ETV Bharat / state

तीसरी लहर का छत्तीसगढ़ पर ज्यादा असर नहीं, बाजार और कारोबार में रही रौनक - Amar Parwani president of Chhattisgarh Chamber of Commerce

छत्तीसगढ़ समेत पूरे भारत में कोरोना संक्रमण के दौरान देश की अर्थव्यवस्था बुरी तरह प्रभावित हुई है. बात करें तो कोरोना संक्रमण की तीसरी लहर बाजार और कारोबार पर ज्यादा असर नहीं डाल पाया. पूरे भारत में जीएसटी विभाग से प्राप्त आंकड़ों के अनुसार जनवरी 2022 में 1 लाख 40 हजार 986 करोड़ जीएसटी का कलेक्शन हुआ.

प्रोफेसर आरके ब्रम्हे
प्रोफेसर आरके ब्रम्हे
author img

By

Published : Feb 19, 2022, 10:58 PM IST

Updated : Feb 20, 2022, 8:37 AM IST

रायपुर: कोरोना संक्रमण के दौरान देश की अर्थव्यवस्था बुरी तरह प्रभावित हुई है. बात करें तो कोरोना संक्रमण की पहली और दूसरी लहर में लॉक डाउन के दौरान सभी कारोबार प्रभावित रहे. ऐसे में व्यवसायिक गतिविधियां भी बंद रही. जिसके कारण आर्थिक नुकसान हुआ लेकिन कोरोना संक्रमण की तीसरी लहर में बाजार और कारोबार पर ज्यादा असर नहीं पड़ा.

प्रदेश की बात की जाए तो प्रदेश में सभी बिजनेस सेक्टर सुचारु रुप से जारी रहे. जिसके कारण प्रदेश के अलग-अलग बिजनेस सेक्टरों में ज्यादा नुकसान नहीं हुआ. रियल स्टेट से लेकर सराफा बाजार और ऑटोमोबाइल सेक्टर भी सुचारू रूप से चलते रहे. वहीं दूसरी लहर की अपेक्षा तीसरी लहर के दौरान जीएसटी में कलेक्शन भी अच्छा रहा है. बात करें जीएसटी कलेक्शन की तो अप्रैल 2021 से जनवरी 2022 तक छत्तीसगढ़ से 7689.6 करोड़ रुपए का जीएसटी समेत दूसरे टैक्स का कलेक्शन हुआ है.

तीसरी लहर का छत्तीसगढ़ पर ज्यादा असर नहीं
इन कारणों से नहीं डगमगाई अर्थव्यवस्था कोरोना संक्रमण की तीसरी लहर में ओमीक्रोन वेरिएंट का प्रभाव कम देखा गया. पिछले दो संक्रमण की लहर से इस तीसरे संक्रमण की स्थिति बेहतर थी. जिसके कारण बाजारों में सुचारू रूप से व्यवसाय जारी रहा. लॉकडाउन नहीं लगाया गया, जिसके कारण बाजारों में तेजी रही. इसके साथ ही बाजार में प्रोडक्शन और मार्केट की सप्लाई चैन नहीं टूटी और लगातार बाजार में उत्पादों की आयात और निर्यात होता रहा. जिसके कारण बाजार में कैश ट्रांजैक्शन फ्लो रहा. लॉकडाउन नहीं लगने के कारण इस बार सभी लोगों ने तीज, त्यौहार और वैवाहिक कार्यक्रम और अन्य आयोजन किए गए. जिसके कारण बाजारों में भी रौनक रही और बाजारों में अच्छा व्यवसाय होने से आर्थिक स्थिति मजबूत रही.शराब बिक्री से राजस्व बढ़ाकोरोना संक्रमण की दोनों लहर में लॉकडाउन के दौरान शराब दुकान भी बंद रही. जिसके कारण सरकार को आर्थिक नुकसान हुआ लेकिन तीसरी लहर के दौरान लॉकडाउन नहीं लगने के कारण शराब दुकान भी खुली रही. 1 अप्रैल 2021 से जनवरी 2022 तक शराब से 4260 करोड़ रुपये की कमाई हुई. जानकारों का कहना है कि मार्च खत्म होने तक यह आंकड़ा 5000 करोड़ के पार हो जाएगा.

