ETV Bharat / state

cyber fraud in raipur : क्रेडिट कार्ड का नंबर अपडेट कराना पड़ा महंगा, खाते से लाखों हुए पार - cyber fraud in raipur

रायपुर के लोग आए दिन ठगी का शिकार हो रहे हैं. पुलिस जागरुकता अभियान चला रही है बावजूद इसके लोगों को साइबर ठग अपने झांसे में ले ले रहे हैं. अब तक राजधानी में हजारों लोग साइबर ठगों के शिकार बन चुके हैं. इनमें से कुछ भाग्यशाली रहे जिन्हें उनका पैसा वापस मिल गया. लेकिन अधिकतर मामलों में ठगों की गिरफ्तारी के बाद भी रकम की बरामदगी नहीं हो सकी है.

cyber fraud in raipur
क्रेडिट कार्ड का नंबर अपडेट कराना पड़ा महंगा
author img

By

Published : Feb 9, 2023, 2:29 PM IST

रायपुर : छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में हर 2 से 3 दिन में साइबर ठगी के मामले सामने आ रहे हैं. इस बार साइबर ठगों ने खुद को क्रेडिट कार्ड कंपनी से होने का झांसा देकर एक कंपनी के जीएम के क्रेडिट कार्ड से 1 लाख 92 हजार 201 रुपए निकाल लिए. साइबर ठग ने मोबाइल नंबर बदलने का झांसा देकर जीएम को एनीडेस्क एप डाउनलोड कराया. फिर चार किस्तों में क्रेडिट कार्ड से रुपए पार कर दिए. पंडरी थाना पुलिस ने धारा 420 के तहत अपराध पंजीबद्ध किया है. पुलिस मामले की पड़ताल में जुटी है.


क्या है मामला : पंडरी थाना पुलिस ने बताया कि '' सिलतरा की एक कंपनी में जनरल मैनेजर ने रिपोर्ट दर्ज कराई है. प्रार्थी ने अपने क्रेडिट कार्ड का मोबाइल नंबर बदलने का रिक्वेस्ट किया था. यह प्रक्रिया पूरी नहीं हो सकी थी. इस बीच प्रार्थी को 7 फरवरी की रात में करीबन 9 बजे मोबाइल नंबर 8927188479, 446905 5899 से कॉल आया. कॉल करने वाले ने खुद को क्रेडिट कार्ड कंपनी से होना बताया. मोबाइल नंबर बदलने की प्रक्रिया बताते हुए प्ले स्टोर से एनीडेस्क एप डाउनलोड करने के लिए कहा गया. साइबर फ्रॉड के झांसे में आकर प्रार्थी ने एनीडेस्क एप डाउनलोड कर लिया. एनीडेस्क एप डाउनलोड कराने के बाद ठग ने क्रेडिट कार्ड की फोटो व्हाट्सएप पर मंगा ली. इसके बाद 4 किस्तों में 1 लाख 92 हजार 201 रुपए ऑनलाइन ट्रांजैक्शन कर दिए.''

ये भी पढ़ें-ऑनलाइन ठगी के शिकार लोगों के पैसे बैंक ने किए होल्ड,लेकिन नहीं किए वापस

राजधानी में 4100 लोग ठगी के शिकार : रायपुर में पिछले साल ऑनलाइन ठगी की 4100 घटनाएं हुई है. अलग-अलग फार्मूले से साइबर क्रिमिनल ने लोगों के खातों से चार करोड़ रुपए उड़ाए हैं. पुलिस इसमें से 90 लाख ही लोगों को लौटा सकी है. इस बीच 3 दर्जन से ज्यादा साइबर क्रिमिनल को पकड़ा गया है. स्थिति को देखते हुए अब लोगों को साइबर क्राइम से बचने जागरूक किया जा रहा है, लेकिन ठगी की घटनाएं कम नहीं हो रही है. सिविल लाइन सीएसपी वीरेंद्र चतुर्वेदी ने बताया कि "प्रार्थी की शिकायत के बाद पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर ली है. क्योंकि यह मामला साइबर ठगी का है. इसलिए साइबर सेल को जांच के लिए सौंपा गया है."

रायपुर : छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में हर 2 से 3 दिन में साइबर ठगी के मामले सामने आ रहे हैं. इस बार साइबर ठगों ने खुद को क्रेडिट कार्ड कंपनी से होने का झांसा देकर एक कंपनी के जीएम के क्रेडिट कार्ड से 1 लाख 92 हजार 201 रुपए निकाल लिए. साइबर ठग ने मोबाइल नंबर बदलने का झांसा देकर जीएम को एनीडेस्क एप डाउनलोड कराया. फिर चार किस्तों में क्रेडिट कार्ड से रुपए पार कर दिए. पंडरी थाना पुलिस ने धारा 420 के तहत अपराध पंजीबद्ध किया है. पुलिस मामले की पड़ताल में जुटी है.


क्या है मामला : पंडरी थाना पुलिस ने बताया कि '' सिलतरा की एक कंपनी में जनरल मैनेजर ने रिपोर्ट दर्ज कराई है. प्रार्थी ने अपने क्रेडिट कार्ड का मोबाइल नंबर बदलने का रिक्वेस्ट किया था. यह प्रक्रिया पूरी नहीं हो सकी थी. इस बीच प्रार्थी को 7 फरवरी की रात में करीबन 9 बजे मोबाइल नंबर 8927188479, 446905 5899 से कॉल आया. कॉल करने वाले ने खुद को क्रेडिट कार्ड कंपनी से होना बताया. मोबाइल नंबर बदलने की प्रक्रिया बताते हुए प्ले स्टोर से एनीडेस्क एप डाउनलोड करने के लिए कहा गया. साइबर फ्रॉड के झांसे में आकर प्रार्थी ने एनीडेस्क एप डाउनलोड कर लिया. एनीडेस्क एप डाउनलोड कराने के बाद ठग ने क्रेडिट कार्ड की फोटो व्हाट्सएप पर मंगा ली. इसके बाद 4 किस्तों में 1 लाख 92 हजार 201 रुपए ऑनलाइन ट्रांजैक्शन कर दिए.''

ये भी पढ़ें-ऑनलाइन ठगी के शिकार लोगों के पैसे बैंक ने किए होल्ड,लेकिन नहीं किए वापस

राजधानी में 4100 लोग ठगी के शिकार : रायपुर में पिछले साल ऑनलाइन ठगी की 4100 घटनाएं हुई है. अलग-अलग फार्मूले से साइबर क्रिमिनल ने लोगों के खातों से चार करोड़ रुपए उड़ाए हैं. पुलिस इसमें से 90 लाख ही लोगों को लौटा सकी है. इस बीच 3 दर्जन से ज्यादा साइबर क्रिमिनल को पकड़ा गया है. स्थिति को देखते हुए अब लोगों को साइबर क्राइम से बचने जागरूक किया जा रहा है, लेकिन ठगी की घटनाएं कम नहीं हो रही है. सिविल लाइन सीएसपी वीरेंद्र चतुर्वेदी ने बताया कि "प्रार्थी की शिकायत के बाद पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर ली है. क्योंकि यह मामला साइबर ठगी का है. इसलिए साइबर सेल को जांच के लिए सौंपा गया है."

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.