रायपुर: रमन सरकार के कार्यकाल के दौरान हुए निर्माण कार्यों पर जांच का खतरा मंडरा रहा है. गुणवत्ताहीन निर्माण कार्यों की पोल खुलने पर कांग्रेस नेताओं की ओर से प्रदेशभर के तमाम भवनों की जांच की मांग की जा रही है. कांग्रेस नेता नितिन भंसाली ने ट्वीट कर महानदी भवन और सचिवालय यानी इंद्रावती भवन की जांच की मांग की है. इस मांग को वन मंत्री मोहम्मद अकबर का भी समर्थन मिला है.
दरअसल, बीजेपी शासनकाल में बने एक्सप्रेस-वे के घटिया निर्माण की पोल खुलने के बाद अब अटल नगर (नवा रायपुर) में बने मंत्रालय यानी महानदी भवन और सचिवालय यानी इंद्रावती भवन की जांच की मांग उठने लगी है. कांग्रेस नेता नितिन भंसाली ने इस मामले में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को ट्वीट और ई-मेल कर जांच का अनुरोध किया है. भंसाली ने इंद्रावती और महानदी के घटिया निर्माण का आरोप लगाया है.
'गुणवत्ताहीन निर्माण कार्य हुए'
- वहीं सामाजिक कार्यकर्ता कुणाल शुक्ला ने भी आरोप लगाते हुए कहा कि, 'पिछली सरकार के दौरान भ्रष्टाचार को बढ़ावा देते हुए कई गुणवत्ताहीन निर्माण कार्य हुए हैं, जिसकी जांच होनी चाहिए'.
- उन्होंने कहा कि, 'यह भी जानना जरूरी है कि चुनाव से ठीक पहले तत्कालीन सरकार ने दावा किया था कि 14 साल में 995 नए और बड़े पुलों 6081 शासकीय भवनों का निर्माण किया गया. वहीं प्रदेश के 146 में से 124 विकासखंड मुख्यालयों को सात मीटर चौड़ी सड़कों से जोड़ा गया है.
- साथ ही बायपास रोड निर्माण की योजना के अंतर्गत 16 बायपास, 15 रेलवे ओवर और चार रेलवे अंडरब्रिजों का निर्माण किया गया, जिसकी लागत का अंदाजा लगाना मुश्किल है'.
'निर्माण कार्य में गड़बड़ी बर्दाश्त नहीं'
- इस मामले में सरकार के आवास और पर्यावरण मंत्री मोहम्मद अकबर ने कहा कि, 'निर्माण में किसी भी तरह के गड़बड़ी बर्दाश्त नहीं की जाएगी. साथ ही सभी शिकायतों को गंभीरता से लेकर जांच की जाएगी'.
- वहीं पिछली बीजेपी सरकार के निर्माण कार्यो के जांच पर रायपुर सांसद सुनील सोनी ने कहा कि, 'जांच पड़ताल में कोई आपत्ति नहीं है. दोषी अधिकारियों पर भी कार्रवाई जरूरी है'.
क्यों हो रही जांच की मांग
- बता दें कि पिछली सरकार में न केवल एक्सप्रेस-वे बल्कि डीकेएस भवन, मंत्रालय महानदी और इंद्रावती भवन समेत कई भवन के निर्माण कार्य हुए हैं.
- राजधानी के एक्सप्रेस-वे के घटिया निर्माण की जानकारी मिलने पर शासन की ओर से विस्तृत जांच कर कार्रवाई जा रही है. साथ ही नया रायपुर स्थित मंत्रालय में फॉल सीलिंग गिर गयी थी.
- इन तमाम घटनों के बाद इंद्रावती भवन और महानदी भवन समेत प्रदेशभर के घटिया निर्माण कार्यों की जांच की मांग हो रही है.