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39 कर्मचारियों के सामने रोजी-रोटी का संकट, आंदोलन की चेतावनी

प्लेसमेंट एजेंसी रितु कंपनी ने 39 कर्मचारियों को काम से निकाल दिया है. कर्मचारियों को अचानक काम से निकालने के कारण उनके सामने रोजी-रोटी का संकट आ गया है.

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Published : Dec 12, 2019, 1:32 PM IST

Updated : Dec 12, 2019, 3:18 PM IST

demand for employment
रोजगार की मांग

रायपुर: NRDA के तहत प्लेसमेंट एजेंसी रितु कंपनी ने 39 कर्मचारियों को अचानक काम से निकाल दिया है. इसके कारण कर्मचारियों के सामने अब रोजी-रोटी का संकट आ गया है. सभी कर्मचारी बीते 6-7 साल से नया रायपुर में भवन निर्माण का कर रहे थे. रितु कंपनी का टेंडर अक्टूबर के पहले सप्ताह में खत्म हो गया है, जिसके कारण सभी कर्मचारियों को निकाल दिया गया है.

रोजगार की मांग

काम से निकाले गए लोगों ने अपनी समस्या को लेकर कई मंत्री और संबंधित विभाग से भी गुहार लगाई है, लेकिन उनकी समस्या को किसी ने नहीं सुना. प्लेसमेंट एजेंसी कर्मचारियों को छत्तीसगढ़ से बाहर दूसरे प्रदेशों में काम देने को तैयार है, लेकिन निकाले गए कर्मचारियों का कहना है कि ये लोग छत्तीसगढ़ को छोड़कर कहीं और नहीं जाना चाहते.

पढे़:शराब कारोबारी के ठिकानों पर ED का छापा

भूख हड़ताल की चेतावनी
निकाले गए सभी 39 कर्मचारी रायपुर के आस-पास के रहने वाले हैं. इनका कहना है, कम वेतन में अन्य प्रदेशों में अपना और अपने परिवार का पालन पोषण करने में मुश्किलें आएंगी. ऐसे में इन कर्मचारियों की मांग है कि प्लेसमेंट एजेंसी इनको रायपुर में काम दे या फिर छत्तीसगढ़ के किसी और जिले में काम दिलाए और अगर इनकी समस्याएं नहीं सुनी गई तो वे भूख हड़ताल पर बैठेंगे.

रायपुर: NRDA के तहत प्लेसमेंट एजेंसी रितु कंपनी ने 39 कर्मचारियों को अचानक काम से निकाल दिया है. इसके कारण कर्मचारियों के सामने अब रोजी-रोटी का संकट आ गया है. सभी कर्मचारी बीते 6-7 साल से नया रायपुर में भवन निर्माण का कर रहे थे. रितु कंपनी का टेंडर अक्टूबर के पहले सप्ताह में खत्म हो गया है, जिसके कारण सभी कर्मचारियों को निकाल दिया गया है.

रोजगार की मांग

काम से निकाले गए लोगों ने अपनी समस्या को लेकर कई मंत्री और संबंधित विभाग से भी गुहार लगाई है, लेकिन उनकी समस्या को किसी ने नहीं सुना. प्लेसमेंट एजेंसी कर्मचारियों को छत्तीसगढ़ से बाहर दूसरे प्रदेशों में काम देने को तैयार है, लेकिन निकाले गए कर्मचारियों का कहना है कि ये लोग छत्तीसगढ़ को छोड़कर कहीं और नहीं जाना चाहते.

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भूख हड़ताल की चेतावनी
निकाले गए सभी 39 कर्मचारी रायपुर के आस-पास के रहने वाले हैं. इनका कहना है, कम वेतन में अन्य प्रदेशों में अपना और अपने परिवार का पालन पोषण करने में मुश्किलें आएंगी. ऐसे में इन कर्मचारियों की मांग है कि प्लेसमेंट एजेंसी इनको रायपुर में काम दे या फिर छत्तीसगढ़ के किसी और जिले में काम दिलाए और अगर इनकी समस्याएं नहीं सुनी गई तो वे भूख हड़ताल पर बैठेंगे.

Intro: रायपुर एनआरडीए के तहत प्लेसमेंट एजेंसी रितु कंपनी द्वारा 39 कर्मचारियों को टेंडर समाप्त होने के बाद पिछले 2 महीने से निकाल दिया गया है जिसके कारण बेरोजगार कर्मचारियों के सामने अब रोजी-रोटी का संकट आ खड़ा हुआ है 39 कर्मचारी पिछले छह-सात सालों से नया रायपुर में भवन निर्माण के काम में प्लेसमेंट एजेंसी रितु कंपनी के द्वारा काम पर लगाए गए थे रितु कंपनी का टेंडर अक्टूबर के पहले सप्ताह में खत्म हो जाने के कारण इन 39 कर्मचारियों को निकाल दिया गया है


Body:निकाले गए कर्मचारियों ने अपनी समस्या को लेकर कई मंत्रियों और संबंधित विभाग के चक्कर भी लगाए लेकिन उनकी समस्या को किसी ने नहीं सुनी प्लेसमेंट एजेंसी रितु कंपनी इन 39 कर्मचारियों को छत्तीसगढ़ से अन्य प्रदेशों में काम देने को तैयार है लेकिन निकाले गए इन 39 कर्मचारियों का कहना है कि ये लोग छत्तीसगढ़ को छोड़कर कहीं और नहीं जाना चाहते


Conclusion:निकाले गए उन 39 कर्मचारी रायपुर के आसपास के रहने वाले हैं । एक कर्मचारी का महीने का वेतन लगभग 8 हजार रुपया के आसपास है और इतने कम वेतन में अन्य प्रदेशों में ये लोग अपना और अपने परिवार का पालन पोषण कैसे करेंगे ऐसे में इन कर्मचारियों की मांग है कि प्लेसमेंट एजेंसी रितु कंपनी इनको रायपुर में काम दे या फिर छत्तीसगढ़ के किसी और जिले में काम दिलाएं ताकि इनका रोजी रोटी और परिवार का पालन पोषण हो सके इन कर्मचारियों का कहना है कि अगर इनकी समस्याएं नहीं सुनी जाती है तो भूख हड़ताल करने के लिए भी तैयार हैं



बाईट संजय कुमार टंडन काम से निकाले गए कर्मचारी


रितेश कुमार तंबोली ईटीवी भारत रायपुर


Last Updated : Dec 12, 2019, 3:18 PM IST
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