रायपुर: अब तक किसी भी देश में कोविड-19 की वैक्सीन नहीं बन पाई है. इसके वैक्सीन की टेस्टिंग ही हो रही है. इस बीच योग गुरु बाबा रामदेव की कंपनी पतंजलि ने कोरोना वायरस की दवाई तैयार कर लेने का दावा किया है. जिसे केंद्रीय आयुष मंत्रालय ने खारिज कर दिया है. इन तमाम मसलों को लेकर ETV भारत ने आयुष मंत्रालय के मेंबर डॉ शिवनारायण द्विवेदी ने खास चर्चा की है.
शिवनारायण द्विवेदी ने कहा कि भारतीय आयुर्विज्ञान में तमाम बीमारियों के इलाज करने की क्षमता है. कई साल पहले से हमारे ऋषि मुनी आयुर्वेद के सहारे ही तमाम बीमारियों के इलाज करते आ रहे हैं. कोरोना के इलाज के लिए आयुष मंत्रालय ने भी आयुर्वेद के काढ़े को इम्युनिटी बढ़ाने के लिए बेहतर माना है.
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'रामदेव ने की हड़बड़ी'
उन्होंने कहा कि हाल ही में पतंजलि ने कोरोना के इलाज के लिए दवा बनाने का दावा किया है. इस दवा को लेकर न केवल भारत, बल्कि पूरे विश्व भर की नजर बनी हुई है. दुनिया भर के साइंटिस्ट कोरोना के इलाज के लिए दवा की खोज में लगे हुए हैं. ऐसे में दवा खोजने का दावा झूठा हो तो सभी प्रोडक्ट बैन हो सकते हैं. उन्होंने कहा कि बाबा रामदेव ने दवा बनाने का दावा करने को लेकर हड़बड़ी कर दी .
'पतंजलि ने आयुष मंत्रालय को नहीं दी जानकारी'
उन्होंने कहा कि 'योग गुरु ने स्वास्थ्य विभाग, आयुष मंत्रालय को भी इसकी जानकारी देना जरूरी नहीं समझा और सीधे दवा लॉन्च कर दी, जो बेहद चौकाने वाली बात है'. उन्होंने कहा कि 'अगर पतंजलि ने वाकई कोरोना की दवा खोज ली है, तो ये भारत के लिए सम्मान की बात होगी और यदि वे कोरोना की दवा का दावा सिर्फ बाजार में व्यवसाय को बढ़ाने के लिए कर रहे हैं तो आयुष मंत्रालय उनके सारे प्रोडक्ट को बैन कर दे'.