रायपुर : छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में हर 2 से 3 दिन में साइबर ठगी के मामले सामने आ रहे हैं. इस बार साइबर ठगों ने खुद को क्रेडिट कार्ड कंपनी से होने का झांसा देकर एक कंपनी के जीएम के क्रेडिट कार्ड से 1 लाख 92 हजार 201 रुपए निकाल लिए. साइबर ठग ने मोबाइल नंबर बदलने का झांसा देकर जीएम को एनीडेस्क एप डाउनलोड कराया. फिर चार किस्तों में क्रेडिट कार्ड से रुपए पार कर दिए. पंडरी थाना पुलिस ने धारा 420 के तहत अपराध पंजीबद्ध किया है. पुलिस मामले की पड़ताल में जुटी है.
क्या है मामला : पंडरी थाना पुलिस ने बताया कि '' सिलतरा की एक कंपनी में जनरल मैनेजर ने रिपोर्ट दर्ज कराई है. प्रार्थी ने अपने क्रेडिट कार्ड का मोबाइल नंबर बदलने का रिक्वेस्ट किया था. यह प्रक्रिया पूरी नहीं हो सकी थी. इस बीच प्रार्थी को 7 फरवरी की रात में करीबन 9 बजे मोबाइल नंबर 8927188479, 446905 5899 से कॉल आया. कॉल करने वाले ने खुद को क्रेडिट कार्ड कंपनी से होना बताया. मोबाइल नंबर बदलने की प्रक्रिया बताते हुए प्ले स्टोर से एनीडेस्क एप डाउनलोड करने के लिए कहा गया. साइबर फ्रॉड के झांसे में आकर प्रार्थी ने एनीडेस्क एप डाउनलोड कर लिया. एनीडेस्क एप डाउनलोड कराने के बाद ठग ने क्रेडिट कार्ड की फोटो व्हाट्सएप पर मंगा ली. इसके बाद 4 किस्तों में 1 लाख 92 हजार 201 रुपए ऑनलाइन ट्रांजैक्शन कर दिए.''
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राजधानी में 4100 लोग ठगी के शिकार : रायपुर में पिछले साल ऑनलाइन ठगी की 4100 घटनाएं हुई है. अलग-अलग फार्मूले से साइबर क्रिमिनल ने लोगों के खातों से चार करोड़ रुपए उड़ाए हैं. पुलिस इसमें से 90 लाख ही लोगों को लौटा सकी है. इस बीच 3 दर्जन से ज्यादा साइबर क्रिमिनल को पकड़ा गया है. स्थिति को देखते हुए अब लोगों को साइबर क्राइम से बचने जागरूक किया जा रहा है, लेकिन ठगी की घटनाएं कम नहीं हो रही है. सिविल लाइन सीएसपी वीरेंद्र चतुर्वेदी ने बताया कि "प्रार्थी की शिकायत के बाद पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर ली है. क्योंकि यह मामला साइबर ठगी का है. इसलिए साइबर सेल को जांच के लिए सौंपा गया है."