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Expensive Vegetables In Chhattisgarh : छत्तीसगढ़ में सब्जियों ने मारी सेंचुरी, टमाटर ही नहीं इन सब्जियों के दाम भी 100 रुपये के पार - बींस

Expensive Vegetables In Chhattisgarh मॉनसून आते ही सब्जी बाजार में इन दिनों माहौल गर्म हो गया है.वजह है आसमान छूती सब्जी की कीमतें. पहले तो लोग सिर्फ टमाटर के दाम से परेशान थे.लेकिन अब टमाटर को देखकर दूसरी सब्जियां भी इतरा रही है.

Expensive Vegetables
छत्तीसगढ़ की ये सब्जियां टमाटर से भी महंगी
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Published : Jul 11, 2023, 8:34 PM IST

Updated : Jul 11, 2023, 11:02 PM IST

छत्तीसगढ़ में सब्जियों ने मारी सेंचुरी

रायपुर : छत्तीसगढ़ में मॉनसून जितना लोगों को सुकून दे रहा है. उतना ही किचन के बजट से गृहणियां परेशान हैं. क्योंकि पहले तो सिर्फ कड़ाही से टमाटर गायब हो रहा था.लेकिन अब लगता है सब्जियां भी कड़ाही से गायब हो जाएंगी. कीमतों के आधार पर, टमाटर पहले ही सब्जी मार्केट में डबल सेंचुरी के करीब जा चुका है. लेकिन दूसरी सब्जियों ने भी शतक बनाकर रिकॉर्ड कायम कर लिया है.

पांच सब्जियों ने खेली शतकीय पारी : सब्जी मार्केट में टमाटर सौ रुपए पार करके पिच पर टिका है. लेकिन अब उसके साथी फूल गोभी, शिमला मिर्च, बींस, अदरक, करेला जैसी सब्जियां आम आदमी की पहुंच से दूर हो रही है. इन सभी सब्जियों के दाम 100 रुपये से लेकर 350 रुपये प्रति किलो है. सब्जी मंडी के अध्यक्ष की माने तो स्थानीय स्तर पर सब्जी की आवक नहीं है. जिसके कारण सब्जी दूसरे राज्यों से मंगाई जा रही है. जिसके कारण सब्जियों के दाम में उछाल देखने को मिल रहा है.




पिछले 15 दिनों से अधिकांश सब्जियों के दाम 60 रुपये से लेकर 100 रुपये प्रति किलोग्राम तक पहुंच गए हैं. जिससे गरीब और मध्यमवर्गीय परिवारों के थाली का स्वाद बिगड़ चुका है.उम्मीद जताई जा रही है कि अगस्त के प्रथम सप्ताह से सब्जियों के दाम में गिरावट आएगी. आने वाले समय में स्थानीय बाजारों से सब्जियों की आवक होने लगेगी और सब्जी के दाम कम होंगे.


"सब्जियों के दाम बढ़ने की वजह से पहले की तुलना में ग्राहक कम मात्रा में सब्जी की खरीदी कर रहे हैं. पहले ग्राहक टमाटर 2 से 3 किलो खरीदा करते थे, लेकिन दाम बढ़ने के बाद लोग आधा किलो टमाटर या फिर एक पाव टमाटर से काम चला रहे हैं." ग्राहक

"बारिश की वजह से सब्जियों की आवक कम हो रही है. स्थानीय स्तर पर भी सब्जी नहीं आ रही है. सब्जी की आवक दूसरे राज्यों से होने के कारण सब्जियों के दाम आसमान छूने लगे हैं." दुकानदार


क्यों बढ़ रहे सब्जियों के दाम : वर्तमान में स्थानीय स्तर पर सब्जी की आवक नहीं होने के कारण थोक बाजार में सब्जियों को भाव बढ़ें हैं. वहीं बाहरी राज्यों से आने वाली सब्जियों के कारण दाम महंगे हैं.