पंडित रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय के अर्थशास्त्र विभाग के अध्यक्ष प्रोफेसर आरके ब्रम्हे ने बताया कि कोरोना की तीसरी लहर असर कम दिखा. यह घातक नहीं था. इस कारण अर्थव्यवस्था नहीं रुकी और लॉकडाउन नहीं लगाया गया. लॉकडाउन नहीं लगाने के कारण मांग और पूर्ति जारी रही. जिसकी वजह से दोनों पक्षो के अर्थव्यवस्था पर प्रभाव नहीं पड़ा. इसके कारण व्यापार और बाजार में वैसा असर नहीं रहा जैसा पहले के दो लहर में हुआ था.

उन्होंने कहा कि पिछले दो लहर में लॉकडाउन था. ट्रान्सपोटेशन बंद था लेकिन तीसरी लहर के दौरान घरेलू और विदेशी यातायात चलते रहे. विदेशी व्यापार और आंतरिक व्यापार भी खुला हुआ था. ओमीक्रोन वेरिएंट में स्वास्थ्य पर विपरीत प्रभाव नहीं होने के कारण इसका प्रभाव ना ही रोजगार पर हुआ, ना लोगों की आय पर प्रभाव पड़ा और वस्तुओं का उत्पादन भी चलता रहा. इसके साथ ही सरकार का टैक्स कलेक्शन भी अच्छा रहा. पहले जिस प्रकार से जीएसटी का कलेक्शन का हो गया था, तीसरी लहर में जीएसटी कलेक्शन पर भी स कोई असर नहीं पड़ा, देश में दिसंबर और जनवरी का जीएसटी कलेक्शन एक लाख करोड़ से ज्यादा था, यह पूरी चीजे बताती है की है, तीसरी लहर का अर्थ व्यवस्था पर कोई प्रभाव नहीं पड़ा,,


छत्तीसगढ़ चेंबर ऑफ कॉमर्स के अध्यक्ष अमर परवानी ने कहा कि कोरोना संक्रमण की तीसरी लहर ज्यादा घातक नहीं थी. इसलिए सरकार ने लॉकडाउन नहीं लगाया. जिसके कारण व्यवस्थाएं सुचारू रूप से जारी रहे. इसी बीच त्योहारी सीजन और शादी के सीजन आने के कारण भी बाजारों में रौनक रही. इसके अलावा सरकार किसानों को दी जा रही बोनस की राशि और अन्य सरकारी योजनाओं की राशि को लोगों के खातों में गई और वह पैसा बाजार में आया और बाजार में व्यवस्थाएं सुचारू रूप से जारी रहा.


देश में अधिक हुआ जीएसटी कलेक्शन
कोरोना संक्रमण की पहली और दूसरी लहर के दौरान जहां अर्थव्यवस्था पूरी तरह प्रभावित रही. लेकिन तीसरी लहर के दौरान देश में ज्यादा असर देखने को नहीं मिला. वहीं देश में जीएसटी कलेक्शन भी बहुत अच्छा रहा. जीएसटी विभाग से प्राप्त आंकड़ों के अनुसार जनवरी 2022 में 1 लाख 40 हजार 986 करोड़ जीएसटी का कलेक्शन हुआ.

मई 2021 से जनवरी 2022 देश में जीएसटी कलेक्शन

  • मई महीने में 1,02,709 करोड़ रुपए जीएसटी कलेक्शन हुआ.
  • जून महीने में 92849 करोड़ रुपए जीएसटी कलेक्शन हुआ.
  • जुलाई महीने में 1,16,393 करोड़ रुपए जीएसटी कलेक्शन हुआ.
  • अगस्त महीने में 1,12,020 करोड़ रुपए जीएसटी कलेक्शन हुआ.
  • सितंबर महीने में 1,17,010 करोड़ रुपए जीएसटी कलेक्शन हुआ.
  • अक्टूबर महीने में 1,30,127 करोड़ रुपए जीएसटी कलेक्शन हुआ.
  • नवम्बर महीने में 1,31,526 करोड़ रुपए जीएसटी कलेक्शन हुआ.
  • दिसम्बर महीने में 1,29,780 करोड़ रुपए जीएसटी कलेक्शन हुआ.
  • जनवरी महीने में 1,40,986 करोड़ रुपए जीएसटी कलेक्शन हुआ.

