रायपुर: छत्तीसगढ़ में एक बार फिर मुख्यमंत्री के ढाई-ढाई साल के फार्मूले को लेकर सियासत गरमाई हुई है. दिल्ली में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की राहुल गांधी से बातचीत है. टी एस सिंहदेव भी पिछले कुछ दिनों से दिल्ली में ही मौजूद हैं. इस सियासी उठापटक को लेकर ईटीवी भारत ने जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ के प्रदेश अध्यक्ष अमित जोगी से खास बातचीत की.
दिल्ली पहुंचे सीएम भूपेश बघेल, ''सरकार सुरक्षित है''
सवाल - छत्तीसगढ़ की राजनीति में उठापटक नजर आ रही है. सीएम के ढाई-ढाई साल के फॉर्मूले को लेकर आपकी क्या राय है?
जवाब- 2018 विधानसभा के चुनाव में छत्तीसगढ़ की जनता ने कांग्रेस पार्टी को अभूतपूर्व जनादेश दिया. लगभग 70 विधायक जीता कर सरकार बनाई. जनता ने किसी एक चेहरे को देखकर वोट नहीं किया. कांग्रेस पार्टी के द्वारा जो जन घोषणा पत्र जारी किया गया था, उस पर भरोसा करके यह जनादेश इस सरकार को दिया गया. मुझे नहीं लगता कि जनता को कोई फर्क पड़ेगा कि कौन बनेगा मुख्यमंत्री? बशर्ते सरकार पूरी ईमानदारी और निष्ठा के साथ जन घोषणा पत्र के साथ जो वादे किए थे, उसे पूरा करे.
सवाल - पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष रेणु जोगी दिल्ली में हैं. कहा जा रहा है कि जेसीसीजे का विलय कांग्रेस में होने जा रहा है ?
जवाब - आज अखबारों में मैंने पढ़ा , यह पढ़कर मैं अचंभित हूं. पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष रेणु जोगी दिल्ली प्रवास पर हैं लेकिन उनके दिल्ली प्रवास को राजनीतिक दौरे से जोड़कर देखना बिल्कुल गलत है.
सवाल -आपको क्या लगता है कि छत्तीसगढ़ में मुख्यमंत्री बदलेंगे?
जवाब - मैं यही चाहूंगा कि जो जन घोषणा पत्र में वादे किए गए थे वो पूरे हों. पूर्ण शराबबंदी, बिजली बिल हाफ करने का वादा, 1500 रुपए पेंशन देने का वादा, 2500 मासिक बेरोजगारी भत्ता देने के वादे के साथ और भी वादे किए गए थे. उन सब मामलों पर सरकार गंभीरता से काम करें और अपने वादे पूरे करे.
सवाल - छत्तीसगढ़ में मुख्यमंत्री बदलता है तो जोगी कांग्रेस का रूप क्या होगा?
जवाब - इस पर मैं जवाब नहीं दे पाऊंगा, तब की तब देखेंगे.
सवाल - जोगी कांग्रेस का विलय होगा या पार्टी अपने एजेंडे पर ही काम करेगी?
जवाब - हमारे लिए छत्तीसगढ़ में क्षेत्रीय सरकार बनाना, छत्तीसगढ़िया की सरकार बनाना, यह केवल राजनीतिक उद्देश्य नहीं है. मेरे लिए मेरे पिताजी का यह एक अधूरा सपना था, उसे पूरा करने के लिए यह मेरा पुत्र धर्म भी है.