रायपुर: छत्तीसगढ़ कोल लेवी स्कैम में मंगलवार का दिन ईडी एक्शन का रहा. महासमुंद में ईडी ने कोयला कारोबारी सूर्यकांत तिवारी की संपत्तियों को सीज करने का काम किया है. कोयला कोराबारी सूर्यकांत तिवारी और उनके चाचा लक्ष्मीकांत तिवारी की 6 से अधिक संपत्ति को ईडी ने सीज कर दिया है. यह कार्रवाई मंगलवार को दोपहर में की गई.
किन किन संपत्तियों को किया गया सीज
- त्रिमूर्ति कॉलोनी में निर्माणधीन भवन
- शंकर नगर स्थित मकान को किया गया सीज
- पेटवा में भी अचल संपत्ति को किया गया सीज
- सिनोधो खरोरा में भी संपत्ति को सीज किया गया
- बेलसोड़ा में कृषि भूमि और मकान को सीज करने का काम किया गया
मनी लॉन्ड्रिंग के तहत हुई कार्रवाई: ईडी ने यह सारी कार्रवाई मनी लॉन्ड्रिंग के तहत की है. इस कार्रवाई से पहले ईडी ने एक नोटिस उनके मकान पर लगाया. उसके बाद कार्रवाई की प्रक्रिया की. ईडी सूत्रों की मानें तो यह संपत्ति करोड़ों में हैं. इस पूरे मामले में स्थानीय अधिकारियों ने किसी तरह का बयान नहीं दिया है. ईडी की तरफ से यह संभावना जताई गई है कि एक बार फिर ईडी की टीम एक्शन के लिए पांच या 6 दिन बाद आ सकती है.
कैसे हुआ कोयला घोटाले का खुलासा: ईडी ने साल 2022 में छत्तीसगढ़ में एक कार्टेल का खुलासा किया था. जिसमें उसने कोल लेवी स्कैम की बात को उजागर किया था. ईडी के मुताबिक इस कथित कोल लेवी स्कैम में 550 करोड़ रुपये से ज्यादा का भ्रष्टाचार हुआ है. ईडी ने इस बात का खुलासा किया था कि छत्तीसगढ़ में प्रति टन कोयले में 25 रुपये की उगाही की गई. जिसके जरिए 550 करोड़ की लेवी का स्कैम हुआ.