रायपुर: 112 दिनों से नवा रायपुर में आंदोलन कर रहे किसानों को धरना स्थल से हटा दिया गया है. जिला प्रशासन ने टेंट पंडाल जब्त कर लिया है. जिला प्रशासन का कहना है कि किसी भी किसान नेता की गिरफ्तारी नहीं की गई है. आंदोलन से जुड़े किसान नेताओं का कहना है कि पुलिस कुछ किसानों को भी अपने साथ ले गई है. आज सुबह 3.30 बजे नवा रायपुर के NRDA ऑफिस में धरने पर बैठे किसानों को पुलिस ने हटा दिया है. जिला प्रशासन ने एक लिखित नोट जारी किया है, जिसमें नया रायपुर किसान संघर्ष समिति के बैनर तले एनआरडीए परिसर में आंदोलन को अनाधिकृत रूप से चलना बताया गया है.
पिछले दिनों आंदोलन के दौरान किसान की मौत हुई थी, जिसकी दंडाधिकारी जांच चल रही थी. धरने के दौरान किसान के पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद मौत को आधार बनाकर किसानों को आज सुबह हटा दिया गया है. जिला प्रशासन और पुलिस की कार्रवाई से किसानों में आक्रोश है. 2 दिन पहले एनआरडीए परिसर से धरना समाप्त करने जिला प्रशासन द्वारा नोटिस दिया गया था. लेकिन किसानों ने हटने से इंकार कर दिया था.
आंदोलनरत किसानों का कहना है कि पुलिस ने बलपूर्वक कार्रवाई करते हुए पंडाल हटाए हैं और करीब साठ किसानों को पुलिस अपने गिरफ्तार करके ले गई है. पुलिस का कहना है कि वे केवल पांच किसानों को लेकर आई है. उन्हें भी जब्ती पंचनामा में सहयोग के लिए सम्मान से रोका गया है.
बता दें केि किसानों के आंदोलन को समर्थन देने के लिए 27 अप्रैल और 28 अप्रैल को किसान नेता राकेश टिकैत रायपुर पहुंच रहे हैं. राकेश टिकैत के आने से दो दिन पहले ही जिला प्रशासन द्वारा कार्रवाई को लेकर किसानों में नाराजगी है.
राकेश टिकैत ने कहा है कि नवा रायपुर में किसान आंदोलन के समर्थन में किसान पंचायत लगाएंगे. किसान नेता राकेश टिकैत कहा सरकार किसानों को तंग न करे, किसानों और सरकार से भी बात करेंगे. इस समस्या का समाधान निकालने की कोशिश करेंगे. पुलिस प्रशासन इस तरह किसानों को तंग नहीं करना चाहिए. शासन और प्रशासन के साथ बैठकर इसका हल निकालेंगे.