रायपुर : छत्तीसगढ़ पुलिस SI भर्ती प्रक्रिया Chhattisgarh Police SI Recruitment Process 2018 से लंबित है. भर्ती में किसी प्रकार की त्रुटि या रुकावट ना होने के बावजूद सरकार इस भर्ती को पूरा करने में कोई दिलचस्पी नहीं दिखा रही है. 2021-22 में निकली CGPSC और व्यापम की भर्तियां जैसे ACF, राज्य सेवा परीक्षा, महिला पर्यवेक्षक, पटवारी, खाद्य निरीक्षक जैसी भर्ती पूरी कर ली गई हैं, या अंतिम परिणाम जारी करना बाकी है. लेकिन 2018 से लंबित SI भर्ती में केवल प्रथम चरण पूरा हुआ हैं, जिसमें प्रदेश भर में लगभग 70 प्रतिभागी चयनित हुए हैं. अभी 4 चरण और बाकी हैं. अभ्यर्थी इन 4 सालों में कई बार धरना प्रदर्शन और ज्ञापन दे चुके हैं, पर सरकार का रवैया उदासीन ही Demand to complete sub inspector recruitment exam रहा.
क्या है अभ्यर्थियों की मांग :एसआई भर्ती परीक्षा sub inspector recruitment exam in chhattisgarh के अभ्यर्थी सुनील कुमार महतो ने बताया कि "चयनित प्रतिभागी पिछले 5 महीनों से प्रारंभिक परीक्षा के इंतजार में हैं. 06 नवंबर को होने वाली प्रारंभिक परीक्षा व्यापम द्वारा अपरिहार्य कारणों से निरस्त कर दी गई और अभी तक नई तारीख नहीं बताई गई है. इसको लेकर परीक्षा के दिन ही अभ्यर्थियों ने बूढ़ातालाब धरना स्थल पर काला दिवस मनाया था. अभ्यार्थियों ने जल्द नई तिथि जारी करने के लिए सरकार को ज्ञापन भी सौंपा था. एक महीने से ज्यादा बीत जाने से बाद भी नई तिथि जारी नहीं हुई है. अभ्यर्थियों से मुलाकात में व्यापम के अफसर शासन से नई परीक्षा तिथि जारी करने के लिए आदेश ना मिलना बताते हैं. राज्य में कोई आरक्षण रोस्टर ना होने के बीच CGPSC द्वारा सिविल जज और राज्य सेवा आयोग की परीक्षा तिथि जारी कर दी गई है."
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दिसंबर माह में शेड्यूल जारी करने की मांग : :एसआई भर्ती परीक्षा के अभ्यर्थियों की मांग है कि "CGPSC की तरह SI भर्ती प्रारंभिक परीक्षा का शेड्यूल भी दिसंबर माह में जारी किया जाए, और साथ में मुख्य परीक्षा का सिलेबस भी जारी किया जाए. प्रारंभिक परीक्षा संपादित कराने में आरक्षण रोस्टर की कोई जरूरत नहीं है, लेकिन परिणाम जारी करने में है, इसलिए प्रारंभिक परीक्षा बिना रुकावट और देरी के कराई जा सकती है. सरकार की लेट लतीफी से अभ्यर्थियों का जीवन 4 सालों से अधर में लटका हुआ है. कई अभ्यर्थी प्राइवेट जॉब छोड़कर सरकारी नौकरी की तैयारी कर रहे हैं. कई इस भर्ती के इंतजार में बेरोजगार हैं, कई अभ्यर्थी परीक्षा के इंतजार में शादी कर चुके हैं और बच्चे भी हो गए हैं. कई योग्य अभ्यार्थी सरकारी लेट लतीफी के कारण अयोग्य हो गए हैं. शारीरिक दक्षता भी अब पहले जैसे नहीं रही. जिसके कारण शारारिक दक्षता परीक्षा में कई अभ्यर्थी पिछड़ रहे हैं. अभ्यर्थी सरकार के उदासीन रवैए के कारण आक्रोशित हैं. 22 दिसंबर को बूढ़ातालाब धरना स्थल पर प्रदर्शन करने के साथ ही रैली निकालकर सरकार के खिलाफ प्रदर्शन करेंगे."