कोरबाः छत्तीसगढ़ के कोरबा जिले की मितानिनों (Mitanins of Korba district) ने आज संयुक्त रुप से कोरबा कलेक्टर कार्यालय (Korba Collectorate Office) में उपस्थित होकर जिला कलेक्टर को अपनी मांगों (8 point demands) को लेकर ज्ञापन सौंपा है. मितानिनों ने मुख्य रूप से ₹10000 प्रति माह मानदेय सहित स्वास्थ्य विभाग में हो रही भर्ती में नियुक्ति करने की मांग की है. (Submitted a memorandum to collector).
इस विषय में ईटीवी भारत से बातचीत के दौरान मितानिन कविता राठौर ने बताया कि विगत 9 वर्ष से वह मितानिन का कार्य करती आ रहीं है. लेकिन शासन द्वारा कोई भी मानदेय प्रदान नहीं किया जाता. यह समस्या सभी मितानिनों के साथ है. वहीं उनका कहना है कि शासन द्वारा मितानिन की भर्ती के समय सिर्फ गर्भवती महिला और शिशु की देखभाल करना ही उनका कार्य बताया गया था लेकिन अभी के समय में मितानिनों से जरूरत अनुसार विभागों का कार्य भी कराया जा रहा है, जिसके कारण वे चाहती हैं कि उन्हें प्रत्येक माह एक निश्चित मानदेय प्रदान किया जाए.
शासकीय चिकित्सालय में नियुक्ति की मांग
मितानिनों की 8 मांगों में से एक मांग यह भी है कि उन्हें योग्यता अनुसार शासकीय अस्पतालों में नियुक्त किया जाए. क्योंकि मितानिन के तौर पर वर्तमान के समय में बीएससी के फ्रेशर छात्रों को नियुक्त किया जा रहा है. लेकिन वह 9 वर्षों से मितानिन का कार्य कर रहीं हैं. इसके साथ ही वह गर्भवती महिला और शिशु की देखरेख की सभी जानकारियां हासिल कर चुकी हैं. जिससे उन्हें उनकी योग्यता और तजुर्बे के हिसाब से नियुक्त किया जाए.
ये है मितानिनों की मांगें
1- मितानिन प्रोत्साहन राशि 10,000 प्रतिमा मानदेय
2- समस्त मितानिन का बीमा
3- 10% प्रोत्साहन राशि में प्रति वर्ष बढ़ोतरी
4- अन्य विभागों का कार्य नहीं कराया जाए
5- नियुक्ति से लेकर अब तक किए गए कार्यों के राशि का भुगतान किया जाए
6- योग्यता अनुसार स्वास्थ्य विभाग में मितानिनों की भर्ती की जाए
7- किसी भी मितानिन की आकस्मिक मृत्यु पर परिजन की नियुक्ति
8- किसी भी अधिकारी द्वारा अभद्र व दुर्व्यवहार न किया जाए