रायपुर : माघ शुक्ल पक्ष की प्रथमा तिथि से लेकर नवमी तिथि तक गुप्त नवरात्रि का पावन पर्व मनाया जाएगा. गुप्त नवरात्रि वर्ष में 2 बार मनाई जाती है. इसके साथ ही वर्ष में 2 बार प्रकट नवरात्रि भी मनाया जाता है, जिसे शारदीय और चैत्र नवरात्रि के नाम से जाना जाता है. गुप्त नवरात्रि साल 2023 में 22 जनवरी से शुरू होकर 30 जनवरी तक है. गुप्त नवरात्रि को तंत्र मंत्र और सिद्धि के लिए जाना जाता है. इसमें 10 महाविद्याओं के साथ भगवती पूजन, दुर्गा पूजन भी किया जाता है. गुप्त नवरात्रि के दौरान दस महाविद्या को सिद्ध करना बहुत सफल माना जाता है. पूरे नवरात्रि काल में बगलामुखी की साधना, आराधना और पूजन किया जाता है.
गुप्त नवरात्रि में किनका होता है पूजन : ज्योतिष एवं वास्तुविद पंडित विनीत शर्मा ने बताया कि "बगलामुखी के इस पूजन के विशेष नियम होते हैं. इसमें पीले वस्त्र हल्दी के साथ ही पीले पदार्थों के साथ बगलामुखी की साधना की जाती है. संपूर्ण नवरात्रि काल में साधना करने से साधकों को तंत्र सिद्धि, मंत्र सिद्धि की प्राप्ति होती है. अष्टमी के शुभ दिन छत्तीसगढ़ के रतनपुर के मां महामाया शक्ति पीठ में हवन यज्ञ का भी आयोजन किया जाता है. नवमी के दिन पूरे विधि विधान से भंडारा का भी आयोजन होता है."
गुप्त नवरात्रि का राशियों पर असर : आईए आपको बताते हैं गुप्त नवरात्रि का राशियों पर क्या असर होगा. मेष राशि वाले जातकों के लिए गुप्त नवरात्रि अत्यंत शुभ मानी गई है. कार्य सफल होंगे. पुराने कार्यों का लाभ मिलेगा. नवीन जनसंपर्क से जातकों को लाभ मिलेगा. वृषभ राशि वाले जातकों को इसका लाभ मिलेगा. नवम भाव में सूर्य का भ्रमण है. भाग्य का साथ मिलेगा. पिता पक्ष से संबंध अनुकूल होंगे. भाग्यवर्धक समाचार मिलेंगे.
मिथुन राशि वाले जातकों के लिए शनि की साढ़ेसाती समाप्त हो गई है. अतः जातक अपनी योजनाओं का पूरा लाभ लें. पुरुषार्थ और परिश्रम से कार्य सिद्ध होंगे. यात्रा से बचें. रात की यात्रा को टालने का प्रयास करें. पैरों में लगी चोट को अनदेखा ना करें. कर्क राशि वाले जातकों को मित्रों और साझेदारों के साथ ही जीवनसाथी का पूर्ण सहयोग मिलेगा. उदारता के बाद भी धन की कमी नहीं होगी. मित्रों का साथ मिलेगा. साझेदारों से सावधानीपूर्वक लेनदेन करें.
सिंह राशि दशम भाव में है. सिंह राशि वाले जातकों के लिए अनुकूल है. शत्रु परास्त होंगे. रोग ऋण से राहत मिलेगी. पराक्रम से कार्य सिद्ध होंगे. मेहनत करने से जातकों को लाभ मिलेगा. दशम भाव में मंगल होने के कारण जातक के लिए अनुकूल है. भागदौड़, परिश्रम से जमीन के कार्य सिद्ध होंगे. कन्या राशि वाले जातकों का शत्रु पक्ष निर्बल रहेगा. भाग्य उदय के संकेत हैं. आर्थिक लाभ होगा. चुनौतियों से बचने का प्रयास करें. आर्थिक लाभ से समृद्धि मिलेगी.
तुला राशि वाले जातक का अढ़ईया समाप्त हो चुका है. ऐसे जातकों को अनुकूल लाभ मिलेंगे. मित्रों का सहयोग मिल सकता है. आर्थिक अनुकूलता बनी रहेगी. मातृ पक्ष से संबंध सुधार कर चलें. वृश्चिक राशि वाले जातक मां भगवती की साधना आराधना करें. गायत्री मंत्र का जाप और पाठ अनुकूल रहेगा. मां भगवती की साधना से कार्य सिद्ध होंगे. साहस और आत्मविश्वास से कार्य बनेंगे. यात्रा के योग हैं.
धनु राशि वाले जातकों के लिए गुप्त नवरात्रि नए अवसर प्रदान करेगी. कार्य के नए अवसर बनेंगे. धन लाभ होगा. बौद्धिक कार्यों से श्रेष्ठता मिलेगी. अनुकूल समय में दुर्गा सप्तशती का पाठ करें. मकर राशि वाले जातकों के लिए कुटुंब प्रधान समय रहेगा. पारिवारिक मित्र और जीवनसाथी के साथ समय व्यतीत करने को मिलेगा. पारिवारिक मतभेद दूर होंगे. परिवार में समन्वय रहेगा. अनुकूलता मिलेगी. राज्य पक्ष से लाभ मिलेगा. नेतृत्व क्षमता का विकास होगा.
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कुंभ राशि वाले जातकों का समय मिश्रित रहेगा. राज्य तंत्र से लाभ मिलेगा. व्यय की संभावना हो सकती है. सकारात्मक रूप से आगे बढ़ें. सकारात्मक होकर कार्य करने से लाभ मिलेगा. मित्रों का व्यापक सहयोग मिल सकता है. मीन राशि वाले जातक के आय बढ़ने की संभावना है. पैर संबंधी तकलीफ हो सकती है. दुर्गा सप्तशती, दुर्गा चालीसा, मां भगवती की आराधना, साधना से जातकों को लाभ मिलेगा. यज्ञ हवन में निश्चित भाग लें. आय के स्रोत बढ़ेंगे. धर्म तत्वों से आपको लाभ मिलेगा.