ETV Bharat / state

रायपुरः निशुल्क ध्यान शिविर का आयोजन, ध्यान गुरु ने समझाया आध्यात्मिक विज्ञान

रायपुर: राजधानी रायपुर के सिविल लाइन स्थित छत्तीसगढ़ क्लब में पिरामिड स्पिरिच्युअल सोसायटी द्वारा निशुल्क आनापानसती ध्यान शिविर का आयोजन किया गया. इस कार्यक्रम में भारत के विश्व प्रसिद्ध ध्यान गुरु ब्रह्मर्षि पितामह पत्रीजी पहुंचे. इस शिविर में ध्यान गुरु ने सभी लोगों को ध्यान और योग के बारे में समझाया.

free yoga shivir in raipur
author img

By

Published : Feb 3, 2019, 7:36 PM IST

ब्रह्म ऋषि पत्री ने 1990 में पीएसएसएम की स्थापना की. जिसके बाद से आध्यात्मिक विज्ञान की मौलिकता को प्रत्येक जनमानस तक पहुंचाने का कार्य किया जा रहा है. इसके चार मुख्य लक्षण बताए गए हैं जो इस प्रकार हैं-

  • हर व्यक्ति नियमित ध्यान करें.
  • आध्यात्मिक संत एवं गुरुओं द्वारा बनाए गए मूल्यों को जनमानस को समझाएं.
  • शाकाहार बनते हुए पशु जगत के प्रति दयावान होने का भाव प्रत्येक के भीतर जागृत कराना.
  • ध्यान के लिए पिरामिड मंदिरों का निर्माण करते हुए पिरामिड ऊर्जा का भरपूर उपयोग करना सीखना.

पितामह पत्रीजी ने बताया कि इन चार तत्वों के साथ अपने अंदर ईश्वर दत्त का भाव जागृत करना है. उन्होंने साथ ही साथ पहुंचे सैकड़ों लोगों को प्रेरित करने का काम भी किया.

ब्रह्म ऋषि पत्री ने 1990 में पीएसएसएम की स्थापना की. जिसके बाद से आध्यात्मिक विज्ञान की मौलिकता को प्रत्येक जनमानस तक पहुंचाने का कार्य किया जा रहा है. इसके चार मुख्य लक्षण बताए गए हैं जो इस प्रकार हैं-

  • हर व्यक्ति नियमित ध्यान करें.
  • आध्यात्मिक संत एवं गुरुओं द्वारा बनाए गए मूल्यों को जनमानस को समझाएं.
  • शाकाहार बनते हुए पशु जगत के प्रति दयावान होने का भाव प्रत्येक के भीतर जागृत कराना.
  • ध्यान के लिए पिरामिड मंदिरों का निर्माण करते हुए पिरामिड ऊर्जा का भरपूर उपयोग करना सीखना.

पितामह पत्रीजी ने बताया कि इन चार तत्वों के साथ अपने अंदर ईश्वर दत्त का भाव जागृत करना है. उन्होंने साथ ही साथ पहुंचे सैकड़ों लोगों को प्रेरित करने का काम भी किया.

Intro:0302_CG_RPR_RITESH_DHYAN YOG_SHBT

रायपुर राजधानी रायपुर के सिविल लाइन स्थित छत्तीसगढ़ क्लब में पिरामिड स्पिरिचुअल सोसायटी रायपुर द्वारा भारत के विश्व प्रसिद्ध ध्यान गुरु ब्रह्मर्षि पितामह पत्रीजी के द्वारा निशुल्क आनापानसती ध्यान शिविर का आयोजन किया गया जिसमें सैकड़ों की संख्या में लोगों ने इस शिविर में ध्यान और योग के बारे में जाना और समझा

ब्रह्म ऋषि पत्रीजी द्वारा 1990 में पी एस एस एम की स्थापना की गई तत्पश्चात अध्यात्मिक विज्ञान की मौलिकता को प्रत्येक जनमानस तक पहुंचाने का कार्य किया जा रहा है चार मुख्य लक्षण बताए गए हैं जो इस प्रकार हैं हर व्यक्ति नियमित ध्यान करें आध्यात्मिक संत एवं गुरुओं द्वारा गुरुओं द्वारा बनाए गए मूल्यों को जनमानस को समझाएं शाकाहार बनाते हुए पशु जगत के प्रति दयावान होने का भाव प्रत्येक के भीतर जागृत कराना तथा ध्यान के लिए पिरामिड मंदिरों का निर्माण करते हुए पिरामिड ऊर्जा का भरपूर उपयोग करना सीखना इन चार तत्वों के साथ अपने अंदर ईश्वर दत्त का भाव जागृत करना है

बाइट शैलेंद्र जैन अध्यक्ष पिरामिड स्पिरिचुअल सोसायटी रायपुर


Body:0302_CG_RPR_RITESH_DHYAN YOG_SHBT


Conclusion:0302_CG_RPR_RITESH_DHYAN YOG_SHBT
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.