'' बेमौसम बारिश के कारण कई जगह फसल बर्बाद हुई है.जिसके कारण स्थानीय स्तर पर सब्जियां बाजार में नहीं पहुंच पा रही.अब दूसरे राज्यों से सब्जियां मंगवाने पर उसकी कीमत बढ़ रही है.'' टी. श्रीनिवास रेड्डी, प्रदेश अध्यक्ष थोक सब्जी मंडी

एक नजर सब्जियों की कीमतों पर

सब्जी का नाम रेट (प्रति किलो)
टमाटर120-150
हरी मिर्च160
अदरक320
बींस360
करेला,शिमला मिर्च
फूल गोभी
120
तोरई80
बरबटी 100
भिंडी80-100
Expensive Vegetables In Chhattisgarh
रायपुर में सब्जियों की कीमतें

छत्तीसगढ़ में सब्जियों ने मारी सेंचुरी

रायपुर : छत्तीसगढ़ में मॉनसून जितना लोगों को सुकून दे रहा है. उतना ही किचन के बजट से गृहणियां परेशान हैं. क्योंकि पहले तो सिर्फ कड़ाही से टमाटर गायब हो रहा था.लेकिन अब लगता है सब्जियां भी कड़ाही से गायब हो जाएंगी. कीमतों के आधार पर, टमाटर पहले ही सब्जी मार्केट में डबल सेंचुरी के करीब जा चुका है. लेकिन दूसरी सब्जियों ने भी शतक बनाकर रिकॉर्ड कायम कर लिया है.

पांच सब्जियों ने खेली शतकीय पारी : सब्जी मार्केट में टमाटर सौ रुपए पार करके पिच पर टिका है. लेकिन अब उसके साथी फूल गोभी, शिमला मिर्च, बींस, अदरक, करेला जैसी सब्जियां आम आदमी की पहुंच से दूर हो रही है. इन सभी सब्जियों के दाम 100 रुपये से लेकर 350 रुपये प्रति किलो है. सब्जी मंडी के अध्यक्ष की माने तो स्थानीय स्तर पर सब्जी की आवक नहीं है. जिसके कारण सब्जी दूसरे राज्यों से मंगाई जा रही है. जिसके कारण सब्जियों के दाम में उछाल देखने को मिल रहा है.




पिछले 15 दिनों से अधिकांश सब्जियों के दाम 60 रुपये से लेकर 100 रुपये प्रति किलोग्राम तक पहुंच गए हैं. जिससे गरीब और मध्यमवर्गीय परिवारों के थाली का स्वाद बिगड़ चुका है.उम्मीद जताई जा रही है कि अगस्त के प्रथम सप्ताह से सब्जियों के दाम में गिरावट आएगी. आने वाले समय में स्थानीय बाजारों से सब्जियों की आवक होने लगेगी और सब्जी के दाम कम होंगे.


"सब्जियों के दाम बढ़ने की वजह से पहले की तुलना में ग्राहक कम मात्रा में सब्जी की खरीदी कर रहे हैं. पहले ग्राहक टमाटर 2 से 3 किलो खरीदा करते थे, लेकिन दाम बढ़ने के बाद लोग आधा किलो टमाटर या फिर एक पाव टमाटर से काम चला रहे हैं." ग्राहक

"बारिश की वजह से सब्जियों की आवक कम हो रही है. स्थानीय स्तर पर भी सब्जी नहीं आ रही है. सब्जी की आवक दूसरे राज्यों से होने के कारण सब्जियों के दाम आसमान छूने लगे हैं." दुकानदार


क्यों बढ़ रहे सब्जियों के दाम : वर्तमान में स्थानीय स्तर पर सब्जी की आवक नहीं होने के कारण थोक बाजार में सब्जियों को भाव बढ़ें हैं. वहीं बाहरी राज्यों से आने वाली सब्जियों के कारण दाम महंगे हैं.

'' बेमौसम बारिश के कारण कई जगह फसल बर्बाद हुई है.जिसके कारण स्थानीय स्तर पर सब्जियां बाजार में नहीं पहुंच पा रही.अब दूसरे राज्यों से सब्जियां मंगवाने पर उसकी कीमत बढ़ रही है.'' टी. श्रीनिवास रेड्डी, प्रदेश अध्यक्ष थोक सब्जी मंडी

एक नजर सब्जियों की कीमतों पर

सब्जी का नाम रेट (प्रति किलो)
टमाटर120-150
हरी मिर्च160
अदरक320
बींस360
करेला,शिमला मिर्च
फूल गोभी
120
तोरई80
बरबटी 100
भिंडी80-100
Expensive Vegetables In Chhattisgarh
रायपुर में सब्जियों की कीमतें
Last Updated : Jul 11, 2023, 11:02 PM IST
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