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बारिश से धान खराब होने की समस्या पर बोले धरमलाल कौशिक, तत्काल सर्वे कराए मुख्यमंत्री

छत्तीसगढ़ में हो रही बारिश के कारण खुले में रखा धान खराब होने की कगार पर है. इसके लिए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं. साथ ही नेता प्रतिपक्ष ने भी इस पर अपनी चिंता जताई है.

Dharamlal Kaushik
धरमलाल कौशिक
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Published : Dec 29, 2021, 2:13 PM IST

रायपुर: दो दिनों से छ्त्तीसगढ़ के अधिकतर जिलों में लगातार हो रही बारिश से किसान काफी परेशान है. कई किसानों का धान बारिश में भीख चुका है. वहीं धान खरीदी केंद्र में भी बारिश के बाद यही स्थिति है. जिसको देखते हुए मुख्यमंत्री ने सभी जिला कलेक्टरों को निर्देश जारी किया है. निर्देश में कहा गया है कि बारिश और ओलविष्टि से फसलों को और घरों को हुए नुकसान का त्वरित आकलन किया जाए. नेता प्रतिपक्ष और बीजेपी नेता धरमलाल कौशिक ने बयान जारी कर मुख्यमंत्री से बारिश की वजह से खराब हुए धान का तत्काल सर्वे करवाने का आग्रह किया है.

तत्काल सर्वे कराए मुख्यमंत्री: धरमलाल कौशिक

बारिश से भीगा धान: धरमलाल कौशिक

नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने कहा कि 28 और 29 को छत्तीसगढ़ के काफी हिस्सों में बारिश हुई है. जिसमें बहुत सारी फसल खराब हुई हैं. इसमें किसानों का धान भी पानी में गिला हुआ है और जो सरकार के द्वारा धान खरीदा गया है. उसे कवर नहीं किया गया है. आने वाले समय में धान के खराब और सड़ने की संभावना है. इससे पहले सरकार ने सर्वे कराया था लेकिन उसकी क्षतिपूर्ति राशि किसानों के खाते में आज तक नहीं पहुंची है.

बेमौसम बारिश से सिलादेही धान खरीदी केंद्र पर भीग गया धान, रख-रखाव को लेकर खड़ा हुआ बड़ा सवाल

जल्द सर्व कराएं सरकार

धरमलाल कौशिक ने जोर देते हुए कहा कि अभी तत्काल सर्वे करवाया जाना आवश्यक है. फसल कितनी खराब हुई है उसका आकलन होना जरूरी है और जो धान खुले में पड़ा है. उसका भी आकलन करने की आवश्यकता है. साथ ही उसकी भरपाई कैसे संभव हो सरकार को तत्काल रिपोर्ट बनानी चाहिए और किसानों को भरपाई करनी चाहिए. ताकि किसानों को नुकसान ना पहुंचे.

नुकसान का पता करके किसानों को जल्द करे भुगतान

बारिश के कारण बहुत फसलों को नुकसान पहुंचा है. उसकी भरपाई होनी चाहिए. पिछले समय के सुनिश्चित किए जाने चाहिए. कितना नुकसान हुआ है और इस नुकसान की भरपाई कब तक सरकार करेगी. अन्यथा केवल सर्वे सरकार कराती है. किसान को भरपाई नहीं हो पाता. जिससे किसानों को नुकसान होने की संभावना है.

रायपुर: दो दिनों से छ्त्तीसगढ़ के अधिकतर जिलों में लगातार हो रही बारिश से किसान काफी परेशान है. कई किसानों का धान बारिश में भीख चुका है. वहीं धान खरीदी केंद्र में भी बारिश के बाद यही स्थिति है. जिसको देखते हुए मुख्यमंत्री ने सभी जिला कलेक्टरों को निर्देश जारी किया है. निर्देश में कहा गया है कि बारिश और ओलविष्टि से फसलों को और घरों को हुए नुकसान का त्वरित आकलन किया जाए. नेता प्रतिपक्ष और बीजेपी नेता धरमलाल कौशिक ने बयान जारी कर मुख्यमंत्री से बारिश की वजह से खराब हुए धान का तत्काल सर्वे करवाने का आग्रह किया है.

तत्काल सर्वे कराए मुख्यमंत्री: धरमलाल कौशिक

बारिश से भीगा धान: धरमलाल कौशिक

नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने कहा कि 28 और 29 को छत्तीसगढ़ के काफी हिस्सों में बारिश हुई है. जिसमें बहुत सारी फसल खराब हुई हैं. इसमें किसानों का धान भी पानी में गिला हुआ है और जो सरकार के द्वारा धान खरीदा गया है. उसे कवर नहीं किया गया है. आने वाले समय में धान के खराब और सड़ने की संभावना है. इससे पहले सरकार ने सर्वे कराया था लेकिन उसकी क्षतिपूर्ति राशि किसानों के खाते में आज तक नहीं पहुंची है.

बेमौसम बारिश से सिलादेही धान खरीदी केंद्र पर भीग गया धान, रख-रखाव को लेकर खड़ा हुआ बड़ा सवाल

जल्द सर्व कराएं सरकार

धरमलाल कौशिक ने जोर देते हुए कहा कि अभी तत्काल सर्वे करवाया जाना आवश्यक है. फसल कितनी खराब हुई है उसका आकलन होना जरूरी है और जो धान खुले में पड़ा है. उसका भी आकलन करने की आवश्यकता है. साथ ही उसकी भरपाई कैसे संभव हो सरकार को तत्काल रिपोर्ट बनानी चाहिए और किसानों को भरपाई करनी चाहिए. ताकि किसानों को नुकसान ना पहुंचे.

नुकसान का पता करके किसानों को जल्द करे भुगतान

बारिश के कारण बहुत फसलों को नुकसान पहुंचा है. उसकी भरपाई होनी चाहिए. पिछले समय के सुनिश्चित किए जाने चाहिए. कितना नुकसान हुआ है और इस नुकसान की भरपाई कब तक सरकार करेगी. अन्यथा केवल सर्वे सरकार कराती है. किसान को भरपाई नहीं हो पाता. जिससे किसानों को नुकसान होने की संभावना है.

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