रायपुर: मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी की नेता और पूर्व सांसद वृंदा करात CAA और NRC के विरोध को लेकर छत्तीसगढ़ के दौरे पर हैं. वृंदा करात बुधवार को छत्तीसगढ़ की राजधारी रायपुर पहुंची, जहां उन्होंने छत्तीसगढ़ सरकार से केरल सरकार की तर्ज पर राज्य में NPR को लागू नहीं करने का प्रस्ताव पारित करने की मांग की है.
उन्होंने CAA को संविधान के खिलाफ बताते हुए कहा कि मोदी सरकार हिंदू और मुस्लिमों के बीच लड़ाई करवाना चाहती है. उन्होंने कहा कि यह धर्म का नहीं बल्कि संविधान का सवाल है'.
वृंदा करात ने CAA, NPR और NRC पर कहा कि 'आज हमारे देश में धर्मनिरपेक्षता पर आधारित नागरिकता है. जिसे मोदी सरकार तोड़ना चाहती है'.
'नहीं मिली मनरेगा मजदूरों को तनख्वाह'
उन्होंने कहा कि 'मनरेगा के मजदूरों को 6 महीने से तनख्वाह नहीं मिली है, बेरोजगारी का ग्राफ बढ़ा है, महंगाई भी दिनों-दिन बढ़ती जा रही है. इन समस्याओं को रोकने का एक ही तरीका है कि सरकार कुछ आवश्यक चीजों की कीमतों में कमी करे'
राज्य सरकार पर निशाना
उन्होंने राज्य सरकार पर भी निशाना साधते हुए कहा कि 'छत्तीसगढ़ में मैंने देखा है कि बस्तर के किसानों ने रास्ता रोका, वे नाराज थे क्योंकि धान खरीदी पूरी तरह से नहीं की गई.'
मोदी सरकार पर निशाना
वहीं मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि एक तरफ से आर्थिक हमला हो रहा और दूसरी तरफ संवैधानिक हमला हो रहा. यह बात सही है कि पार्लियामेंट्री सिस्टम में वामपंथ सिमटते जा रहा है लेकिन आज तमाम दमन के बावजूद छात्र वामपंथ को आगे ले जा रहे हैं.