रायपुरः आदर्श गौठान के रूप में देश में अपनी पहचान बना चुके आरंग विधानसभा (Arang assembly) के बैहार गौठान (Baihar Gauthan)में बना डोम (Dome) गिर गया. हालांकि जब डोम गिरा तब वहां कोई भी मवेशी नहीं था, जिसके कारण किसी तरह के जानमाल की क्षति नहीं हुई. हालांकि इसी डोम के निचे गौठान के मवेशियों (Cattle) को रखा जाता था. डोम गिरने से वहां के ग्रामीणों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.
वर्मी कम्पोस्ट खाद और पौधों को नुकसान
डोम के गिरने से वर्मी कम्पोस्ट खाद और पौधों को काफी नुकसान पहुंचा है. इसके साथ ही गौठान के मवेशी खुले जगह में रहने को मजबूर है. इसके अलावा मवेशियों के खाने के लिए कोई उचित प्रबंध नही है. फिलहाल मवेशी सड़े हुए पैरा खा रहे है. वहीं, ग्रामीण ग्राम पंचायत बैहार की सरपंच गीता साहू पर गौठान की अनदेखी का आरोप लगा रहे हैं.
सरपंच पर अनदेखी का आरोप
ग्रामीणों की मानें तो गौठान में कई दिनों से गोबर खरीदी बंद है. इसके अलावा महिला स्वसहायता समूहों के द्वारा गौठान में किये जाने वाले कार्य भी बन्द कर दिये गये हैं. पिछले साल जुलाई में इसी डोम के नीचे मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने गोधन न्याय योजना की शुरुआत की थी. वहीं, बैहार के उपसरपंच नन्दकुमार यादव ने कहा कि गौठान के हालातों के बारे में कई बार जनपद सीईओ और सरपंच गीता साहू को अवगत कराया गया. हालांकि किसी ने ध्यान नहीं दिया और इसका नतीजा साफ तौर पर दिख रहा है.
सरपंच के खिलाफ धारा 40 के तहत कार्यवाही की मांग
इस बीच आक्रोशित ग्रामीण सरपंच के खिलाफ धारा 40 के तहत कार्यवाही की मांग कर रहे हैं. बताया जा रहा है कि कमेटी भी गौठान का दौरा करने आने वाली थी, लेकिन आने के पूर्व ही गौठान का डोम गिर गया, जिसे ग्रामीण षडयंत्र करार दे रहे हैं.
आरंग के सीईओ का आश्वासन, जल्द बनेगा डोम
वहीं, इस मामले में जनपद पंचायत आरंग के सीईओ किरण कौशिक ने कहा कि डोम के गिरने की सूचना मिलने पर वो गौठान का मुआयना करने गए थे. इसके साथ ही उन्होंने आश्वासन दिया कि जल्द ही डोम को सुधारने का काम पूर्ण हो जाएगा. इसके साथ ही जांच करने के लिए जल्द ही अधिकारियों को भेजा जाएगा. इसके इतर ग्राम पंचायत बैहार की सरपंच गीता साहू मामले में कुछ भी बोलने से साफ तौर पर बच रहीं है. यहां तक कि उन्होंने इस मुद्दे पर मीडिया से बात करने से भी साफ तौर पर इंकार कर दिया.