रायपुर: पर्यावरण प्रदूषण पर नियंत्रण और यातायात सुविधा में सुधार को लेकर रायपुर नगर निगम ने यातायात को लेकर बड़ा फैसला लिया है. जून माह से राजधानी में इलेक्ट्रिक बसों का संचालन फिर शुरु किया जाएगा. इसके बाद 40 इलेक्ट्रिक बसों को अगस्त महीने में शुरू कर दिया जाएगा. रायपुर निगम प्रशासन ने प्रत्येक बस को डेढ़ करोड़ की लागत से खरीदा है. जो अब अगले महीने से राजधानी रायपुर की सड़कों पर दौड़ती नजर आयेगी.
अगस्त से 40 इलेक्ट्रिक बसों का संचालन: इस फैसले के बाद जून माह से 5 बस रायपुर रेलवे स्टेशन से होते हुए माना एयरपोर्ट तक चलेगी. वहीं 5 अन्य बसें रायपुर के कचहरी चौक से टाटीबंध होते हुए कुम्हारी तक चलेंगी. इसके साथ ही रायपुर में अगस्त माह से और 40 इलेक्ट्रिक बसों को भी संचालित चलाई जाएगी.
"रायपुर निगम प्रशासन को इस बात की जानकारी भली-भांति है कि सिटी बस, जो कि डीजल से चल रहे हैं, उनकी हालत कंडम हो चुकी है. डीजल-पेट्रोल वाली बसों को रिप्लेस करने के लिए निगम ने इलेक्ट्रिक बस संचालन की योजना बनाई है. टिकट की बात करें, तो शुरुआत में जितनी टिकट सिटी बस में लगती है, उतनी ही इलेक्ट्रिक बसों में भी लिया जाएगा." एजाज ढेबर, महापौर, रायपुर
रायपुर में प्रदूषण के स्तर में होगा सुधार: इस योजना के संबंध में महापौर एजाज ढेबर ने कहा कि "यह बड़े ही गर्व की बात है कि अब राजधानी रायपुर में ई-बसें चलेंगी. इलेक्ट्रिक बसों से राजधानी वासियों को लग्जरियस का एहसास होगा. साथ ही बाकी बसों से इलेक्ट्रिक बसों का किराया कम होगा. ई-बस से राधानी रायपुर में प्रदूषण का स्तर भी गिरेगा. जो अचानक हमारे राजधानी में टेंपरेचर लेवल बढ़ा है, वह कम होगा. अभी 10 बसें शुरू में चलाएंगे, फिर आगे 40 बसें और चलेगी. तो जब 50 बस रायपुर में चलेगी, तो गर्मी में शहर का 2 से 3 डिग्री टेंपरेचर गिर जाएगा."
ई बसों के संचालन में राजधानी के पिछड़ने की वजह: ई बसों के संचालन में पिछड़ने के सवालों पर महापौर एजाज ढेबर का कहना है कि "क्योंकि यह 15वें वित्त आयोग का पैसा है. 15वीं वित्त आयोग के पैसे आने में समय लगता है. आ तो गया था पैसा, लेकिन उसे मैच्योर होने में समय लगता है. केंद्रीय शासन की ओर से अनुमति मिलती है. फाइल आती है, उसके बाद ही काम शुरू होता है. हां, इसमें समय जरूर लगा. लेकिन अब एक 2 महीने के अंदर यह बसें सड़कों पर दौड़ने लगेंगी."
राजधानी में छह अलग-अलग जगह चार्जिंग स्टेशन: ई बस योजना के इंचार्ज और यांत्रिकी विभाग अध्यक्ष अजीत कुकरेजा ने बताया कि "अभी लगभग 12 करोड़ की राशि हमें 15वीं वित्त आयोग से मिली है. जिसमें 10 करोड़ की लागत से हम 10 ई बस खरीद रहे हैं. बाकी दो करोड़ रुपए से हम चार्जिंग स्टेशन लगाएंगे. रायपुर में छह अलग-अलग जगह चार्जिंग स्टेशन लगाए जाएंगे. अभी हम बसें खरीद रहे हैं, इसके बाद संचालन के लिए टेंडर निकालेंगे. हमारी कोशिश यह रहेगी कि जो कंपनी बस का संचालन करेंगी, वह निगम को फिक्स रॉयल्टी देगी."
रायपुर में जब शुरुआती दिनों में सिटी बस का संचालन किया गया, तब उसके टिकट की दर काफी कम थी. धीरे-धीरे सिटी बस का संचालन कोविड के बाद एकदम से बंद हो गया. बाद में निगम द्वारा कई बार टेंडर निकाले गए, लेकिन किसी कंपनी ने सही तरह से टेंडर प्रक्रिया में भागीदारी नहीं की. अब देखना होगा कि ई बस का संचालन रायपुर में किस तरह किया जाता है.