रायपुर: कोरोना संक्रमण के दौरान देश की अर्थव्यवस्था बुरी तरह प्रभावित हुई है. बात करें तो कोरोना संक्रमण की पहली और दूसरी लहर में लॉक डाउन के दौरान सभी कारोबार प्रभावित रहे. ऐसे में व्यवसायिक गतिविधियां भी बंद रही. जिसके कारण आर्थिक नुकसान हुआ लेकिन कोरोना संक्रमण की तीसरी लहर में बाजार और कारोबार पर ज्यादा असर नहीं पड़ा.

प्रदेश की बात की जाए तो प्रदेश में सभी बिजनेस सेक्टर सुचारु रुप से जारी रहे. जिसके कारण प्रदेश के अलग-अलग बिजनेस सेक्टरों में ज्यादा नुकसान नहीं हुआ. रियल स्टेट से लेकर सराफा बाजार और ऑटोमोबाइल सेक्टर भी सुचारू रूप से चलते रहे. वहीं दूसरी लहर की अपेक्षा तीसरी लहर के दौरान जीएसटी में कलेक्शन भी अच्छा रहा है. बात करें जीएसटी कलेक्शन की तो अप्रैल 2021 से जनवरी 2022 तक छत्तीसगढ़ से 7689.6 करोड़ रुपए का जीएसटी समेत दूसरे टैक्स का कलेक्शन हुआ है.

तीसरी लहर का छत्तीसगढ़ पर ज्यादा असर नहीं
इन कारणों से नहीं डगमगाई अर्थव्यवस्था कोरोना संक्रमण की तीसरी लहर में ओमीक्रोन वेरिएंट का प्रभाव कम देखा गया. पिछले दो संक्रमण की लहर से इस तीसरे संक्रमण की स्थिति बेहतर थी. जिसके कारण बाजारों में सुचारू रूप से व्यवसाय जारी रहा. लॉकडाउन नहीं लगाया गया, जिसके कारण बाजारों में तेजी रही. इसके साथ ही बाजार में प्रोडक्शन और मार्केट की सप्लाई चैन नहीं टूटी और लगातार बाजार में उत्पादों की आयात और निर्यात होता रहा. जिसके कारण बाजार में कैश ट्रांजैक्शन फ्लो रहा. लॉकडाउन नहीं लगने के कारण इस बार सभी लोगों ने तीज, त्यौहार और वैवाहिक कार्यक्रम और अन्य आयोजन किए गए. जिसके कारण बाजारों में भी रौनक रही और बाजारों में अच्छा व्यवसाय होने से आर्थिक स्थिति मजबूत रही.शराब बिक्री से राजस्व बढ़ाकोरोना संक्रमण की दोनों लहर में लॉकडाउन के दौरान शराब दुकान भी बंद रही. जिसके कारण सरकार को आर्थिक नुकसान हुआ लेकिन तीसरी लहर के दौरान लॉकडाउन नहीं लगने के कारण शराब दुकान भी खुली रही. 1 अप्रैल 2021 से जनवरी 2022 तक शराब से 4260 करोड़ रुपये की कमाई हुई. जानकारों का कहना है कि मार्च खत्म होने तक यह आंकड़ा 5000 करोड़ के पार हो जाएगा.

