बिलासपुर: पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी के बंगले 'मरवाही सदन' में कर्मचारी की आत्महत्या मामले में रहस्य बना हुआ है. परिजन ने चोरी के आरोप में मृतक के फंसने की वजह से आत्महत्या करना बताया है. घटना के बाद पुलिस अब पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार कर रही है.
पुलिस तमाम कारणों का पड़ताल कर रही है. इधर, परिजनों ने गंभीर आरोप लगाकर सनसनी फैला दी है. उनका आरोप है कि 'चोरी के आरोप में फंसा देने की धमकी के चलते मृतक संतोष कौशिक ने यह कदम उठाया है'. पुलिस को आस-पास छानबीन में किसी प्रकार का कोई सुसाइट नोट नहीं मिला है.
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पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी का IG आफिस के सामने मरवाही सदन नाम के नाम से बंगला है, जहां रमतला निवासी संतोष कौशिक काम करता था. उनके बंगले में चार कर्मचारी काम कर रहे थे. दोपहर करीब 3 बजे संतोष जोगी के एम्बुलेंस रखने के लिए बनाए गए शेड के एंगल में फांसी पर झूल गया. देखते ही देखते कुछ देर में यह खबर आग की तरह फैल गई.
बताया जा रहा है कि 'उस समय बंगले में जोगी परिवार का कोई सदस्य नहीं था. सूचना मिलते ही सिविल लाइन टीआई समेत पुलिस के अफसर पहुंचे. पुलिस ने मर्ग कायम कर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और बंगले में मौजूद लोगों से पूछताछ कर रही है'. पुलिस का कहना है कि 'प्रथम दृष्ट्या यह खुदकुशी का मामला लग रहा है, लेकिन पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद ही सही कारणों का पता चल सकेगा'.