रायपुर : छत्तीसगढ़ में चिटफंड कंपनियों के खिलाफ पुलिस ताबड़तोड़ कार्रवाई कर रही है. इसी बीच रायपुर पुलिस सनशाइन इंफ्राबिल्ड (Director of Sunshine Infrabuild Chitfund Company arrested) चिटफंड कंपनी के 2 डायरेक्टर को प्रोडक्शन रिमांड पर रायपुर कोर्ट लेकर पहुंची है. इन पर हजारों निवेशकों के करोड़ों रुपए हड़पने का आरोप है. चिटफंड कंपनी पर छत्तीसगढ़ के अलावा मध्य प्रदेश और राजस्थान में ठगी के कई मामले दर्ज हैं. रायपुर पुलिस ने इन दोनों आरोपियों को कोरबा से लेकर रायपुर जिला एवं सत्र न्यायालय में पेश किया है. बताया जा रहा है कि पुलिस इस मामले में कोर्ट से 2 दिन की पुलिस कस्टडी मांग सकती है. फिर इनकी संपत्ति का ब्योरा लेकर उसकी कुर्की की जाएगी.
करोड़ों रुपये हड़पने का आरोप
चिटफंड कंपनियों के माध्यम से निवेश कराकर रकम हड़पने वाली कंपनियों के संचालकों के खिलाफ सीएम के निर्देश के बाद विशेष अभियान चलाया जा रहा है. संचालकों को गिरफ्तार कर उनकी संपत्ति की कुर्की के बाद निवेशकों की रकम वापस दिलाई जा रही है. इसी क्रम में रायपुर पुलिस सनशाइन इंफ्राबिल्ड चिटफंड कंपनी के 2 डायरेक्टर को प्रोडक्शन रिमांड पर लेकर रायपुर पहुंची है. पुलिस ने न्यायाधीश अरविंद कुमार वर्मा की कोर्ट में कंपनी के डायरेक्टर भिंड निवासी सुरेंद्र सिंह बघेल और धर्म सिंह कुशवाहा को पेश किया है. दोनों पर करोड़ों रुपए हड़पने का आरोप है. इन पर दुर्ग-भाटापारा और कोरबा समेत कई जिलों में धोखाधड़ी का आरोप है.
सीएम के निर्देश के बाद जारी है कार्रवाई
गौरतलब है कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने चिटफंड कंपनियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई के निर्देश दिये थे. साथ ही पूरे छत्तीसगढ़ से चिटफंड कंपनी में डूबे निवेशकों से सरकार ने आवेदन भी मंगाए थे. इसी संबंध में चिटफंड कंपनियों की संपत्ति कुर्क की जा रही है. जिसमें से दिव्यानी कंपनी की तीन प्रॉपर्टी की 6 जनवरी को नीलामी हुई. प्रशासन को 4 करोड़ से अधिक रुपए मिले हैं. पीड़ितों के खाते में पैसे ट्रांसफर करने की प्रक्रिया भी शुरू कर दी गई है. 8 फरवरी को भी कोर्ट ने एक और चिटफंड कंपनी की संपत्ति कुर्क करने के आदेश दिए थे.
रायपुर में दर्ज हैं 103 मामले, 58 डायरेक्टर गिरफ्तार
थानों में चिटफंड संबंधित कुल 103 मामले दर्ज किये गए थे. छत्तीसगढ़ में 15 जुलाई को छत्तीसगढ़ निवेशक अधिनियम बना. उसके बाद पंजीबद्ध 47 प्रकरण दर्ज हुए. उनमें करीब 28 कंपनियों की संपत्ति के संबंध में जानकारी लेकर उसकी कुर्की के लिए कलेक्टर कार्यालय भेजी गई. इनमें अबतक 3 मामलों में न्यायालय ने आदेश भी जारी कर दिया है. इसमें दिव्यानी कंपनी की संपत्ति की कुर्की हो भी गई है.
इसी प्रकार कुल 58 ऐसे आरोपी हैं, जो डायरेक्टर हैं. उन्हें पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. अभी 74 डायरेक्टर बचे हैं. इनमें से करीब 15 डायरेक्टर अलग-अलग प्रकरणों में दूसरे जेल में हैं. उन्हें न्यायिक रिमांड के लिए प्रोडक्शन वारंट पर गिरफ्तार किया जाएगा. पिछले 2 महीने में पुलिस ने लगातार विशेष अभियान चलाकर 10 डायरेक्टरों को गिरफ्तार किया है. फरार डायरेक्टर की गिरफ्तारी के लिए अलग-अलग विशेष टीम बनाकर कार्यवाही की जा रही है.
इस तरह आए थे आवेदन
जिला | मामले |
रायपुर | 3,66,330 |
बलोदा बाजार | 1,68,435 |
जांजगीर चांपा | 1,90,465 |
गरियाबंद | 40,658 |
कांकेर | 1,80,000 |
सूरजपुर | 49,270 |
राजनांदगांव | 1,10,240 |
बलरामपुर | 31,943 |
धमतरी | 89,920 |
अंबिकापुर | 47,265 |
महासमुंद | 1,22,343 |
नारायणपुर | 6,452 |
कोंडागांव | 31,279 |
कोरबा | 77, 320 |
सुकमा | 4,454 |
बिलासपुर | 1,50,000 |
बस्तर | 3,000 |
बीजापुर | 18,324 |
दंतेवाड़ा | 2,100 |
जशपुर | 22,033 |
दुर्ग | 1,65,328 |