रायपुर: नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने कहा कि कोरोना कोरोना को लेकर वे छत्तीसगढ़ सरकार को लगातार आगाह कर रहे हैं. लेकिन प्रदेश सरकार कोरोना को लेकर गंभीर नहीं है. कोरोना के बढ़ते मामलों पर अंकुश लगाने के लिए प्रदेश सरकार को सभी वर्ग से चर्चा करनी चाहिए. उन्होंने कहा कि सरकार को प्रदेश के उद्योगपति, व्यापारियों और आमजनों से वर्तमान हालत पर चर्चा करके छत्तीसगढ़ में फिर लॉकडाउन के लिए कदम उठाना चाहिए. उन्होंने कहा कि जिलावार लॉकडाउन लगाए जाने के बजाय पूरे छत्तीसगढ़ में लॉकडाउन लगाना चाहिए.
उन्होंने कहा कि रायपुर में 2 सप्ताह का लॉकडाउन लगाने की जरूरत है ताकि कोरोना के हो रहे लगातार विस्तार की गति पर विराम लग सके. एक सप्ताह का लॉकडाउन पर्याप्त समय नहीं है. जिसके सार्थक परिणाम भी नही आएंगे. उन्होंने कहा कि सरकार प्रदेश में सक्रिय केस की संख्या को छुपा रही है. जिसके चलते स्थिति और बिगड़ती जा रही है. अब हालत तो यहां तक बिगड़ चुके हैं कि मृतकों के अंतिम संस्कार के लिए भी विवाद होने लगे हैं.
नेता प्रतिपक्ष कौशिक ने कहा कि प्रदेश में पहले ही लॉकडाउन लग जाना चाहिए था लेकिन प्रदेश सरकार की मौन और उत्सव के कारण कोरोना का फैलाव जारी रहा. समय रहते कोरोना पर अंकुश लगाने के लिए ठोस पहल किए जाते तो हालत इतने नहीं बिगड़ते.
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उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ में 1 सितंबर की स्थिति में सक्रिय मरीज 15,533 थे. वहीं 19 सिंतबर की स्थिति में 36,580 सक्रिय केस के साथ छत्तीसगढ़ सातवें स्थान पर हैं. मौत के मामले पर 17 वें स्थान पर और जांच के मामले पर 20वें स्थान पर हैं. इसके साथ ही एक्टिव केस के मामले में भी 44.8 प्रतिशत के साथ पहले स्थान पर है. अगर रिकवरी दर के मामले में देखे तो छत्तीसगढ़ 19 वें स्थान पर हैं.