रायपुर : किडनी की समस्या इन दिनों आम होती जा रही है. भारत में एक अनुमान के मुताबिक हर साल लगभग 3 लाख लोगों को डायलिसिस की जरूरत पड़ती है. किडनी की विफलता, क्रोनिक किडनी डिसीज (सीकेडी) जैसी गंभीर बीमारियों के कारण देश के हजारों की तादाद में मरीज अगले 1 साल में मर जाते हैं. किडनी हमारे शरीर का एक महत्वपूर्ण ऑर्गन होता है. जो ब्लड को फिल्टर करने का काम करता है. जिसमें कई सारे वेस्ट मटेरियल बनते हैं. जो यूरिन के माध्यम से शरीर के बाहर निकलता है.
जब किडनी फंक्शन कर रही होती है. उस समय टॉक्सिस किडनी में जमा हो जाते हैं और यह ब्लड में भी अपनी जगह बना लेता है. जो काफी घातक हो सकता है. ऐसे समय में डाइट इंटेक अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है. आइए जानते हैं ऐसे समय में डाइट कैसा होना (diet chart of kidney patients) चाहिए.
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सब्जियों में क्या खाएं : ''लौकी और तरोई जैसी सब्जियों का सेवन किया जा सकता है. लेकिन टमाटर का उपयोग कम करना चाहिए. नेप्रोलॉजिस्ट की सलाह के आधार पर पानी का लेना चाहिए. चिकन, मटन और फिश का सेवन बिलकुल बंद कर देना चाहिए. डायलिसिस की कंडीशन में है तो ऐसे समय में हेवी फूड की जरूरत पड़ती है. जो कि नेप्रोलॉजिस्ट की सलाह के आधार पर डाइट ली जा सकती है. किडनी डिसऑर्डर है तो स्ट्रॉबेरी और किशमिश लिया जा सकता है. यह भी किडनी फ्रेंडली माना गया है.''