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आरटीपीसीआर टेस्ट से होती है कोरोना पॉजिटिव मरीज की पुष्टि

कोरोना के लक्षण दिखने पर मरीज का टेस्ट आरटीपीसीआर से किया जाता है, जिससे मरीज के पॉजिटिव नेगेटिव होने का पता चलता है.

RTPCR test
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Published : Apr 26, 2020, 5:03 PM IST

राजनांदगांव : कोविड-19 के संदिग्ध मरीजों के परीक्षण के लिए राजनांदगांव जिले को 952 रैपिड एंटीबॉडी टेस्ट किट प्रदान किया गया है. यह रेपिड एंटीबॉडी टेस्ट किट सैम्पल भेजने की स्क्रीनिंग है.

बता दें कि, यह किट निगरानी के लिए हैं. जिन्हें सर्दी, खांसी, बुखार हुए एक हफ्ते से अधिक का समय हो गया हो उन मरीजों की स्क्रीनिंग रेपिड एंटीबॉडी टेस्ट किट से की जाती है. यदि रिपोर्ट पॉजिटिव आती है, उन्हें इलाज के लिए भेजा जाता है.

रैपिड एंटीबॉडी टेस्ट, आरटीपीसीआर टेस्ट का विकल्प नहीं है. आरटीपीसीआर टेस्ट ( रिवर्स ट्रांसक्रिप्शन पॉलीमिरास चेन रिएक्शन टेस्ट) आरएनए से संबंधित वायरस यानी आनुवंशिक सामग्री का पता लगता है, जबकि एंटीबॉडी स्क्रीनिंग टेस्ट है. आरटीपीसीआर टेस्ट से कोरोना वायरस पॉजिटिव मरीज की पुष्टि होती है.

राजनांदगांव : कोविड-19 के संदिग्ध मरीजों के परीक्षण के लिए राजनांदगांव जिले को 952 रैपिड एंटीबॉडी टेस्ट किट प्रदान किया गया है. यह रेपिड एंटीबॉडी टेस्ट किट सैम्पल भेजने की स्क्रीनिंग है.

बता दें कि, यह किट निगरानी के लिए हैं. जिन्हें सर्दी, खांसी, बुखार हुए एक हफ्ते से अधिक का समय हो गया हो उन मरीजों की स्क्रीनिंग रेपिड एंटीबॉडी टेस्ट किट से की जाती है. यदि रिपोर्ट पॉजिटिव आती है, उन्हें इलाज के लिए भेजा जाता है.

रैपिड एंटीबॉडी टेस्ट, आरटीपीसीआर टेस्ट का विकल्प नहीं है. आरटीपीसीआर टेस्ट ( रिवर्स ट्रांसक्रिप्शन पॉलीमिरास चेन रिएक्शन टेस्ट) आरएनए से संबंधित वायरस यानी आनुवंशिक सामग्री का पता लगता है, जबकि एंटीबॉडी स्क्रीनिंग टेस्ट है. आरटीपीसीआर टेस्ट से कोरोना वायरस पॉजिटिव मरीज की पुष्टि होती है.

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