रायपुर: राजधानी रायपुर में डॉग बाइट के मामले बढ़ने लगे हैं. रोजाना 20 से 30 लोग डॉग बाइट के शिकार अंबेडकर अस्पाल पहुंच रहे हैं. डॉक्टरों का कहना है कि तेज गर्मी होने के कारण कुत्तों का स्वभाव बदला है. कुत्तों को प्यास लगने और भूखे होने के कारण डॉग बाइट की घटनाएं बढ़ी है. इतना ही नहीं रोजाना लोग एंटी रेबीज वैक्सीन लगवाने के लिए अस्पताल जा रहे हैं.
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कुत्तों की नसबंदी पर हर साल खर्च हो रहे लाख रुपये: रायपुर नगर निगम द्वारा कुत्तों की नसबंदी के लिए हर साल लाखों रुपए खर्च किए जाते हैं. बावजूद इसके शहर में कुत्तों की संख्या कम नहीं हो रही है. रायपुर नगर निगम के उपनेता प्रतिपक्ष मनोज वर्मा का कहना है शहर में कुत्तों का आतंक बहुत ही बढ़ गया है.
जानकारी के मुताबिक, प्रत्येक वार्ड में रोजाना दो से चार लोगों को कुत्ते के काटने के शिकार हो रहे हैं. नगर निगम पर जब दबाव बनता है तो 4 दिन के लिए काम करते हैं. कुत्तों को पकड़ना उन्हें बंद करना और कहीं ले जाकर छोड़ देना लेकिन उसका सही उपाय अभी तक नगर निगम नहीं ढूंढ पा रही है. इस बीच नसबंदी करने का काम शुरू किया गया है. लेकिन ऐसा करने के बाद भी कुत्ते आम लोगों को काट रहे हैं. नगर निगम को इस ओर ध्यान देकर कोई सही उपाय ढूंढना चाहिए ताकि आम लोगों को इससे परेशानी भी ना हो.
कुत्ता नसबंदी का कार्य जारी: डॉग बाइट को लेकर महापौर एजाज ढेबर का कहना है की नगर निगम की ओर से कुत्तों की नसबंदी का कार्य लगातार जारी और युद्ध स्तर पर यह काम हो रहा है. इसकी मॉनिटरिंग खुद कर रहा हूं. डॉक्टर शहर में 8 से 10 कुत्तों के नसबंदी का कार्य रोजाना कर रहे हैं. महापौर का कहना है कि तेज गर्मी है. ऐसे में गर्मी से परेशान कुत्ते लोगों दौड़ते होंगे. उन्होंने कहा कि कहीं से शिकायत मिलती है तो हम तुरंत वहां जाकर नसबंदी का कार्य शुरू करेंगे. यह वही जगह है, जहां डॉग बाइट के केस आए हैं.
कुत्ता काटे तो रखे यह सावधानी: डॉक्टरों का कहना है कि कोई कुत्ता काट ले तो ऐसी स्थिति में इसे गंभीरता से लेना चाहिए और तुरंत अस्पताल पहुंचकर एंटी रेबीज वैक्सीनेशन लगाना चाहिए. डॉक्टरों का कहना है कि कुत्ता काटने के बाद पहला डोज 6 घंटे के अंदर ही लगवाना जरूरी है. अगर एंटी रेबीज वैक्सीन नहीं लगाई जाती तो ऐसे में मरीज की गंभीर स्थिति हो सकती है. साथ ही कई तरह की परेशानियों का सामना भी करना पड़ सकता है. इसलिए समय रहते ही अस्पताल पहुंचकर एंटी रेबीज वैक्सीन लगवाना शुरू करें और इसकी पांच डोज पूरा करें.
डॉक्टर ने बताया कि जब कुत्ता काट ले तब पहली डोज लगती है, उसे जीरो डोज माना जाता है. दूसरा डोज कुत्ते काटने के तीसरे दिन लगता है और तीसरा डोज कुत्ते काटने के सातवे में दिन में लगाया जाता है. इसी तरह चौथा डोज 14 वें दिन और पांचवा डोज 28 दिन के बाद लगाया जाता है.
कुत्ता काटने पर अपनाएं ये प्राथमिक उपचार
- ब्लीडिंग को रोकने के लिए घाव पर तुरंत पट्टी लगाएं.
- प्रभावित हिस्से को थोड़ा उठाकर रखें.
- क्षतिग्रस्त हिस्से के हल्दी के पानी से धोएं.
- कटे हुए हिस्से पर एंटीबायोटिक क्रीम लगाएं
- घाव पर क्रीम लगाने के बाद उस पर बैंडेज लगाएं.
- बैंडेज को लगाने के बाद तुरंत डॉक्टर के पास जाएं.
- कुत्ता काटने पर अगर सूजन, दर्द और बुखार हो तो डॉक्टर को बताएं