गई है. इसके बावजूद भी कुछ ही किसान मक्का बेचने के लिए खरीदी केंद्रों में पहुंच पाए हैं. इस साल मक्का बेचने के लिए पूरे संभाग में 27 हजार किसानों ने पंजीयन कराया है, जो पिछले साल की तुलना में 10 हजार ज्यादा है.

छत्तीसगढ़ का दूसरा मक्का खरीदी केंद्र बना राजपुर: चिंतामणि महाराज

24 केंद्रों में मक्का खरीदी की व्यवस्था

व्यापारियों को मक्का बेचने वाले किसानों में सबसे अधिक किसान बस्तर, बकावंड और जगदलपुर के साथ ही लौंहडीगुड़ा ब्लॉक के हैं. धान खरीदी खत्म होने के बाद खरीदी केंद्र के प्रभारी अब मक्का खरीदी के लिए किसानों के आने का इंतजार कर रहे हैं. इस साल जिला प्रशासन ने बस्तर जिले के 24 केंद्रों में मक्का खरीदी की व्यवस्था की है. विपणन अधिकारी ने कहा कि धान की तरह मक्के की खरीदी के लिए केंद्रों में पूरी व्यवस्था की गई है. नियमों के तहत किसानों से मक्के की खरीदी की जा रही है. लेकिन अबतक केवल 15 किसान ही मक्का बेचने केंद्रों तक पहुंच सके हैं.

किसान मंडियों में बेच रहे मक्का
पिछले साल जहां 422 किसानों ने 416 हेक्टयर में लगी मक्के की फसल को बेचने के लिए पंजीयन कराया था. वहीं इस साल किसानों ने 4318 हेक्टेयर में लगे मक्का को बेचने के लिए पंजीयन कराया है. इधर कृषि उपज मंडी में मक्के की भरपूर आवक हो रही है. मंडी के अधिकारियों ने बताया कि समर्थन मूल्य से कम दाम मिलने के बाद भी किसान बड़ी संख्या में मक्का मंडियों में बेच रहे हैं. मंडी में मक्का का भाव 1300 से लेकर 1500 प्रति क्विंटल मिल रहा है. अबतक किसानों ने 7 लाख 4 हजार क्विंटल मक्का मंडी में बेचा है. व्यापारियों का कहना है कि मंडी के व्यापारी एमएसपी देने के लिए बाध्य नहीं हैं.

Last Updated : Feb 16, 2021, 6:07 PM IST
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