रायपुर: एक महिला वकील की सूझ-बझ की वजह से पुलिस ने करीब 33 बच्चों को मानव तस्करी के दलदल में फंसने से बचा लिया. हावड़ा-मुंबई ट्रेन से 33 बच्चों को पुलिस ने बरामद किया है. वहीं आरोपी युवक जाकिर हुसैन को मौके से गिरफ्तार किया गया है. महिला वकील ने ETV भारत से खास बातचीत में पूरे मामले में विस्तार में बताया.
पेशे से वकील स्मिता पांडे ट्रेन से राजनांदगांव की ओर आ रही थी. इस दौरान उन्होंने बच्चों को ट्रेन में देखा, जो उन्हें संदेहास्पद लगा. स्मिता ने बताया कि सफर के दौरान एक युवक कुछ बच्चों को ले जा रहा था और जब उन्होंने युवक से इन बच्चों के बारे में पूछताछ की तो वह सही तरीके से इसका जवाब नहीं दे पाया. यहां तक कि बच्चों से संबंधित कोई दस्तावेज भी उसके पास नहीं थे. इसके बाद स्मिता ने इस बात की जानकारी टीटी को भी दी, लेकिन टीटी ने उनकी कोई मदद नहीं की.
मामला संदिग्ध लगने पर स्मिता ने रिटायर्ड आईपीएस अधिकारी को फोन लगाया और उन्हें पूरी घटना की जानकारी दी. इसके बाद उस अधिकारी की पहल से रेलवे पुलिस सहित अन्य संबंधित अधिकारियों को जानकारी दी गई. आखिरकार राजनांदगांव रेलवे स्टेशन पर इन बच्चों को युवक के चंगुल से छुड़ा लिया गया. आरोपी युवक को पुलिस ने गिरफ्तार किया. स्मिता का मानना है कि ये मानव तस्करी का मामला हो सकता है.
ऐसा है मामला
बताया जा रहा है कि मुंबई हावड़ा ट्रेन से बिहार के पीरपैंती थाने के मदरसे से 33 बच्चों को जाकिर हुसैन नामक युवक कथित तौर पर उर्दू पढ़ाने महाराष्ट्र लेकर जा रहा था. लेकिन युवक के पास उसके खुद के पहचान पत्र सहित बच्चों का कोई भी दस्तावेज मौजूद नहीं था. बच्चों की उम्र 10 साल से कम है.
बहरहाल पुलिस ने इस मामले में आरोपी युवक जाकिर हुसैन को गिरफ्तार कर लिया है, साथ ही बच्चों को बाल कल्याण समिति को सौंप दिया गया है. अब पुलिस इस मामले की जांच में जुट गई है कि आरोपी द्वारा बच्चे को किस मकसद से महाराष्ट्र ले जाया जा रहा था. साथ ही पुलिस बच्चों के परिजनों से संपर्क करने की भी कोशिश कर रही है.