नई दिल्ली: जामिया मिल्लिया इस्लामिया की रेजिडेंशियल कोचिंग अकादमी से यूनियन पब्लिक सर्विस कमीशन ( यूपीएससी ) में 30 छात्रों के चयन को लेकर जामिया मिल्लिया इस्लामिया की कुलाधिपति और मणिपुर की राज्यपाल डॉ. नजमा हेपतुल्ला ने सफल छात्रों को बधाई दी है.
उन्होंने छात्रों को दिए अपने संदेश में कहा की 'मैं अकादमी के सफल छात्रों, शिक्षकों और अधिकारियों को बधाई देती हूं, क्योंकि यह जामिया मिल्लिया इस्लामिया और मेरे लिए गर्व की बात है'. इस दौरान उन्होंने जामिया की कुलपति प्रोफेसर नजमा अख्तर और विश्वविद्यालय के अधिकारियों को भी इस उपलब्धि के लिए बधाई दी.
'जामिया RCA अन्य संस्थानों के मुकाबले कर रहा है बेहतर कार्य'
वहीं कुलाधिपति डॉ. नजमा हेपतुल्ला ने कहा कि यह विश्वविद्यालय के लिए सम्मान की बात है कि जामिया के आरसीए से कोचिंग लेकर सफल होने वाले छात्रों की संख्या प्राइवेट कोचिंग सेंटर के मुकाबले अधिक है. साथ ही कहा कि उम्मीद करते हैं कि आने वाले समय में इसमें सुधार होगा और अधिक छात्र आरसीए से कोचिंग लेकर कामयाब होंगे और देश की सेवा में अपना योगदान देंगे.
RCA कोचिंग लेकर दो सौ से अधिक छात्र बने अब तक सिविल सेवक
बता दें कि आरसीए की स्थापना वर्ष 2010 - 11 में हुई थी. तब से लेकर वर्ष 2019 तक देश की सेवा के लिए 230 छात्र सिविल सेवक दिए हैं. जिनमें आईएएस, आईएफएस और आईपीएस शामिल है. इसके अलावा 285 से अधिक छात्रों को विभिन्न अन्य केंद्रीय और राज्य सेवाएं यानी आरबीआई ग्रेड बी, बैंक पीओ और पीएससी आदि में कार्यरत है. मालूम हो कि आरसीए में एससी - एसटी, महिलाओं और अल्पसंख्यक छात्रों को सिविल सेवाओं व अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए निशुल्क कोचिंग के साथ आवासीय सुविधा दी जाती है.