पंडित रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय के अर्थशास्त्र विभाग के अध्यक्ष प्रोफेसर आरके ब्रम्हे ने बताया कि कोरोना की तीसरी लहर असर कम दिखा. यह घातक नहीं था. इस कारण अर्थव्यवस्था नहीं रुकी और लॉकडाउन नहीं लगाया गया. लॉकडाउन नहीं लगाने के कारण मांग और पूर्ति जारी रही. जिसकी वजह से दोनों पक्षो के अर्थव्यवस्था पर प्रभाव नहीं पड़ा. इसके कारण व्यापार और बाजार में वैसा असर नहीं रहा जैसा पहले के दो लहर में हुआ था.

उन्होंने कहा कि पिछले दो लहर में लॉकडाउन था. ट्रान्सपोटेशन बंद था लेकिन तीसरी लहर के दौरान घरेलू और विदेशी यातायात चलते रहे. विदेशी व्यापार और आंतरिक व्यापार भी खुला हुआ था. ओमीक्रोन वेरिएंट में स्वास्थ्य पर विपरीत प्रभाव नहीं होने के कारण इसका प्रभाव ना ही रोजगार पर हुआ, ना लोगों की आय पर प्रभाव पड़ा और वस्तुओं का उत्पादन भी चलता रहा. इसके साथ ही सरकार का टैक्स कलेक्शन भी अच्छा रहा. पहले जिस प्रकार से जीएसटी का कलेक्शन का हो गया था, तीसरी लहर में जीएसटी कलेक्शन पर भी स कोई असर नहीं पड़ा, देश में दिसंबर और जनवरी का जीएसटी कलेक्शन एक लाख करोड़ से ज्यादा था, यह पूरी चीजे बताती है की है, तीसरी लहर का अर्थ व्यवस्था पर कोई प्रभाव नहीं पड़ा,,


छत्तीसगढ़ चेंबर ऑफ कॉमर्स के अध्यक्ष अमर परवानी ने कहा कि कोरोना संक्रमण की तीसरी लहर ज्यादा घातक नहीं थी. इसलिए सरकार ने लॉकडाउन नहीं लगाया. जिसके कारण व्यवस्थाएं सुचारू रूप से जारी रहे. इसी बीच त्योहारी सीजन और शादी के सीजन आने के कारण भी बाजारों में रौनक रही. इसके अलावा सरकार किसानों को दी जा रही बोनस की राशि और अन्य सरकारी योजनाओं की राशि को लोगों के खातों में गई और वह पैसा बाजार में आया और बाजार में व्यवस्थाएं सुचारू रूप से जारी रहा.


देश में अधिक हुआ जीएसटी कलेक्शन
कोरोना संक्रमण की पहली और दूसरी लहर के दौरान जहां अर्थव्यवस्था पूरी तरह प्रभावित रही. लेकिन तीसरी लहर के दौरान देश में ज्यादा असर देखने को नहीं मिला. वहीं देश में जीएसटी कलेक्शन भी बहुत अच्छा रहा. जीएसटी विभाग से प्राप्त आंकड़ों के अनुसार जनवरी 2022 में 1 लाख 40 हजार 986 करोड़ जीएसटी का कलेक्शन हुआ.

मई 2021 से जनवरी 2022 देश में जीएसटी कलेक्शन

  • मई महीने में 1,02,709 करोड़ रुपए जीएसटी कलेक्शन हुआ.
  • जून महीने में 92849 करोड़ रुपए जीएसटी कलेक्शन हुआ.
  • जुलाई महीने में 1,16,393 करोड़ रुपए जीएसटी कलेक्शन हुआ.
  • अगस्त महीने में 1,12,020 करोड़ रुपए जीएसटी कलेक्शन हुआ.
  • सितंबर महीने में 1,17,010 करोड़ रुपए जीएसटी कलेक्शन हुआ.
  • अक्टूबर महीने में 1,30,127 करोड़ रुपए जीएसटी कलेक्शन हुआ.
  • नवम्बर महीने में 1,31,526 करोड़ रुपए जीएसटी कलेक्शन हुआ.
  • दिसम्बर महीने में 1,29,780 करोड़ रुपए जीएसटी कलेक्शन हुआ.
  • जनवरी महीने में 1,40,986 करोड़ रुपए जीएसटी कलेक्शन हुआ.
Last Updated : Feb 20, 2022, 8:37 AM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.