रायपुर : कोरोना काल में शादी के तौर तरीकों में बदलाव देखने को मिला है. शहर हो या गांव दोनों ही जगह इसका असर देखने को मिल रहा है. लॉकडाउन में लोगों को शादी की अनुमति शासन ने दी है, लेकिन उसके पीछे कुछ कंडीशन भी रखे गए हैं. इनका पालन करते हुए लोग शादी-ब्याह कर रहे हैं. अभनपुर (abhanpur) के गांव में लॉकडाउन के दौरान अनोखी शादी (Abhanpur unique Marriage) देखने को मिली. इस शादी में मेहमानों को पकवान भी कुछ हटकर परोसे गए. साहू परिवार की शादी में दीवार पर लोगों को जागरूक करने के संदेश भी लिखे गए.
गांवों में शादी के दिनों में अक्सर देखा गया है कि घर पर शादी हो तो दीवार पर शुभकामनाएं, स्वागतम, दूल्हा -दुल्हन के नाम लिखने और फूलों की पेंटिंग बनाई जाती है. पिपरौद गांव के आश्रित गांव बजरंगपुर (Bajrangpur) में दीवार पर लिखा गया था 'लॉकडाउन के मया' जहां दूल्हे का नाम दीपेश साहू के नीचे सैनिटाइजर और दुल्हन का नाम वीणा साहू के नीचे मास्क लिखा हुआ था. परिवार ने बारात का स्वागत गर्म पानी से किया गया. कोरोना का ख्याल रखते हुए काढ़ा भी पिलाया गया. वर और वधु पक्ष के 10 लोग ही शादी में उपस्थित थे. सभी को समय-समय पर गर्म पानी दिया जा रहा था. मेहमानों के हाथ बार-बार सैनिटाइज कराए जा रहे थे.
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साहू परिवार ने शादी में कोविड और लॉकडाउन के प्रति लोगों को जागरूक किया. दीवार पर जागरूकता के संदेश लिखे गए थे. वर पक्ष ने बारात नहीं निकाली. जब वधु के घर पहुंचे तो उनका गर्मजोशी से स्वागत किया गया. सादगी के साथ दोनों परिवार ने शादी का कार्यक्रम संपन्न किया.
कोविड फ्री हुआ गांव
700 की आबादी वाले इस गांव में अब एक भी कोरोना का पॉजिटिव केस नहीं है. पिछले साल गांव के 15 लोग पॉजिटिव हो गए थे. गांव के लोगों की जागरूकता और सफाई की वजह से गांव कोरोना मुक्त हो गया है. गांव के लोग सोशल डिस्टेंसिंग और कोविड के नियमों का कड़ाई से पालन कर रहे हैं. इस गांव में जितने लोग भी कोरोना संक्रमित हुए सभी घर पर ही दवा लेकर ठीक हो गए.