ETV Bharat / state

आयुष्मान योजना में लगातार हो रही गड़बड़ी, स्वास्थ्य मंत्री ने दिए कार्रवाई के निर्देश - करोड़ो का घोटाला

आयुष्मान योजना के तहत आए दिन कई तरह का फर्जीवाड़ा सामने आया है. राजधानी रायपुर के ASG आई हॉस्पिटल में इस योजना के तहत गड़बड़ी हुई है. मामले में स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने कार्रवाई की बात कही है.

Disturbances in Ayushman plan in raipur
आयुष्मान योजना में गड़बड़ी पर सिंहदेव सख्त
author img

By

Published : Jan 3, 2020, 7:43 PM IST

रायपुर: निजी अस्पतालों में आयुष्मान योजना के नाम पर लगातार करोड़ों के घोटाले सामने आ रहे हैं. एक निजी EYE हॉस्पिटल में फर्ज़ी आयुष्मान गोल्डन कार्ड से इलाज का मामला सामने आया है. ASG EYE हॉस्पिटल में एक ही परिवार के नाम पर 109 कार्ड बनाए गए हैं. इसके ज़रिए 57 सर्जरी भी कराई गई है. मामले पर अस्पताल प्रबंधन का कहना है कि कार्ड बनाने का काम शासन स्तर पर होता है. ऐसे में ये अस्पताल की गड़बड़ी नहीं है. अस्पताल अपने स्तर पर इसकी जांच कराएगा.

आयुष्मान योजना में गड़बड़ी पर सिंहदेव सख्त

मामले में स्वास्थ्य मंत्री का कहना है कि 'दो आयुष्मान मित्र पर कारवाई की जा रही है. आगे भी जांच और कार्रवाई होगी'. हालांकि ये पहला मामला नहीं है. प्राइवेट डेंटल क्लीनिकों ने बीमा की राशि के लिए फर्ज़ी ऑपरेशन किए हैं. नतीजा ये रहा कि सरकार ने डेंटल सेक्टर को आयुष्मान योजना से बाहर कर दिया.

अभनपुर में भी हुआ फर्जीवाड़ा
जानकारी के मुताबिक कुछ महीने पहले ही राजधानी रायपुर से करीब 40 किलोमीटर दूर अभनपुर के 6 गांव में 3 महीने के अंदर 1400 से ज्यादा स्कूली बच्चों के दांतों को टेढ़े-मेढ़े बताकर तार लगा दिए थे. इसमें शामिल दोनों अस्पतालों छत्तीसगढ़ डेंटल कालेज और एक निजी डेंटल क्लीनिक पर 80 लाख रुपए का जुर्माना लगाया गया है.

रायपुर: निजी अस्पतालों में आयुष्मान योजना के नाम पर लगातार करोड़ों के घोटाले सामने आ रहे हैं. एक निजी EYE हॉस्पिटल में फर्ज़ी आयुष्मान गोल्डन कार्ड से इलाज का मामला सामने आया है. ASG EYE हॉस्पिटल में एक ही परिवार के नाम पर 109 कार्ड बनाए गए हैं. इसके ज़रिए 57 सर्जरी भी कराई गई है. मामले पर अस्पताल प्रबंधन का कहना है कि कार्ड बनाने का काम शासन स्तर पर होता है. ऐसे में ये अस्पताल की गड़बड़ी नहीं है. अस्पताल अपने स्तर पर इसकी जांच कराएगा.

आयुष्मान योजना में गड़बड़ी पर सिंहदेव सख्त

मामले में स्वास्थ्य मंत्री का कहना है कि 'दो आयुष्मान मित्र पर कारवाई की जा रही है. आगे भी जांच और कार्रवाई होगी'. हालांकि ये पहला मामला नहीं है. प्राइवेट डेंटल क्लीनिकों ने बीमा की राशि के लिए फर्ज़ी ऑपरेशन किए हैं. नतीजा ये रहा कि सरकार ने डेंटल सेक्टर को आयुष्मान योजना से बाहर कर दिया.

अभनपुर में भी हुआ फर्जीवाड़ा
जानकारी के मुताबिक कुछ महीने पहले ही राजधानी रायपुर से करीब 40 किलोमीटर दूर अभनपुर के 6 गांव में 3 महीने के अंदर 1400 से ज्यादा स्कूली बच्चों के दांतों को टेढ़े-मेढ़े बताकर तार लगा दिए थे. इसमें शामिल दोनों अस्पतालों छत्तीसगढ़ डेंटल कालेज और एक निजी डेंटल क्लीनिक पर 80 लाख रुपए का जुर्माना लगाया गया है.

Intro:Body:रायपुर । छत्तीसगढ़ में आयुष्मान योजना से एक तरफ जहां आम लोगों को इलाज के लिए भटकना पड़ रहा है,वहीं निजी अस्पतालों में आयुष्मान योजना के नाम पर लगातार करोड़ों के घोटाले सामने आ रहे हैं।
हालिया मामले एक निजी eye हॉस्पिटल में फर्ज़ी आयुष्मान गोल्डन कार्ड से इलाज का है,ASGआई हॉस्पिटल में एक ही परिवार के नाम पर 109 कार्ड बनाए गए ,और इसके ज़रिए 57 सर्जरी भी की गई। इस मामले पर अस्पताल प्रबंधन का कहना है कि कार्ड बनाने का काम शासन स्तर पर होता है,ऐसे में ये अस्पताल की गड़बड़ी नहीं है,अस्पताल अपने स्तर पर इसकी जांच कराएगा।
वहीं स्वास्थय मंत्री ने कहा है कि दो आयुष्मान मित्र पर कारवाई की जा रही है, आगे भी जांच और कार्रवाई होगी, हालाकि ये पहला मामला नहीं है। प्राइवेट डेंटल क्लिनिकों ने बीमा की राशि के लिए फर्ज़ी ऑपरेशन किए हैं , नतीजा ये रहा कि सरकार ने dental सेक्टर को आयुष्मान योजना से बाहर कर दिया। कुछ महिने पहले ही राजधानी रायपुर से करीब 40 किलोमीटर दूर अभनपुर के 6 गांव में 3 महीने के अंदर 1400 से ज्यादा स्कूली बच्चों के दांतों को टेढ़े-मेढ़े बताकर तार लगा दिए थे। इसमें शामिल दोनों अस्पतालों छत्तीसगढ़ डेंटल कालेज और श्री साई डेंटल क्लीनिक को 80 लाख रुपए का जुर्माना देना होगा।

Byte-टीएस सिंहदेव,स्वास्थ्य मंत्री
Conclusion:
ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.