रायपुर: छत्तीसगढ़ में हाथियों की समस्या क्यों बढ़ रही है और इसका समाधान क्या है, यह जानने के लिए ETV भारत की टीम वन्य प्राणी विशेषज्ञ नितिन सिंघवी से बात की.
एक्सपर्ट ने बताया कि 'हाथी की यादाश्त ही तेज होती है और ये इसे पीढ़ी दर पीढ़ी ट्रांसफर करते हैं'. छत्तीसगढ़ में हाथियों की संख्या में लगातार इजाफा क्यों हो रहा है. इस बारे में जब हमने एक्सपर्ट से सवाल किया तो उनका कहना था, कि 'झारखंड और ओडिशा से हाथी छत्तीसगढ़ में पलायन कर रहे हैं'.
हमले से पहले हाथी देते हैं चेतावनी
हाथियों की समस्या और इसके कारण को लेकर जब हमने वन्य प्राणी विषेशज्ञ नितिन सिंघवी से बात की तो उनका कहना था कि, 'यह समस्या हाथियों की नहीं इंसानों की बनाई है'. एक्सपर्ट का कहना है कि, 'हाथी परिवार में रहना पसंद करते हैं और ये कभी इंसानों पर सीधे हमला नहीं करते और हमले से पहले वो अलग-अलग तरीके से चेतावनी देते हैं'.
'हाथियों के हिसाब से बनाई जाएं योजनाएं'
हमने पूछा कि हाथियों की समस्या से निपटने के लिए सरकार के प्रयास कितने सही हैं और आगे क्या किया जाना चाहिए इस बारे में भी वन्य प्राणी विशेषज्ञ ने जानकारी दी. विशेषज्ञों का कहना है कि वन विभाग के पास कोई हाथी एक्सपर्ट नहीं है और ना ही हाथियों के मुताबिक योजनाएं बनाई जा रही हैं.
कैसे मिलेगी समस्या से निजात
एक्सपर्ट का कहना है कि, अगर योजनाओं को इंसान की जगह हाथियों के हिसाब से बनाया जाएगा, तो इस समस्या से निजात पाई जा सकती है. अब देखना ये होगा कि, सरकार कब अपनी योजनाओं में सुधार कर उसे जानवरों के अनुरूप बनाएगी और छत्तीसगढ़ की जनता को गजराज के तांडव से निजात मिल पाएगी.