रायपुर: आए दिन विवादों में रहने वाले कांग्रेस विधायक बृहस्पति सिंह (Congress MLA Brihaspati Singh) का एक एक सरकारी अधिकारी को धमकाने का कथित ऑडियो वायरल हुआ है. इसमें बृहस्पति बलरामपुर-रामानुजगंज में एक सहायक खंड शिक्षा अधिकारी को हटाने के लिए जिला शिक्षा अधिकारी (District Education Officer) को फोन पर धमकी देते सुनाई दे रहे हैं. विधायक के वायरल ऑडियो (Viral audio of MLA) पर कर्मचारी संघ ने कहा है कि विधायक बृहस्पति सिंह अनकंट्रोल (MLA Brihaspati Singh Uncontrol) हो गए हैं. इस मामले में कर्मचारी संघ ने आक्रोश जताया है. इतना ही नहीं विधायक को बताया अर्ध विक्षिप्त बताया है. संघ ने उन्हें विधायकी से हटाए जाने की मांग की है. वहीं मामले में एफआईआर भी दर्ज कराई गई है.
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जब खिलाफ में कोई शिकायत नहीं तो किस आधार पर हटाएं...?
हालांकि विधायक के बहुत कहने पर भी इस वायरल ऑडियो में डीईओ यह कहते सुने जा रहे हैं कि महोदय जब उक्त अधिकारी के खिलाफ कोई शिकायत नहीं है तो किस आधार पर उसे हटाएं. बता दें कि बलरामपुर-रामानुजगंज में एक सहायक खंड शिक्षा अधिकारी (Assistant Block Education Officer) को हटाने के लिए बृहस्पति सिंह ने जिला शिक्षा अधिकारी को फोन पर धमकी दी है. इसका एक कथित ऑडियो वायरल हुआ है.
छत्तीसगढ़ कर्मचारी अधिकारी फेडरेशन के प्रमुख प्रवक्ता विजय कुमार झा ने इस मामले को लेकर बृहस्पति सिंह की घोर निंदा की है. उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ राज्य में बहुत ज्यादा हाईलाइट होने के लिए विधायक बृहस्पति सिंह अब अन कंट्रोल हो गए हैं. उनकी मानसिक स्थिति ठीक नहीं है. उन्होंने पूर्व में एक डिप्टी कलेक्टर को उनके चेंबर में जाकर न्यायालय में जा करके गाली गलौज किए थे हमने उसकी निंदा की थी.
विजय झा ने कहा कि उसके बाद उनके आचरण में सुधार नहीं हुआ है. अभी विकास खंड शिक्षा अधिकारी के साथ गाली गलौज बदतमीजी की है. उनके खिलाफ में एफआईआर दर्ज करने की मांग करता हूं और उसके विधायकी को समाप्त करना चाहिए. वह अनियंत्रित विधायक हो गया है.
विजय झा ने कहा कि लोकतंत्र के उपहास करते हुए अधिकारी कर्मचारियों को धमकाने चमकाने का जो काम कर रहे हैं. यह कहीं भी स्वीकार्य नहीं है. अत्यंत निंदनीय है और जिस प्रकार से उनकी अधिकारी कर्मचारियों को चमकाने की आदत बन गई है यदि कोई अधिकारी कर्मचारी उनको चमका देगा तो यही सरकार रातोंरात उस अधिकारी कर्मचारी को निलंबित कर देगी, गिरफ्तार करवा देगी. यह कानून में जो भेदभाव है वह नहीं होना चाहिए, जो कानून बृहस्पति सिंह के लिए है वही कानून छत्तीसगढ़ के अधिकारी कर्मचारियों के लिए है.
विजय झा ने कहा कि इस घटना की निंदा करता हूं और शिक्षा विभाग के अधिकारियों से अनुरोध करता हूं कि ऐसे अनियंत्रित विधायक, अर्द्ध विक्षिप्त विधायक के खिलाफ थाने में एफआईआर दर्ज कर गिरफ्तारी की मांग की जानी चाहिए.